Financial troubles: वेयर हाऊस मालिकों को नहीं मिल रहा किराया

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आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे हैं 8 हजार संचालक

Financial troubles: भोपाल/बैतूल। सरकार द्वारा की जाने वाली समर्थन मूल्य पर उपज की खरीदी को बारिश और धूप से बचाने के लिए वेयर हाऊस की आवश्यकता पडऩे पर शासन की योजना अनुसार सबसिडी लेकर लोगों ने वेयर हाऊस का निर्माण करा लिया था ताकि सरकारी वेयर हाऊस फुल होने के बाद निजी वेयर हाऊसों में अनाज को सुरक्षित रखा जा सके। लेकिन प्रदेश के करीब 8 हजार वेयर हाऊस संचालकों को 40 महीने से सरकार ने किराया नहीं दिया है जिससे वेयर हाऊस संचालक आर्थिक परेशानियों का सामना कर रहे हैं। इनमें बैतूल जिले में धान का भण्डारण करने वेयर हाऊस संचालक शामिल है।


40 महीने से नहीं मिला किराया


प्रदेश के लगभग 8000 निजी वेयरहाउस संचालक बकाया किराए के भुगतान के लिए परेशान हैं। प्रमुख सचिव खाद्य रश्मि अरुण शमी के दखल के बाद सोमवार से गेहूं के पिछले एक साल के ऑनलाइन भुगतान को लेकर जानकारी जुटाने की प्रक्रिया शुरू हुई। नागरिक आपूर्ति निगम और वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन के अधिकारियों ने सीहोर के वेयरहाउस संचालकों से वीसी के माध्यम से बात कर बकाया भुगतान की जानकारी ली । सीहोर एक संचालक के मुताबिक उन्हें 40 महीने से किराया नहीं मिला है।


गेहूं और धान का बाकी है किराया


संचालकों के मुताबिक गेहूं के पिछले एक साल के भुगतान के अलावा धन का 2020 -21 और 2021 -22 का किराया भुगतान भी बकाया है। 2023 -24 से सरकार ने धान सीधे मिलर्स को देना शुरू कर दिया था। वहीं मूंग, चने और सरसों का भी पिछले साल का किराया बचा है। 2016 -17 में सरकार द्वारा किसानों से खरीदे गए प्याज का भी आज तक भुगतान नहीं हुआ है। औसत हर संचालक का 5 लाख से 20 लाख तक किराया बकाया है।


 खर्च निकलना भी मुश्किल


मप्र वेयरहाउसिंग ओनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष नवनीत रघुवंशी के मुताबिक एक वेयरहाउस में औसत निवेश 1 करोड़ मानें तो 8000 गोदामों में 8000 करोड़ का निवेश हुआ है। निवेश केंद्र की योजना के तहत हुआ था। निवेश पर रिटर्न तो दूर खर्च निकलना मुश्किल है। महीने का औसत खर्च 50 हजार से 1 लाख रुपए है। उपाध्यक्ष केबी तिवारी के मुताबिक गेहूं के अलावा धान सहित अन्य मदों का ऑफलाइन बिल बनता है।
इनका कहना…
जिले में धान का भण्डारण करने वाले वेयर हाऊस संचालकों का लगभग 25 से 30 लाख रुपए बकाया है। जिसका शासन स्तर से निराकरण होना है। जल्द ही इनका भुगतान हो जाएगा।
नर्मदाप्रसाद कीर, जिला प्रबंधक, वेयर हाऊसिंग कारपोरेशन, बैतूल

 source internet साभार…