Panchayat Chunav : दिग्गजों की उम्मीद हुई पानी-पानी

भाजपा का नए चेहरों पर भरोसा, कांग्रेस की सूची में भी कई बड़े नाम गायब

बैतूल – जिला पंचायत चुनाव में जिपं सदस्य के लिए नाम वापसी की आज अंतिम तारीख है और कल देर रात भाजपा और कांग्रेस ने अपने-अपने समर्थित उम्मीदवारों की आधी अधूरी सूची जारी करी है। इस सूची में कांग्रेस की तरफ से 23 निर्वाचन क्षेत्रों में से 13 और भाजपा ने 23 में से 18 नामों की घोषणा की है। बाकी नामों पर अभी मंथन चलने की खबर मिली है। लेकिन इन दोनों सूचियों में कई ऐसे दिग्गजों के नाम नहीं दिखाई नहीं दे रहे हैं। जो जिपं सदस्य निर्वाचित होने के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष के गंभीर दावेदार हो सकते थे।

73 वर्षीय राजा ठाकुर भाजपा के उम्मीदवार घोषित

जिला पंचायत निर्वाचन क्षेत्र क्रमांक 18 भैंसदेही ब्लाक से 73 वर्षीय दुर्गा चरण किलेदार उर्फ राजा ठाकुर को उम्मीदवार घोषित किया गया है। श्री ठाकुर जिले के सबसे वरिष्ठ उम्मीदवार है। और 73 साल की उम्र में पहली बार किसी संस्था का चुनाव लड़ रहे हैं। इसके पहले श्री ठाकुर जिला भाजपा संगठन के 1993 से 1996 तक जिलाध्यक्ष रहे हैं और इसके बाद भाजपा राष्ट्रीय कार्य परिषद के सदस्य भी मनोनीत हुए थे। एक जमाने में श्री ठाकुर स्व. विजय कुमार खंडेलवाल के सबसे विश्वसनीय सिपहसलार माने जाते थे। चूंकि इस बार जिला पंचायत अध्यक्ष अनारक्षित मुक्त है इसलिए राजा ठाकुर का जिला पंचायत सदस्य निर्वाचित होने के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए सबसे मजबूत दावा रहेगा।

निर्वाचन क्रं. 2 से कुंभारे ने दिग्गजों को पछाड़ा

निर्वाचन क्षेत्र क्रमांक 2 बैतूल जिला मुख्यालय के आजू-बाजू के ग्रामों से जुड़ा हुआ है। इस क्षेत्र के लिए 11 लोगों ने नामांकन फार्म जमा किया था। जिनमें भाजपा के दिग्गज नेता सतीष गंफू पाठा बड़ा नाम था। कई वर्षों से भाजपा के निष्ठावान कार्यकर्ता और संगठन के विभिन्न पदों पर काम कर चुके गंफू पाठा का क्षेत्र में बड़ा नाम है। इसी तरह से इस क्षेत्र से भाजपा के व्यवसायिक प्रकोष्ठ के नर्मदापुरम संभाग के सहसंयोजक एवं विविएम कालेज के डायरेक्टर निर्गुण देशमुख ने भी फार्म भरा था। इनके अलावा भाजपा के कमलेश रावत भी इस क्षेत्र से नामांकन भर उम्मीदवारी बता रहे थे। इनकी पत्नी को पिछली बार भाजपा ने उम्मीदवार बनाया था। लेकिन इन तीनों को भाजपा ने अपना उम्मीदवार ना बनाते हुए कुछ दिन पूर्व भाजपा में शामिल हुए कुंबी समाज का प्रतिनिधित्व करने वाले शैलेंद्र कुम्भारे को उम्मीदवार घोषित कर दिया है। शैलेंद्र कुंभारे गुडगांव दिल्ली में किसी बड़ी काम कर रहे थे।

पूर्व मंत्री के भाई की कांग्रेस में उपेक्षा

कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे पूर्व मंत्री स्व. अशोक साबले के भाई एवं विविएम कालेज की संचालन समिति के प्रमुख विजय साबले इस परिवार से सक्रिय राजनीति में आना चाह रहे थे और उन्होंने जिला निर्वाचन क्षेत्र क्रमांक 2 से फार्म भरा था। उनके नामांकन के दौरान कांग्रेस के कई वरिष्ठ एवं युवा नेता उपस्थित रहे लेकिन कल घोषित कांग्रेस की समर्थित उम्मीदवारों की सूची में उनके स्थान पर बडोरा निवासी नारायण सरले को उम्मीदवार घोषित किया गया है जो बैतूल विधायक निलय डागा के कट्टर समर्थक माने जाते हैं।

पूर्व विधायक के दोनों पुत्र भाजपा की सूची से बाहर

जिला पंचायत निर्वाचन क्षेत्र आमला ब्लाक क्रमांक 14 से 13 उम्मीदवारों ने नामांकन फार्म जमा किया था। इस सीट पर आमला क्षेत्र के दो बार के भाजपा विधायक चैतराम मानेकर के दोनों पुत्र हरीशचंद्र मानेकर एवं हर्षदीप मानेकर ने फार्म भरा था। लेकिन भाजपा ने इन दोनों पूर्व विधायक पुत्रों को अपना उम्मीदवार घोषित ना करते हुए आमला क्षेत्र के भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा ग्रामीण मंडल अध्यक्ष सुखदयाल पिता चुन्नीलाल को उम्मीदवार घोषित किया है। अब देखना यह है कि दोनों मानेकर पुत्र क्या निर्दलीय चुनाव लड़ते हैं या इनमें से एक कांग्रेस की सूची में स्थान पाता है। क्योंकि कांग्रेस ने अभी वार्ड क्रमांक 14 से उम्मीदवार घोषित नहीं किया है।

अनारक्षित मुक्त से कांग्रेस ने महिला नेत्री को उतारा

जिला पंचायत निर्वाचन क्षेत्र क्रमांक 7 सारनी क्षेत्र से 14 उम्मीदवारों ने नामांकन फार्म भरा था। जिनमें 13 पुरूष दावेदार थे। एक मात्र महिला संगीता श्यामू परते ने नामांकन किया था। श्यामू परते पूर्व में जिला पंचायत सदस्य निर्वाचित हुए थे। कांग्रेस की घोषित सूची में कल क्षेत्र क्रं. 7 से पुरूष दावेदारों का दावा खारिज करते हुए श्रीमती संगीता श्यामू परते को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। यहां से भाजपा के कई सक्रिय कार्यकर्ताओं ने नामांकन जमा कर दिया था। जिनमें ग्रामीण मंडल अध्यक्ष सारनी मोहन मोरे, ललित कन्हैयालाल, मानू लाल मर्सकोले, घनश्याम यादव, कमल सिंग, उमेश कुमार और फूलचंद भीकूलाल शामिल है। मिली जानकारी के अनुसार फूलचंद को भाजपा ने अपना उम्मीदवार किया है। आमला-सारनी विधायक डॉ. योगेश पंडाग्रे को इस वार्ड से भाजपा का उम्मीदवार चयन में कई परेशानियों का सामना करना पड़ा। क्षेत्र के जानकारों का कहना कि मोहन मोरे विधायक के विश्वनीय माने जाते हैं।

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