बैतूल – Hemant Khandelwal – 1996 में अपने पिता के लोकसभा चुनाव लडऩे के साथ राजनीति में सार्वजनिक रूप से सक्रिय हुए हेमंत खण्डेलवाल बाद में खुद भी सांसद, फिर जिला भाजपा अध्यक्ष उसके बाद विधायक और बाद में प्रदेश भाजपा में कोषाध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण पद पर आसीन हुए। इसी दौरान उन्हें कुशाभाऊ शताब्दी समिति के प्रदेश सचिव की जिम्मेदारी दी गई। और फिर नगरीय निकाय चुनाव के दौरान नर्मदापुरम संभाग के सभी जिलों के भाजपा प्रत्याशियों के चयन और अन्य व्यवस्थाओं के लिए संयोजक बनाया गया।
एक माह में मिली तीन बड़ी जिम्मेदारी
जिस तरह से भाजपा के दिग्गज नेताओं के बीच हेमंत खण्डेलवाल का वजन बढ़ रहा है उससे आगे आने वाले दिनों में यह माना जा रहा है कि 2023 के विधानसभा चुनाव में बैतूल जिले की पांचों विधानसभा सीटों पर हेमंत खण्डेलवाल भाजपा उम्मीदवार के चयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। एक माह के अंदर हेमंत खण्डेलवाल को भाजपा हाई कमान ने पहले बैतूल जिला योजना समिति का सदस्य मनोनीत किया। इसके बाद कुशाभाऊ ठाकरे न्यास का ट्रस्टी सचिव बनाया गया। इस ट्रस्ट के अध्यक्ष प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान है। और कल प्रदेश भाजपा ने हेमंत खण्डेलवाल को जिला कार्यालय निर्माण विभाग का प्रदेश संयोजक बनाया गया है। यह जिम्मेदारी देने के पीछे बताया जा रहा है कि श्री खण्डेलवाल ने बैतूल में सबसे पहले जिला भाजपा के विशाल एवं व्यवस्थित कार्यालय का निर्माण करवाया था।
2023 के विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीद्वारी तय?
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं वर्तमान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद पार्टी में दूसरे नंबर पर माने जाने वाले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से हेमंत खण्डेलवाल का संपर्क बढ़ा है और प्रदेश भाजपा में प्रमुख नेताओं में गिनती होने लगी है उससे राजनैतिक हलकों में यह संकेत जाने लगा है कि 2023 के विधानसभा चुनाव में बैतूल विधानसभा सीट से तीसरी बार हेमंत खण्डेलवाल चुनाव लड़ेंगे। वैसे हेमंत खण्डेलवाल को प्रदेश स्तर पर जिस तरह से जिम्मेदारी मिल रही है उससे इन्हें बैतूल जिले पर ध्यान देने का समय कम मिलेगा। लेकिन इनका चुनाव प्रबंधन और जुझारू छवि से इन्हें चुनाव के समय परेशानी नहीं होगी। ऐसा जिले की राजनीति को समझने वाले राजनैतिक समीक्षकों का मानना है।