फुटबाल बना मुलताई नगर पालिका परिषद में नपाध्यक्ष का पद, विधायक के हारने से कमजोर हुई नपाध्यक्ष रही नीतू परमार

मुलताई(पियूष भार्गव) – लगभग डेढ़ वर्ष पूर्व मुलताई नगर पालिका परिषद के चुनाव संपन्न हुए थे। जिसमें कुल 15 पार्षदों में से 9 भाजपा और 6 कांग्रेस के पार्षद निर्वाचित हुए थे लेकिन 8 अगस्त 2022 को अध्यक्ष पद के चुनाव के दिन जैसे ही भाजपा ने वरिष्ठ नेत्री एवं पार्षद श्रीमती वर्षा गढ़ेकर को अपना उम्मीदवार घोषित किया वैसे ही भाजपा की ही अन्य पार्षद श्रीमती नीतू परमार ने मतदान के पूर्व विद्रोह कर दिया और उनका साथ भाजपा के ही अन्य दो पार्षदों के अलावा कांग्रेस के 6 पार्षदों ने भी दिया था।
इस तरह से 9-6 के अंतर से भाजपा की विद्रोही नीतू परमार अध्यक्ष निर्वाचित हो गई। और उन्होंने10 अगस्त 2022 को अध्यक्ष का पदभार ग्रहण किया। इस विद्रोह के चलते नीतू परमार को सितम्बर 2022 में भाजपा ने निष्कासित कर दिया। और 1 मार्च 2023 को श्रीमती परमार क्षेत्र के तत्कालिन कांग्रेस विधायक सुखदेव पांसे के साथ कमलनाथ के समक्ष कांग्रेस में शामिल हो गई थीं।
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13 जून को शून्य हुआ था चुनाव | Multai News
भाजपा पार्षदों के विद्रोह के बाद भाजपा की पार्षद श्रीमती वर्षा गढ़ेकर ने न्यायालय की शरण ली और 13 जून 2023 को न्यायालय के एक आदेश के बाद श्रीमती नीतू परमार का अध्यक्ष पद का चुनाव शून्य घोषित हो गया और श्रीमती परमार को अध्यक्ष पद से हटना पड़ा। इसी दौरान राज्य शासन ने भाजपा पार्षद वर्षा गढ़ेकर को अगली व्यवस्था तक मुलताई नगर पालिका अध्यक्ष मनोनीत कर दिया। और 21 जून को वर्षा गढ़ेकर ने नपाध्यक्ष पद संभाल लिया। प्रशासन की इस कार्यवाही के बाद अब नीतू परमार ने न्यायालय पहुंचकर निचली अदालत के आदेश को रोकने की मांग की।
15 जुलाई को पुन: नपाध्यक्ष बनी परमार
मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय जबलपुर ने श्रीमती नीतू परमार की याचिका पर सुनवाई करते हुए आदेश जारी किया और इस तरह से शासन द्वारा मनोनीत अध्यक्ष श्रीमती वर्षा गढ़ेकर को अध्यक्ष पद से हटना पड़ा था। और दूसरी बार नीतू परमार नगर पालिका अध्यक्ष बन गई। और उन्होंने 15 जुलाई 2023 को पुन: नपाध्यक्ष का पदभार ग्रहण कर लिया। इसके बाद यह हाईप्रोफाइल मामला सर्वोच्च न्यायालय पहुंचा और एक आदेश के बाद नपाध्यक्ष की कुर्सी पुन: खाली होने की जानकारी आई है। बताया जा रहा है कि पूरे मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा 5 जनवरी 2024 को बहस की तिथि नियत की गई है।
दूसरी बार गढ़ेकर की नियुक्ति की संभावना | Multai News
कानून के जानकारों का यह मानना है कि चूंकि वर्तमान में नपाध्यक्ष पद रिक्त हो गया है। इसलिए शासन पुन: एक बार किसी पार्षद का मनोनयन कर सकता है। राजनैतिक जानकारों का मानना है कि यदि मनोनयन हुआ तो पुन: श्रीमती वर्षा गढ़ेकर को नपाध्यक्ष की जिम्मेदारी मिल सकती है। जानकारी मिली है कि 15 दिसम्बर से नपाध्यक्ष रही नीतू परमार ने नगर पालिका आना बंद कर दिया है। वैसे भी कांग्रेस की सरकार न बनने और स्थानीय कांग्रेस प्रत्याशी सुखदेव पांसे के चुनाव हारने के बाद से नीतू परमार की भी राजनैतिक ताकत लगभग समाप्त हो गई है।
इनका कहना…
एडीजे कोर्ट मुलताई का आदेश वर्तमान में प्रभावी है। इस समय अध्यक्ष की कुर्सी खाली है। इसके लिए शासन से मागदर्शन मांगा गया है। अभी तक किसी तरह का आदेश नहीं हुआ है।
राजकुमार इवनाती, सीएमओ, नपा, मुलताई
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