बैतूल:- मेंढा जलाशय से भैंसदेही ब्लॉक के लगभग 200 गांवों में पेयजल आपूर्ति के लिए पाइपलाइन बिछाने का कार्य एक ठेका कंपनी द्वारा किया जा रहा है। इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों को पेयजल सुविधा उपलब्ध कराना है, लेकिन इस कार्य में किसानों की जमीन और फसलों को भारी नुकसान हो रहा है।
1. ग्राम मेंढा बर्रा खापा पंचायत, जनपद टेमुरनी के किसान गानू और नाथूराम ने गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि उनके खेत में गर्मी की फसल लगी हुई है, इसके बावजूद पाइपलाइन डालने का काम बिना किसी पूर्व सूचना या अनुमति के जबरन किया जा रहा है। गानू ने बताया कि कंपनी के कर्मचारी सीधे खेत में घुसकर खुदाई कर रहे हैं और विरोध करने पर दादागिरी कर रहे हैं।
2. किसान गानू ने बताया कि उसके खेत में गन्ना और कोंडा, नाथूराम के खेत में मूंग की फसल लगाई गई थी, लेकिन पाइपलाइन डालने के दौरान खेत की खुदाई से पूरी फसल बर्बाद हो गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि जब कंपनी से बात की गई तो पहले 2 लाख रुपये मुआवजा देने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन बाद में कोई पैसा नहीं दिया गया और अब जबरदस्ती खेत में कार्य कराया जा रहा है।
3. गानू ने मांग की है कि जब तक उन्हें उचित मुआवजा नहीं दिया जाता, तब तक पाइपलाइन डालने का कार्य रोका जाए। उन्होंने बताया कि उन्होंने इसकी लिखित शिकायत भी संबंधित अधिकारियों से की है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
ग्रामीणों का कहना है कि कंपनी को काम करने से पहले किसानों की अनुमति लेनी चाहिए थी और जिनके खेतों से पाइपलाइन गुजारी जा रही है, उन्हें फसल नुकसान का मुआवजा दिया जाना चाहिए। वहीं, किसानों का यह भी कहना है कि यदि प्रशासन इस मामले में
बैतूल:- मेंढा जलाशय से पाइपलाइन बिछाने के कार्य में किसानों की फसल बर्बाद 2 लाख मुआवजे का झांसा देकर खेत में घुसे, फिर पलट गए ठेकेदार टेमुरनी पंचायत के किसान ने की शिकायत

For Feedback - feedback@example.com