Murder : दादी और बहन ने उतारा था युवक को मौत के घाट

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दो पूर्व हुए अंधे कत्ल का पुलिस ने किया पर्दाफाश

चोपना – दो माह पूर्व हुए हत्याकाण्ड का पोस्टमार्टम रिपोर्ट के उपरांत पुलिस द्वारा की गई लंबी विवेचना के बाद अंतत: पर्दाफाश कर दिया गया। युवक को उसकी दादी और नाबालिग बहन ने ही गमछे से गला घोंटकर हत्या करना स्वीकार कर लिया है। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है।

18 मार्च 2022 को उतारा था मौत के घाट

चोपना पुलिस ने बताया कि 18 मार्च को ग्राम नारायणपुर में रात्रि 7:00 बजे सूचना मिली कि देवाशीष राय पुत्र दिलीप राय(28) का शव उसके घर के पास तलाब जाने के कच्चे रास्ते पर पड़ा हुआ है। सूचना पर चोपना पुलिस ने मौके पर पहुंच कर निरीक्षण किया। इस दौरान परिजनों / सूचनाकर्ता द्वारा हृदय गति से मृत्यु होना बताया गया था। मौके पर मृतक के शरीर एवं गले पर निशान देखे गये मर्ग क्र 12/22 धारा 174 का कायम कर पीएम हेतु घोड़ाडोंगरी भिजवाया गया था।

पीएम रिपोर्ट से हुआ था हत्या का खुलासा

घटना स्थल का सूक्ष्मता से निरीक्षण तत्कालीन अनुविभागीय अधिकारी महेन्द्र सिंह चौहान द्वारा किया गया। जाँच के दौरान परिजनो पुलिस को भ्रमित कर कथन देते रहे और मृतक द्वारा स्वयं फांसी प्लाश के पेड़ से लगाना बताया गया। पोस्ट मार्टम कर्ता चिकित्सक जितेन्द्र सिंह ठाकुर एवं मनीष दांगी की टीम द्वारा गहन सूक्ष्मता से पोस्ट मार्टम किया गया जिन्होंने मृत्यु के सटीक कारणों का उल्लेख किया गया। मृत्यु होमोसाईडल प्रकृति की बताया जिस पर अज्ञात व्यक्ति के विरुद्ध हत्या धारा 302 भा.द.वि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।

तीन निरीक्षकों की थी विवेचना

घटना स्थल का निरीक्षण और कायमी उपरांत एसपी सिमाला प्रसाद, तात्कालीन अनुविभागीय अधिकारी सारणी द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण एवं परिजनों से पूछताछ की गई जिसमें परिजनों द्वारा लगातार भ्रमित किया गया। चूंकि मृत्यु होमोसाइडल प्रकृति की थी जिस पर लगातार मानीटरिंग पुलिस अधीक्षक बैतूल द्वारा की गई जिनके दिशा निर्देशों पर विवेचना की गई। विवेचना कार्यवाही पुलिस अधीक्षक सुश्री सिमाला प्रसाद, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीरज सोनी के कुशल नेतृत्व तथा एसडीओपी रोशन कुमार जैन, निरीक्षक सुनील लाटा, निरीक्षक रत्नाकर हिंगवे, निरीक्षक संध्यारानी सक्सेना द्वारा सतत् पूछताछ के साथ निगरानी रखी गई।

इसलिए उतारा था मौत के घाट

मृतक के दोस्त अमित द्वारा मारपीट किए जाने के बयान देने पर पुलिस का संदेह परिजनों पर और अधिक बढ़ गया था। पुलिस संदेहियों से प्रतिदिन पूछताछ कर रही थी। इसी दौरान सामने आया कि मृतक देवाशीष राय पिता दिलीप राय (28) निवासी चोपना नशेडी था और वह शराब और गांजे का नशा करता था। घटना दिवस भी वह नशा करके घर आया था। दादी सविता राय पति शिरीष राय(67) ने उसे समझाया तो उसने दादी के ऊपर थूक दिया और चप्पल से पिटाई करना शुरू कर दिया। इसी दौरान मृतक की नाबालिग बहन और दादी ने मृतक के गले में डला गमछा खींच दिया जिससे दम घुटने से देवाशीष की मौत हो गई। पुलिस ने नाबालिग को बाल संम्प्रेषण गृह और दादी सविता राय पति शिरीष राय (67) निवासी नारायणपुर को जेल भेज दिया है। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त गमछा भी बरामद कर लिया है।

इनकी रही सराहनीय भूमिका

थाना प्रभारी चोपना निरीक्षक ए.आर. खान, आरक्षक 666 कमलनाथ चौरे, आरक्षक 228 नीरज पाण्डेय, आरक्षक 613 प्रिंस, महिला आरक्षक 698 रामरती, महिला आरक्षक 709 चन्द्रकांता की भूमिका सराहनीय रही।

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