Health Desk: आजकल हार्ट से जुड़ी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं, और इनके प्रति जागरूकता ही इन्हें रोकने का सबसे प्रभावी तरीका है। हाल के एक शोध के अनुसार, अब युवा महिलाओं में भी हार्ट की कई गंभीर स्थितियां देखने को मिल रही हैं, जो कई कारणों से बढ़ रही हैं। महिलाओं में हार्ट अटैक का एक प्रमुख कारण SCAD (स्पॉन्टेनियस कोरोनरी आर्टरी डिसेक्शन) है। शोध के अनुसार, 50 वर्ष से कम उम्र की महिलाओं में होने वाले 40% हार्ट अटैक SCAD के कारण होते हैं। यह समस्या खासतौर पर प्रेग्नेंट महिलाओं, नई मांओं या एथलीट महिलाओं में अधिक देखी जाती है। SCAD तब होता है जब कोरोनरी आर्टरी की सबसे अंदरूनी परत में टियर (फटने) बन जाता है। जब इस टियर में ब्लड भरता है, तो ब्लॉकेज बन सकता है, जिससे हार्ट की ओर ब्लड फ्लो रुक जाता है और हार्ट अटैक हो सकता है।
इस समस्या को पहले से पहचान पाना मुश्किल होता है क्योंकि यह सामान्य आर्टरी में भी हो सकती है। तनाव और कुछ विशेष दवाइयां SCAD के कारण बन सकती हैं। इसके लक्षणों में कमजोरी, थकान, सीने में दर्द, सांस फूलना, उल्टी और मितली शामिल हो सकते हैं। यदि ब्लड फ्लो बाधित नहीं हुआ है, तो आर्टरी अक्सर खुद ही ठीक हो जाती है। हालांकि, हीलिंग प्रक्रिया को तेज करने के लिए दवाइयां और ब्लड थिनर दिया जा सकता है। गंभीर मामलों में स्टेंटिंग या बायपास सर्जरी की जरूरत पड़ सकती है।
अन्य कारणों से भी बढ़ रही हैं हार्ट समस्याएं
कम उम्र की महिलाओं में हार्ट से जुड़ी समस्याएं बढ़ने के कई अन्य कारण भी हो सकते हैं। अनहेल्दी खानपान, असंतुलित वर्क लाइफ, हाई कोलेस्ट्रॉल, मोटापा, अत्यधिक तनाव, निष्क्रिय जीवनशैली, शराब और नशीली चीजों की लत, अनिद्रा और डिप्रेशन जैसी समस्याएं इनमें प्रमुख हैं।
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