तार फेंसिंग सब्सिडी: किसानो को खेत में तार की फैंसिंग लगाने के लिए सरकार देगी पैसा ऐसे करे आवेदन।

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किसानो को खेत में तार की फैंसिंग लगाने के लिए सरकार देगी पैसा ऐसे करे आवेदन।

तार फेंसिंग सब्सिडी : योजना में कैसे करना है आवेदन और इससे क्या लाभ होगा
किसान बड़े परिश्रम से ब्याज में कटौती वृद्धिते हैं लेकिन खेत की ओर ध्यान नहीं देने की वजह से हर साल किसानों की फसल को आवारा रेटिंग से नुकसान होता है। इस नुकसान से किसानों को बचाने के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य के किसानों के लिए खेत में तार फेंसिंग पर सब्सिडी देने का फैसला लिया है। अब सरकार के उद्यानिकी विभाग की ओर से फील्ड्स की चेन फेंसिंग (स्टार फेंसिंग) के लिए सब्सिडी प्रदान की जाएगी। कृषि विभाग द्वारा किसानों को खेतों की चेन फेंसिंग या तार की फेंसिंग के लिए 50 से 70 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जाएगी। मीडिया से मिली जानकारी के आधार पर इस योजना के पहले चरण में करीब 20 ब्लॉक में चुनाव हुए, जिनमें से सभी से मुरार का चुनाव भी हुआ। अगर इस योजना का परिणाम अच्छा आया, तो इसे राज्य भर में लागू किया जाएगा। अभी इस प्रस्ताव को सरकार की ओर से स्वीकृति मिली है। इस पर अगले 2 महीने में काम शुरू किया जाएगा। बता दें कि मध्य प्रदेश के शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर तार फेंसिंग पर सब्सिडी देने की योजना बनाई गई है। इस योजना की स्वीकृति भी मिल चुकी है।

तार फेंसिंग सब्सिडी: किसानो को खेत में तार की फैंसिंग लगाने के लिए सरकार देगी पैसा ऐसे करे आवेदन।

राजस्थान में किसानों को तारबंदी पर दी जाती है 50 प्रतिशत तक सहायता
राजस्थान राज्य में भी किसानों को तार फेंसिंग पर सब्सिडी प्रदान की जाती है। सरकार राजस्थान की ओर से ये योजना 2018 में शुरू की गई थी। यह योजना सभी किसानों के लिए है, जिसमें बटाईदार किसान भी शामिल हैं। इस योजना के तहत राज्य सरकार किसानों को कुल खर्च का 50 प्रतिशत सब्सिडी के रूप में देती है। लेकिन इस योजना के तहत राज्य सरकार किसानों को अधिकतम 40,000 रुपये की ही अधिकतम सहायता देती है। इस योजना के तहत किसान अपने खेत में तार और पिलर दोनों लगाने के लिए उपयोग कर सकते हैं। जिससे उनके पशुओं को पशु और देशी पालतू पशु से चारा।

चेन फेंसिंग या तारबंदी योजना का क्या उद्देश्य है
चेन फेंसिंग यानी तारबंदी योजना का उद्देश्य किसानों के क्षेत्रों में साझेदारी की सुरक्षा प्रदान करना है। इसके लिए राजस्थान सरकार ने 8 करोड़ 49 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता देने का भी लक्ष्य रखा है। इसके लिए कम से कम 3 लाख 96 हजार रुपये की राशी उपलब्ध होगी। योजना के तहत किसानों को 400 मीटर तक तारबंदी करने के लिए सहायता प्रदान की जाएगी।

चेन फेंसिंग या तारबंदी योजना से किसानों को क्या लाभ
इस योजना की सहायता से किसान अपने खेतों में बाड़ बना सकते हैं या फिर कहें की तारबंदी करके अपने खेतों को बचा सकते हैं।
तारबंदी योजना के तहत तारबंदी का 50 साल का खर्चा सरकार करेगी। बाकी का 50 प्रतिशत योगदान किसानों का होगा। इसमें अधिकतम रु 40,000 तक का खर्च सरकार द्वारा किया जाएगा।
इस योजना के तहत राज्य के छोटे और सीमांत किसानों को ही लाभ प्रदान किया जाएगा।
राजस्थान तारबंदी योजना के तहत अधिकतम 400 मीटर तक के तारबंदी के लिए ही सब्सिडी दी जाएगी।
इससे आवारा नौकरशाही से होने वाली सफलता की रुई को रोक जा सकता है।
इसके लिए कम से कम 3 लाख 96 हजार रुपए की राशि उपलब्ध करवाई जाएगी।
चेन फेंसिंग योजना के लिए क्या है पात्रता
किसान जो भी आवेदन करना चाहता है वो राजस्थान का निवासी होना चाहिए। इस योजना के लाभ के लिए किसानों के पास 0.5 हेक्टेयर कृषि योग्य भूमि की घोषणा की जाएगी। योजना के लिए आपको कम से कम 50 प्रतिशत तक की सहायता राज्य सरकार की ओर से दी जाएगी। इस राशि के स्ट्रेट किसानों के बैंक फायदे में आएंगे। अगर जमीं पर पहले से ही किसी अन्य योजना की राशि प्राप्त होती है तो आप इस योजना के लिए पात्र नहीं हैं। 40,000 रुपए तक की सहायता लेने के लिए पहले आपको अपने पास से 50 प्रतिशत पैसे लगाने होंगे।

तारबंदी योजना के आवेदन के लिए क्या दस्तावेज देना होगा
राजस्थान में तारबंदी योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए राज्य के किसानों को आवेदन करते समय फार्म के साथ इन दस्तवेजों की आवश्यकता होगी जो इस प्रकार से हैं-

जालसाजी किसानों का आधार कार्ड
सर्टिफिकेट का पहिचान पत्र
जमा का प्रमाण पत्र
आवेदन पत्र का राशन कार्ड
नामांकित का मोबाइल नंबर
पासपोर्ट के आकार का फोटो
ज़मीन की सागरबंदी (कम से कम 6 महीने पुराना) और एक हलफनामा
तारबंदी योजना में कैसे करें आवेदन
तारबंदी योजना राजस्थान के तहत राज्य के जो भागीदार लाभार्थी राजस्थान तारबंदी योजना 2021 के तहत आवेदन करना चाहते हैं तो उन्हें कृषि विभाग की संस्थापना वेबसाइट पर जाना होगा। इसके बाद आपको वहां से तारबंदी योजना फॉर्म का पीडीएफ डाउनलोड करना होगा। जीसआइएफ फॉर्म को डाउनलोड करने के बाद आपके आवेदन फॉर्म में सभी जानकारियां जैसे कि सर्टिफिकेट का नाम, आधार नंबर, पिता का नाम, मोबाइल नंबर आदि भरनी होगी। सभी जानकारी ठीक से भरने के बाद आपको अपने आवेदन फॉर्म के साथ अपने सभी दस्तावेज़ों को अटैच करके अपना फॉर्म, कृषि विभाग में दर्ज करना होगा।

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