चंद्रशेखर पर शिवराज की – राहुल पर कमलनाथ की प्रतिष्ठा दांव पर
MP Election – बैतूल – विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों के पांचों उम्मीदवारों की सूची सामने आ गई है। भाजपा ने जहां घोड़ाडोंगरी से नए उम्मीदवार पर जोर आजमाईश की है वहीं कांग्रेस ने भी घोड़ाडोंगरी विधानसभा के चुनावी इतिहास में सर्वाधिक मतों से जीतने वाले सीटिंग एमएलए ब्रम्हा भलावी की टिकट काटकर फ्रेश उम्मीदवार को मैदान में उतारा है।
वहीं मुलताई से 2013 के चुनाव में भाजपा की टिकट पर लगभग 32 हजार मतों के रिकार्ड अंतर से चुनाव जीतने वाले चंद्रशेखर देशमुख को 10 वर्ष बाद भाजपा ने भरोसा किया है। नामांकन और नाम वापसी की प्रक्रिया पूरी होने के पहले ही दोनों ही पार्टी के प्रदेश के दिग्गज नेताओं ने बैतूल में चुनाव प्रचार की दस्तक दे दी है।
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शिवराज ने मुलताई से की शुरूवात | MP Election
पूर्व में मासोद और बाद में मुलताई विधानसभा सीट से भाजपा की टिकट पर दो बार चुनाव जीते मदुभाषी चंद्रशेखर देशमुख को 2018 में भाजपा ने टिकट नहीं दी थी और भाजपा यह सीट हार गई थी। और इसी को ध्यान में रखते हुए भाजपा ने इस बार पुन: चंद्रशेखर देशमुख को जारी पहली सूची में ही उम्मीदवार घोषित कर दिया था। जबकि मुलताई क्षेत्र के कई भाजपा नेता चंद्रशेखर की उम्मीदवारी से प्रसन्न नहीं थे।
इसीलिए मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने चुनाव प्रचार के पहले दौरे में जिले के मुलताई को प्राथमिकता दी। माना जा रहा है कि चंद्रशेखर देशमुख मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की व्यक्तिगत पसंद है और इसलिए सबसे पहले मुख्यमंत्री ने जहां भाजपा उम्मीदवार के लिए चुनावी माहौल बनाया वहीं डैमेज कंट्रोल की दृष्टि से असंतुष्टों से मिलकर जीत के लिए सभी को एकजुट करने का प्रयास किया।
कमलनाथ ने नए उम्मीदवार को दिया महत्व | MP Election
कांग्रेस ने भी नामांकन और नाम वापसी के पहले ही चुनाव प्रचार की शुरूवात बैतूल जिले की अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित घोड़ाडोंगरी सीट से करने का निर्णय लिया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ इस सीट के प्रमुख नगर शाहपुर में कल 27 अक्टूबर को कांग्रेस प्रत्याशी के लिए चुनाव प्रचार की शुरूवात करेंगे।
कांग्रेस की घोषित पांचों विधानसभा सीटों में 2018 में लड़े चार उम्मीदवारों को रिपीट किया है जिसमें तीन विधायक और एक हारे हुए को पुन: मौका दिया है। 2018 में ही घोड़ाडोंगरी से रिकार्ड मतों से चुनाव जीते विधायक ब्रम्हा भलावी के स्थान पर नए उम्मीदवार के रूप में जनपद अध्यक्ष राहुल उइके को मौका दिया है। शुरूवात में राहुल का विरोध हुआ था लेकिन अब स्थिति कंट्रोल में बताई जा रही है।
इसी को दृष्टिगत रखते हुए कमलनाथ इस विधानसभा से प्रचार शुरू कर रहे हैं और जिले के कांग्रेसियों को यह संकेत देने का प्रयास भी है कि जब कांग्रेस ने नए उम्मीदवार को मैदान में उतारा है तो कांग्रेस हाईकमान की प्रतिष्ठा को भी जिले के कांग्रेसियों को बचाना है।
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