पुलिस को ज्ञापन सौंप कर कार्यवाही की मांग की गई
शाहपुर-दो समुदाय के बीच हुए विवाद के बाद भारत में तनाव की स्थिति निर्मित हो गई है और आज भौरा में व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रख कर विरोध जताया गया ।
बताया जा रहा है की 23 सितंबर को हुई मारपीट की घटना के बाद भौरा में एक समुदाय में आक्रोश फैल गया था।
भौरा बंद को लेकर प्रशासनिक अधिकारी और बड़ी संख्या में पुलिस बल भौरा पहुंचा था इस दौरान घोड़ा डोंगरी विधायक गंगाबाई उनके ने भी अधिकारियों से चर्चा की और करवाई करने के निर्देश दिए । एक समुदाय के लोगों के द्वारा प्रशासन को ज्ञापन सोपा गया है।
ज्ञापन में बताया गया की 23 सितंबर को एक व्यक्ति के साथ दूसरे समुदाय के लोगो ने मारपीट की और गंभीर धमकी दी थी । ग्रामीणों का कहना है कि यह पहली घटना नहीं है, बल्कि दूसरे समुदाय के कुछ लोग गांव में बार-बार बाहरी लोगों को बुलाकर तनाव पैदा करते है और गांव में अशांति का माहौल बना हुआ है।
ग्रामीण महेंद्र सिरोठिया, जय किशोर मिश्रा, पंकज मालवीय, गौरव राठौर ,राजेश बरगले, दिलीप माधव, नरेंद्र राठौर,संजीव विजयकर, प्रीतम जोगी, गज्जू मालवीय, गोलू नामदेव,
रुबल सलूजा, पर्व अग्रवाल, पवन यादव, विकास चौरे, भूपेंद्र विश्वकर्मा, सन्नी राठौर, बुद्धपाल ककोड़िया, दुर्गेश पटवा, शशीकांत पवार, बबलू इरपाचे सहित अन्य ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि बस्ती और बाजार में मटन-चिकन की दुकानें अवैध रूप से चला रहे हैं, जिससे गांव में असुविधा और तनाव का माहौल बन गया है। साथ ही धार्मिक स्थल पर तेज ध्वनि में स्पीकर बजाया जा रहा है जिसे कम किया जाए । इसके अलावा इनके व्दारा अतिक्रमण किया जा रहा है । ग्रामीणों ने अपनी मांगों को जल्द निराकरण की मांग की है ।