Political News – बैतूल – 2014 से 2018 तक मध्यप्रदेश कौशल विकास निगम के अध्यक्ष रहे नागपुर के मूल निवासी हेमंत विजयराव देशमुख लगभग 9 वर्षों से मुलताई विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय हैं। और कोरोना काल में क्षेत्र के कोरोना प्रभावित मरीजों के लिए कार्य करने वाले श्री देशमुख मुलताई विधानसभा सीट से चुनाव लडऩा चाहते हैं इसको लेकर जब आज उनसे खबरवाणी ने बात करी तो उन्होंने चुनाव नहीं लडऩे से इंकार भी नहीं किया।
2018 में थी टिकट मिलने की उम्मीद
2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने मुलताई से राजा पंवार को उम्मीदवार बनाया था। तब भी हेमंतविजय राव भाजपा से उम्मीदवारी के लिए आशान्वित थे लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी थी।
इसी बीच 2020 में प्रदेश में फिर एक बार भाजपा की सरकार काबिज हुई और शिवराज सिंह चौहान फिर चौथी बार प्रदेश के मुख्यमंत्री बन गए। उस समय राजनैतिक गलियारों में यह चर्चा चली कि मुख्यमंत्री से संपर्कों के चलते श्री देशमुख को फिर एक बार किसी कारर्पोरेशन का चेयरमेन बनाया जाएगा। लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
अभी भी सतत् जनसंपर्क कर रहे देशमुख | Political News
उस समय राजनैतिक गलियारों में यह भी चर्चा चली कि हेमंत विजय राव देशमुख से भाजपा के बड़े नेताओं से यह पूछा था कि आपको कार्पोरेशन का चेयरमेन बनना है या मुलताई से विधानसभा लडऩा है तो उन्होंने विधानसभा चुनाव लडऩे को प्राथमिकता दी।
इसी के चलते 2023 के विधानसभा चुनाव में उन्हें मुलताई से भाजपा का उम्मीदवार बनाए जाने की पूरी उम्मीद थी। और इसी के चलते उन्होंने पिछले चुनाव के बाद से ही क्षेत्र में सक्रियता बढ़ाई और धर्म जागरण यात्रा के माध्यम से हर शनिवार अलग-अलग ग्रामीण क्षेत्रों में संपर्क बढ़ाया। वहीं क्षेत्र के हर सार्वजनिक कार्यक्रम, निजी कार्यक्रम एवं धार्मिक कार्यक्रमों में भी बढ़चढक़र हिस्सा लिया।
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पार्टी ने चंद्रशेखर देशमुख को बनाया प्रत्याशी
प्रदेश के चुनावी इतिहास में पहली बार किसी प्रमुख राजनैतिक दल ने चुनाव के तीन महीने पहले अपने उम्मीदवार घोषित किए हैं। भाजपा ने जिले की मुलताई और भैंसदेही विधानसभा सीट से अगस्त माह से ही अपने अधिकृत उम्मीदवारों की घोषणा कर दी थी।
मुलताई से दो बार के विधायक रहे कुंबी समाज के चंद्रशेखर देशमुख को चुनाव मैदान में उतारा है। चंद्रशेखर देशमुख 2013 के विधानसभा चुनाव में लगभग 32 हजार वोटों से चुनाव जीते थे। लेकिन 2018 के विधानसभा चुनाव में चंद्रशेखर देशमुख को टिकट नहीं दी गई और भाजपा यह सीट हार गई। इसलिए इस बार शुरू से राजनैतिक गलियारों में यह चर्चा थी कि चंद्रशेखर देशमुख को टिकट मिलना तय है।
अभी तय नहीं है चुनाव लडऩा | Political News
अगस्त माह में चंद्रशेखर देशमुख मुलताई से भाजपा की उम्मीदवार तय होने के बावजूद हेमंत राव देशमुख ने हार नहीं मानी है और हर त्यौहार विशेष पर पूरे मुलताई शहर में उनके होर्डिंग्स लगाने का सिलसिला जारी है। वहीं धर्म जागरण यात्रा भी चल रही है। आज खबरवाणी ने श्री देशमुख से चुनाव लडऩे को लेकर चर्चा की तो उन्होंने कहा कि मेरे पास कई संगठन, धार्मिंक संस्थाएं और मेरे समर्थक आ रहे हैं और चुनाव लडऩे को लेकर दबाव कि मुझे विधानसभा चुनाव लडऩा चाहिए।
जब उनसे पुन: सवाल किया कि क्षेत्र में भाजपा उम्मीदवार घोषित हो गया है तो क्या आप निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे तो उन्होंने कहा कि अभी इंतजार करो डेढ़ महीने के अंदर तय हो जाएगा। चुनाव लडऩा है या नहीं।
चुनाव नहीं लडऩे का भी ले सकते हैं निर्णय
राजनैतिक समीक्षक हेमंतराव की चर्चा का यह अर्थ निकाल रहे हैं कि श्री देशमुख मुलताई विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लडऩे का मन बना चुका है लेकिन अंतिम निर्णय लेने में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। हालांकि जिस तरह से भोपाल से लेकर मुलताई तक उनके संपर्क कर रहे हैं उससे यह तय लग रहा है कि आर-पार की लड़ाई के मूड में है।
चूंकि श्री देशमुख का सीधा संपर्क राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से भी है और स्वयं नागपुर के रहने वाले हैं। संघ का मुख्यालय भी नागपुर में भी इसलिए अंतिम समय में श्री देशमुख चुनाव नहीं लडऩे का निर्णय भी ले सकते हैं।
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