वन विहार के डॉक्टरों ने जान बचाने किए कई प्रयास
बैतूल – Tendue Ki Maut – बीते कुछ दिनों पहले दक्षिण वन मंडल के मोबाड़ चौकी क्षेत्र के जंगल मे एक तेंदुआ दो पेड़ के बीच में फस गया । जिसे सतपुड़ा टाइगर रिजर्व(Satpuda Tiger Reserve) की टीम ने रेस्क्यू कर सुरक्षित बाहर निकाल लिया था। जिसे बैतूल से इलाज के लिए वन विहार भोपाल भेजा गया था, जहाँ लगातार 6 दिन इलाज और डॉक्टरों द्वारा किए गए तमाम प्रयासों के बाद भी तेंदुए की जान नहीं बच सकी।
पिछले महीने की 31 तारिख को गश्त कर रहे वन कर्मियों ने नर तेंदुए को 2 पेड़ों के बीच फसे हुए देखा। इसके बाद सतपुड़ा टाइगर रिजर्व(Satpuda Tiger Reserve) होशंगाबाद की टीम को सूचना दी गई। दोपहर बाद टीम ने मौके पर पहुंचकर उसे बेहोश करने के बाद सुरक्षित पेड़ों के बीच से निकाला। तेंदुए को बेहतर इलाज के लिए वन विहार भोपाल भेजा गया ।
आपस में सटे हुए दो पेड़ों के बीच से निकलते समय वह फंस गया था और बाहर नहीं निकल पा रहा था। वन कर्मियों द्वारा इसकी सूचना वनमंडलाधिकारी दक्षिण बैतूल, उप वनमंडलाधिकारी आमला तथा परिक्षेत्र अधिकारी आमला को दी। सूचना के आधार पर वनमंडलाधिकारी द्वारा सतपुड़ा टाईगर रिजर्व(Satpuda Tiger Reserve) होशंगाबाद की रेस्क्यू टीम को जानकारी देकर मौके पर बुलाया। दोपहर बाद रेस्क्यू टीम डा गुरुदत्त शर्मा के नेतृत्व में बीट में पहुंची। सभी की की उपस्थिति में उसे सुरक्षित तरीके से बाहर निकाला गया। परीक्षण के बाद पाया गया कि पेड़ों के बीच फंसे नर तेन्दुआ की उम्र लगभग एक से डेढ़ वर्ष की है। उसे रेस्क्यू वाहन में सुरक्षित रखवाने के बाद वन विहार भोपाल के लिये परिक्षेत्र अधिकारी एवं उनके स्टाफ के साथ रवाना कर दिया गया था।
पिछले 6 दिन से वन विहार के डॉक्टर इस तेंदुए का बेहतर इलाज करने में लगे थे। बैतूल से वन विहार जाने के 2 दिन बाद तेंदुए को पीठ के पिछले हिस्से में पैरालिसिस हो गया। हालांकि वह डाईट ठीक ले रहा था। इससे उसके बेहतर इलाज के लिए देश के कई वरिष्ठ पशु चिकित्सको से भी वन विहार के डॉक्टरों ने राय ली। उसका बेहतर इलाज भी किया, लेकिन पैरालिसिस शरीर के बाकी हिस्से में चपेट में लेने के बाद उसकी हालत नाज़ुक होते चली गईं। बीती रात उसने दम तोड़ दिया। दक्षिण वन मंडल के डीएफओ श्री विजयानानथन ने बताया कि तेंदुए के शावक की मौत की खबर मिली है। उसका मंगलवार वन विहार भोपाल में डॉक्टरों की टीम द्वारा पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार किया जाएगा।