Magarmach Ka Rescue -15 दिनों बाद गावं वालों की मदद से पकड़ा गया खूंखार मगरमच्छ 

नवंबर में सलीमेट के तालाब में देखा गया था मगरमच्छ  

शाहपुर।  जिले के ग्राम सालीमेट में नवम्बर माह में दिखाई दिए मगरमच्छ को पकडऩे के लिए एसटीआरएफ की टीम को वन विभाग के अधिकारियों ने सूचना दी थी। वन विभाग की सूचना के बाद सतपुड़ा टाईगर रिजर्व फारेस्ट की टीम ग्राम सालीमेट तालाब पर पहुंची थी और मगरमच्छ को पकडऩे के लिए मशक्कत की लेकिन टीम को सफलता इसलिए नहीं मिल पाई। अब  तालाब में मौजूद मगरमच्छ को 15 दिन बाद ग्रामीणों के सहयोग से सतपुड़ा टाइगर रिजर्व की टीम ने पकड़ लिया गया। तालाब में 25 नवंबर को पहली बार कृषक विजय उइके ने मगरमच्छ को देखा था।

Magarmach Ka Rescue -15 दिनों बाद गावं वालों की मदद से पकड़ा गया खूंखार मगरमच्छ

तालाब में पानी अधिक हाेने से मगरमच्छ पकड़ाया नहीं था। इसके बाद से जाल लगाकर रखा गया था। शनिवार को सुबह जब किसानों अौर ग्रामीणों को मगरमच्छ दिखाई दिया तो वन विभाग को सूचना दी गई। ग्रामीणों ने जाल की मदद से मगरमच्छ को पकड़ लिया और वन विभाग के सुपुर्द कर दिया। सतपुड़ा टाइगर रिजर्व की टीम मगरमच्छ को लेकर नर्मदापुरम रवाना हो गई है।  

Magarmach Ka Rescue -15 दिनों बाद गावं वालों की मदद से पकड़ा गया खूंखार मगरमच्छ

सतपुड़ा टाइगर रिजर्व की टीम ने जाल से मगरमच्छ को पकड़ने के लिए दो बार प्रयास किया था लेकिन तालाब मे अधिक पानी होने के चलते सफलता नहीं मिली। इसके बाद पानी खाली करने के लिए बुलडोजर से नाली बनाई गई थी। कुछ दिन तक मगरमच्छ नजर ही नहीं आया। शनिवार को जैसे ही वह दिखाई दिया ग्रामीणों के सहयोग से वन विभाग ने उसे जाल में दबोच लिया।तालाब में मगरमच्छ की मौजूदगी से ग्राम और आसपास के लोग दहशत में थे।ग्रामीणों का कहना है कि तालाब में दो मगरमच्छ देखे गए थे जिसमें से एक ही पकड़ा गया है। पकड़े गए मगरमच्छ की लंबाई करीब पांच फुट है जबकि एक मगरमच्छ करीब आठ फुट लंबाई का देखा गया था।  

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