रेलवे गेट बंद होने से आवागमन में होती थी लोगों को परेशानी
Over bridge: मुलताई। नगर में बोरदेही रोड पर स्थित रेल्वे गेंट क्रमांक 265 पर लोक निर्माण विभाग सेतू संभाग भोपाल द्वारा रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण कार्य 20 करोड 43 लाख रूपए की लागत से स्वीकृत किया गया है । जिसका टेंडर होने के बाद ठेकेदार द्वारा ओवरब्रिज का निर्माण कार्य प्रांरभ कर दिया गया है। शीघ्र ही ओवरब्रिज का निर्माण होगा। गौरतलब है कि नगर में बोरदेही रोड पर स्थित रेल्वे गेट के बंद होने से इस मार्ग से आने जाने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पडता था। वहीं इस मार्ग पर दुघर्टना में घायल हुए मरीजों को अस्पताल लाने के लिए रेलवे गेंट बंद हो जाने से अस्पताल पहुंचने में देरी हो जाती थी। जिससे मरीज जान भी चली जाती थी।
इसके अलावा नगर के पटेल वार्ड,ताप्ती वार्ड का आधा हिस्सा भी रेल्वे पटरी पार निवास करता है, बार- बार गेंट बंद रहने से उन लोगों को भी आवागमन में दिक्कत होती थी। जिसके चलते उक्त गेट पर ओवरब्रिज का निर्माण स्वीकृत किया गया है। जिससे की आम जनता को परेशानी का सामना ना करना पड़े। लेकिन निर्माण स्वीकृत हो जाने के बाद भी ओवरब्रिज की डिजाइन स्वीकृत नही होने से निर्माण कार्य प्रांरभ नही हो पाया था ।लेकिन अब ड्राईंग डिजाइन स्वीकृत होने के बाद ठेकेदार द्वारा ओवरब्रिज का निर्माण प्रांरभ कर दिया गया है।
20 करोड 43 लाख रूपए से होगा निर्माण
बोरदेही रोड पर स्थित गेंट क्रमाकं 265 पर ओवरब्रिज का निर्माण 20 करोड 43 लाख रूपए की लागत से होना है । जिसे लोक निर्माण विभाग सेतू संभाग भोपाल द्वारा किया जा रहा है । उक्त कार्य का टेंडर भी स्वीकृत होने के साथ कार्य प्रांरभ किया जा चुका है । ओवरब्रिज निर्माण के बाद बार बार गेंट बंद होने के समस्या से आम जनता को निजात मिल जाएगी। बोरदेही रोड पर स्थित रेल्वे गेट क्रमाकं 265 के स्थान पर हो रहे रेल्वे ओवरब्रिज का निर्माण रेल्वे स्टेशन चौक से प्रारंभ होकर रेल्वे पावर हाउस के सामने से होता हुआ टर्निगं लेकर रेल्वे गेट पार करते हुए रेल्वे कालोनी के सामने टर्निगं में समाप्त होगा।
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आम जनता को होती थी परेशानी
बोरदेही मार्ग पर रेलवे गेट क्रमांक 265 पर स्थित गेट को किसी ट्रेन अथवा मालगाड़ी के गुजरने पर लगभग 10 से 15 मिनट के लिए बंद कर दिया जाता है। कई बार यह समय बढकर आधा घंटे तक या इससे अधिक हो जाता है। गेट बंद रहने के चलते राहगीरों को धूप बारिश में बंद गेंट के दोनो ओर खड़े रहना पड़ता है। नगर पालिका के पटेल वार्ड एवं ताप्ती वार्ड तथा रेलवे कालोनी का आधा हिस्सा पटरी के उस पार आता है तथा दोनो वार्डों के काफी लोग पटरी के उस पार निवास करते है। पटरी के उस पार निवास करने वाले लोगो को सब्जी, दवाई अथवा किसी प्रकार की खरीददारी के लिए पटरी के इस पार आना होता है । इन लोगों को रेल्वे गेंट के बार-बार बंद होने के कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वहीं वर्तमान में बारिश के मौसम में मरम्मत कार्य के लिए रेल विभाग द्वारा गेट बंद रखा गया था। जिससे परिवर्तित मार्ग पर कीचड़ होने से आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं तीन किलोमीटर का फेरा लगाकर अपने गंतव्य तक पहुंचना पड़ा।
100 ग्रामों से अधिक ग्रामों के ग्रामीणों को मिलेगा फायदा
बोरदेही मार्ग पर स्थित इस गेंट से 100 से अधिक ग्रामो के लोग आना जाना करते है। ग्रामों के लोग मुलताई नगर से रोजगार, स्वास्थ्य एवं रोज की आम जरूरतो की चीजो के कारण जुडे हुए है। जिसकी आवश्यकता के चलते उन्हे रोज मुलताई में आना जाना करना होता है। मुलताई तहसील कार्यालय इन ग्रामों की तहसील है। जिसके कारण अपनी भुमि संबधित कार्यो एवं तहसील से जुडे कार्यो के लिए उन्हे मुलताई आवागमन करना होता है। वहीं छिन्दवाडा जिले के ग्रामों एवं पचमढ़ी के लिए भी लोग इसी मार्ग से आना जाना करते है। खासतौर से पचमढी मेले के टाइम इस मार्ग पर वाहनों की संख्या ज्यादा बढ़ जाती है। वहीं प्रतिदिन इस मार्ग पर 50 से अधिक बसें खेडली, बोरदेही, मोरखा एवं छिन्दवाड़ा जिले के दमुआ सहित अन्य नगरों में आना जाना करती है। गेट के स्थान पर ओवरब्रिज का निर्माण होने से करीब 100 ग्राम के लोगों को फायदा मिलेगा। वहीं उन्हे गेट बंद होने के समस्या से निजात मिलेगी।
गेट बंद रहने से खड़ी रहती है एम्बुलेंस
बोरदेही मार्ग पर कई बार दुघर्टना होने के बाद एम्बुलेंस घायलों को नगर के सरकारी अस्पताल लेकर आती है या जननी एक्सप्रेस द्वारा प्रसूताओं को भी प्रसव के लिए अस्पताल लाया जाता है । लेकिन गेंट बंद होने के कारण एम्बुलेंस को रेल्वे गेट पर खड़े रहना पड़ता है। वही गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोग, वृद्व लोगों को इलाज के लिए नगर में स्थित अस्पतालों में मरीज को पहुंचाना होता है। इसमें लोग एम्बुलेंस, जननी एक्सप्रेस एवं अपने निजी वाहन का उपयोग करते है। रेल्वे गेट के स्थान पर ओवरब्रिज बन जाने से इस समस्या से निजात मिलेगी। वहीं गेट बंद होने के कारण कालेज के विद्यार्थियों को कालेज पहुंचने में देरी हो जाती है। जिससे भी निजात मिल जाएगी।
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