मुलताई नपा में भाजपा को अविश्वास प्रस्ताव लाने में आएगी मुश्किलें
मुलताई (राकेश अग्रवाल) Political News – 8 अगस्त 2022 को मुलताई नगर पालिका परिषद में नगर पालिका अध्यक्ष के चुनाव के दिन बड़े उलट फेर के बाद कांग्रेस के समर्थन से भाजपा के चुनाव चिन्ह कमल के फूल से निर्वाचित हुई पार्षद नीतू परमार भाजपा के दो अन्य पार्षदों के सहयोग से अध्यक्ष निर्वाचित हो गई और भाजपा के निष्ठावान पार्षद इस उलटफेर से अपने आप को ठगा महसूस करते रहे। और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के रिश्तेदार मानी जा रही भाजपा पार्षद और नपाध्यक्ष की उम्मीदवार रही श्रीमती वर्षा गढ़ेकर भाजपा का बहुमत होने के बावजूद चुनाव हार गई। 8 अगस्त के इस राजनैतिक उलटफेर के बाद विद्रोही नपाध्यक्ष नीतू परमार ने एक दांव और खेला और वीडियो जारी कर अपने आप को सच्चा भाजपाई बताया।
30 दिन बाद हुआ निष्कासन
8 अगस्त को हुए इस विद्रोह के बाद लगभग 30 दिन बाद भाजपा जागी और विद्रोही नपाध्यक्ष सहित कुछ भाजपा नेताओं को पार्टी से निष्कासित कर दिया। लेकिन इसी बीच भाजपा ने उन दो पार्षदों को जीवनदान दे दिया जिन्होंने नपाध्यक्ष के साथ विद्रोह कर भाजपा की किरकिरी कराई थी। भाजपा की व्यूह रचना को धता बताते हुए कल उन दो भाजपा पार्षदों ने भी भाजपा से इस्तीफा दे दिया जिन्हें नपाध्यक्ष के साथ विद्रोही बताया जा रहा था। भाजपा इन्हें इसलिए निष्कासित नहीं कर रही थी कि यदि नपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए तो इन दो पार्षदों का सहयोग मिलेगा लेकिन अब ऐसा होने की संभावना कम हो गई है। दो भाजपा पार्षद पंजाब चिकाने और रितेश विश्वकर्मा ने जिला भाजपा अध्यक्ष को पत्र लिखकर अपना लिखित इस्तीफा भेजकर सार्वजनिक कर दिया है। मिली जानकारी के अनुसार जिलाध्यक्ष को अभी तक इस्तीफा प्राप्त नहीं हुआ है।
और भी इस्तीफे हो सकते हैं भाजपा से
भाजपा से इस्तीफा देने वाले सुभाष वार्ड के पार्षद पंजाबराव चिकाने एवं नेहरू वार्ड से पार्षद रितेश विश्वकर्मा का कहना है कि उन पर अनर्गल आरोप लगाकर मानसिक रूप से प्रताडि़त किया जा रहा है एवं झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं। जबकि नगर पालिका के अध्यक्ष चुनाव में उनके द्वारा भाजपा की अधिकृत प्रत्याशी को ही अपना मत दिया गया था, लेकिन इसके बाद से लगातार उन्हें शहर में बदनाम करने का काम किया जा रहा है एवं उन्हें मानसिक रूप से प्रताडि़त किया जा रहा है। ऐसे में उनके द्वारा पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया जा रहा है। दोनों पार्षदों ने बताया कि उनके द्वारा लगातार पार्टी हित में एवं वार्ड विकास के लिए काम किया जा रहा था, लेकिन इसके बाद भी उन्हें सोशल मीडिया पर लगातार बदनाम किया जा रहा था एवं अनर्गल टिप्पणी की जा रही थी। जिस से आहत होकर उनके द्वारा अपना इस्तीफा भाजपा से दिया गया है। भाजपा के चार सदस्यों को भाजपा से हटाने के बाद नगर में भाजपा पार्टी से और कुछ पदाधिकारियों के इस्तीफे हो सकते हैं। बताया जा रहा है कि हेमंत शर्मा, नीतू परमार,रितेश विश्वकर्मा पंजाब चीकाने के समर्थक भी भाजपा से आजकल में अपना इस्तीफा पार्टी को सौंप सकते हैं। आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी को इससे नुकसान भी हो सकता है।