हार्ड पत्थर और पानी होने की वजह से हो रही दिक्कत, कब तक पूर्ण होगा रेस्क्यू आपरेशन नहीं बता पा रहे अफसर
बैतूल – Mandvi Borwell Rescue – जिले के आठनेर विकासखंड के अंतर्गत आने वाले ग्राम मांडवी में 400 फीट गहरे बोरवेल में गिरकर करीब 38 फीट पर फंसे मासूम तमन्य पिता सुनील दियावार 47 घंटे से बोरवेल में फंसा हुआ है। उसको सुरक्षित निकालने के लिए समाचार लिखे जाने तक 47 घंटे से लगातार रेस्क्यू आपरेशन चलाया जा रहा है। अभी तक ताजा जानकारी यह सामने आई है कि गड्ढा खुदाई का कार्य पूर्ण हो गया है अब सुरंग बनाने का कार्य प्रारंभ किया गया है। करीब 8 से 10 फीट की सुरंग बनाई जाएगी जिसके बाद तमन्य को बाहर निकाला जाएगा।
हालांकि तन्मय का मंगलवार शाम के बाद से कोई रिस्पांस नहीं मिल पाया है। उसे लगातार ऑक्सीजन दी जा रही है। इधर इस मामले में खेत मालिक पर भी एफआईआर दर्ज कराने की बात प्रशासन द्वारा कही जा रही है।
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पूरे मामले की आला अधिकारियों द्वारा सघन मानीटरिंग की जा रही है। मौके पर भोपाल, होशंगाबाद, हरदा सहित अन्य जिलों की टीमें मौजूद है। हालांकि टनल का काम कब तक पूरा होगा, यह निश्चित तौर से नहीं कहा जा सकता।
इसका कारण है कि जहां टनल बनाई जा रही है वहां पत्थर और चट्टान लगातार परेशानी खड़ी कर रहे हैं। इसके साथ ही लगातार पानी भी जमा हो रहा है। पानी को मोटर की मदद से निकलकर टनल बनाने का काम किया जा रहा है। बोरवेल के समानांतर में 45 फीट का गड्ढा खोद लिया गया है अब सुरंगा बनाने काम शुरू कर दिया गया है।
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आड़े बोर मशीन से बनाई जा रही सुरंग(Mandvi Borwell Rescue)
कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस ने बताया की सुरंग बनाने का काम आड़े बोर की मशीन से किया जाएगा। यह मशीन जहां तक काम करती है, वहां तक मशीन से ही सुरंग बनेगी। बोर में बड़ी मशीनों का कंपन न हो इसलिए दूसरी मशीन लगाने का फैसला किया है। बालक को पहले सीएचसी आठनेर ले जाएंगे। वहां से आईसीयू शिफ्ट किया जाएगा, लेकिन फिलहाल अंदर से कोई रेस्पॉन्स नहीं आ रहा है।
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एडीएम श्यामेंद्र जायसवाल ने बताया कि बालक बोरवेल में 38 फीट नीचे फंसा है। हरदा, होशंगाबाद और बैतूल एसडीईआरएफ, एनडीईआरएफ के 125 से ज्यादा जवान मांडवी गांव में रेस्क्यू में जुटे हैं। श्री जायसवाल ने बताया कि मासूम तन्मय को कब तक निकाला जा सकेगा, इसका कोई अंदाजा नहीं है। मासूम के मां-बाप उसकी सलामती के लिए घर में पूजा-प्रार्थना कर रहे हैं। बच्चे के स्कूल के साथी भी उसकी सलामती की दुआ कर रहे हैं।
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पानी और हार्ड पत्थर से हो रही समस्या(Mandvi Borwell Rescue)
गड्ढे में बार-बार पानी भर जाने की वजह काम प्रभावित हो रहा है। कडक़ पत्थर और चट्टानों की वजह से भी खुदाई में उतनी तेजी नहीं आ पा रही है। होमगार्ड कमांडेंट एसआर अजमी ने बताया कि बच्चे तक पहुंचने के लिए 7 से 8 फीट सीधी सुरंग बनाई जाएगी। टनल बन जाने के बाद बच्चे को पैरों की तरफ से निकाला जाएगा। एनडीईआरएफ की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन ऑपरेट कर रही है। ब्लास्टिंग एक्सपर्ट से टनल बनाने पर चर्चा हुई है।
चार गांव के लोग मदद में जुटे(Mandvi Borwell Rescue)
घटनास्थल मांडवी गांव के साथ-साथ आसपास के 4 गांव के लोगों ने मदद के लिए हाथ बढ़ाए हैं। रेस्क्यू में जुटे 200 से अधिक लोगों के लिए नि:शुल्क भोजन से लेकर सभी प्रकार की व्यवस्था ग्रामीणों द्वारा की जा रही हैं। ग्रामीणों ने बताया कि प्रशासन लगातार राहत कार्य में लगा है। लिहाजा हर स्तर पर मदद के लिए हम भी सहयोग दे रहे हैं। हमारी सिर्फ एक मंशा है कि तन्मय को हंसता-खेलता देखें।
खेत मालिक पर होगी एफआईआर(Mandvi Borwell Rescue)
एडीएम श्यामेंद्र जायसवाल ने बताया कि बच्चे को सकुशल बाहर निकालना प्राथमिकता है। इसके बाद खेत मालिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी। बहरहाल मासूम तन्मय को बचाने के लिए जद्दोजहर का दौर जारी है। काम कब तक पूर्ण हो पाएगा इसको लेकर कोई निश्चित समय अधिकारी भी मौका परिस्थिति को देखते हुए नहीं बता पा रहे हैं।