HEALTH TIPS-इन हेल्थ टिप्स को अपनाने से हमेशा के लिए दूर हो जाएगी बीमारियां,जाने यहां

सभी लोग चाहते हैं कि वह हमेशा स्वस्थ रहें और इसके लिए लोग तरह-तरह के उपाय भी अपनाते हैं. इसके लिए लोग तरह-तरह के उपाय करते हैं. आपको भी अभी से जुड़ी कोई समस्या है तो आप हमारे द्वारा बताए गए हर टेस्ट को फॉलो कर सकते हैं.

सेहत और स्वास्थ के लिए कुछ सरल हेल्थ टिप्स। भारतीय संस्कृति में हम कई पीढ़ियों से हेल्थ टिप्स पालन का करते आ रहे हैं, जैसे – उपवास करना, उठने और बैठने के ढंग,पानी के लिए तांबे के बर्तनों का प्रयोग

1 तांबे के बर्तन का पानी पीयें- तांबे में बैक्टीरिया-नाशक गुणों में मेडिकल साईंस बड़ी रुचि ले रहा है। पिछले कुछ वर्षो से वैज्ञानिकों ने यह जाना कि पानी की अपनी याददाश्त होती है – यह हर उस चीज को याद रखता है,जिसको यह छूता है। पानी की अपनी स्मरण-शक्ति होने के कारण हम ध्यान देते हैं कि उसको किस बर्तन में रखें।
ताम्बे के बर्तन का पानी पानी खास तौर पर आपके लीवर के लिए और शक्ति-स्फूर्ति के लिए लाभदायक होता है। अगर पानी बड़ी तेजी के साथ पंप हो कर अनगिनत मोड़ों के चक्कर लगाकर लोहे या प्लास्टिक की पाइप के सहारे आपके घर तक पहुंचता है तो इन सब मोड़ों से रगड़ाते-टकराते गुजरने के कारण उसमें काफ़ी अशुद्धियाँ आ जाती है। 
 2 शरीर को आराम दें- आपको कितने घंटे की नींद की जरूरत है। कहा जाता है कि दिन में 8 घंटे की नींद लेनी ही चाहिए। आपके शरीर को जिस चीज की जरूरत है, वह नींद नहीं है, वह आराम है। अगर आप पूरे दिन अपने शरीर को आराम दें, अगर आपका काम, आपकी एक्सरसाइज सब कुछ आपके लिए एक आराम की तरह हैं तो अपने आप ही आपकी नींद के घंटे कम हो जाएंगे।

 शरीर को कितनी नींद की जरूरत है यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस तरह का शारीरिक श्रम करते हैं। आपको न तो भोजन की मात्रा तय करने की जरूरत है और न ही नींद के घंटे। मुझे इतनी कैलोरी भोजन लेना है, मुझे इतने घंटे की नींद ही लेनी है, जीवन जीने के लिए ये सब बेकार हैं। आज आप जो शारीरिक श्रम कर रहे हैं, उसका स्तर कम है, तो आप कम खाएं। कल अगर आपको ज्यादा काम करना है तो आप ज्यादा खाएं। नींद के साथ भी ऐसा ही है 

3 हफ्ते में कम से कम एक बार उपवास जरूर करें- 1-14 दिनों में एक दिन ऐसा भी आयेंगा जब आपका मन कुछ भी खाने का नहीं करेगा। उस दिन आपको नहीं खाना चाहिए। आपको यह आशार्यजनक लगेंगा कि कुत्ते और बिल्लियों के अंदर भी इतनी सजगता होती है। कभी गौर से देखें, किसी खास दिन वे कुछ भी नहीं खाते। दरअसल, अपने सिस्टम के प्रति वे पूरी तरह सजग होते हैं। जिस दिन सिस्टम कहता है कि आज खाना नहीं चाहिए, वह दिन उनके लिए सफाई का दिन बन जाता है और वे उस दिन कुछ भी नहीं खाते। अब आपके भीतर तो इतनी जागरूकता है की बस इस समस्या के समाधान के लिए अपने कोई एक निश्चित कर ले की हिंदी माह के हिसाब से देखें तो हर 14 दिनों में एक बार एकादशी या अन्य दिन आता है।

4 पीठ को सीधा रखकर बैठें– शरीर का खास महत्व है कि इसके कई खास पहलू हैं। शरीर के ज्यादातर महत्वपूर्ण भीतरी अंग छाती और पेट के हिस्से में होते हैं। ये सारे अंग न तो सख्त या कड़े होते हैं और न ही ये नट या बोल्ट से किसी एक जगह पर स्थिर किए गए हैं। ये सारे अंग ढीले-ढाले और एक जाली के अंदर झूल रहे से होते हैं। इन अंगों को सबसे ज्यादा आराम तभी मिल सकता है, जब आप अपनी रीढ़ को सीधा रखकर बैठने की आदत डालें।

शरीर को सीधा रखने का मतलब नहीं है कि हमें आराम पसंद नहीं है, बल्कि हम आराम को बिल्कुल अलग ढंग से समझते और महसूस करते हैं। आप अपनी रीढ़ को सीधा रखते हुए भी आराम में रहने की आदत डाल सकते हैं। लेकिन इसके विपरीत, जब आपकी मांसपेशियां झुकीं हों, तो आप अपने अंगों को आराम में नहीं रख सकते। आराम देने का कोई और तरीका नहीं है।

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