Expose : करुणा हॉस्पिटल, दुष्कर्म – गर्भपात के तीन नए मामले आए सामने, SP सिमाला प्रसाद ने किया खुलासा  

बैतूल – गर्भपात मामले में एसपी सिमाला प्रसाद ने आज बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि करूणा हॉस्पिटल में दुष्कर्म के मामले छिपाने के लिए नाबालिग से लेकर बालिग पीडि़ताओं के अवैध गर्भपात किए जाते थे। आमला थाने के मामले के बाद करूणा हॉस्पिटल के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई थी। अब तीन और नए मामले सामने आए है। उन्होंने बताया कि इन मामलों में पीडि़ता खुद पुलिस के पास पहुंंची है।

बैतूल में अवैध गर्भपात को लेकर हुई कार्रवाई में रोज नए खुलासे हो रहे है। एसपी सिमाला प्रसाद ने बताया कि आमला थाना क्षेत्र की कक्षा 10वीं की छात्रा से ट्यूशन टीचर प्रकाश भोजेकर ने दुराचार किया था। पीडि़ता के गर्भवती होने पर आरोपी और उसके पिता राजेंद्र भोजेकर, माता मायाबाई भोजेकर ने मामले को छिपाने के लिए पीडि़ता का करूणा हॉस्पिटल में गर्भपात कराया था। इस मामले में अज्ञात कॉलर की सूचना पर पुलिस ने मामले को संज्ञान में लेते हुए कार्रवाई शुरू की और आरोपी, उसके माता-पिता एवं गर्भपात करने वाली डॉक्टर को गिरफ्तार किया गया। डॉक्टर वंदना कापसे और आरोपी के माता-पिता को रिमांड पर लिया गया। इस दौरान कई और भी तथ्य सामने आए।

सरकारी बोर से भ्रूण बरामद

आरोपी के माता-पिता की निशानदेही पर आमला पुलिस ने आरोपी के गांव में स्थित तालाब के पास सरकारी बोर जो सूख गया था, उससे भ्रूण बरामद किया है, जिसका सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र आमला में पोस्टमार्टम कराया गया। एसपी सिमाला प्रसाद ने बताया कि गर्भपात के बाद डॉ. वंदना कापसे ने भू्रण आरोपी के माता-पिता को दे दिया था और इसे छिपाने के लिए माता-पिता ने सूखे बोर में डाल दिया था और ऊपर से बोर में पत्थर भी डाल दिए थे। जानकारी मिलने के बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। एक घंटे तक मशक्कत करने के बाद तीन बार रस्सी बोर में डाली गई। इसके बाद भ्रूण बोर से बाहर निकाला गया।

तीन मामले आए सामने

भ्रूण हत्या के मामले में चल रही जांच को लेकर एसपी सिमाला प्रसाद ने बताया कि एएसपी नीरज सोनी के नेतृत्व में टीम गठित की गई, जिसमें एसडीओपी नम्रता सोंधिया, महिला डेस्क प्रभारी डीएसपी पल्लवी गौर, महिला थाना प्रभारी संध्या सक्सेना ने इस मामले की जांच शुरू की थी। जांच के दौरान और मीडिया में खबरें आने के बाद कुछ पीडि़ता खुद पुलिस के पास पहुंची है। दुराचार के मामले छिपाने के उद्देश्य से किए गए गर्भपात में तीन नए मामले सामने आए है। जिसमें दो पर मामला दर्ज हो गया है। एक मामले में पूछताछ की जा रही है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसपी सिमाला प्रसाद, एएसपी नीरज सोनी, मुलताई एसडीओपी नम्रता सोंधिया, आमला टीआई संतोष पन्द्रे एवं अन्य पुलिस अधिकारी उपस्थित थे    

उन्होंने बताया कि कोतवाली थाना क्षेत्र की 16 साल की नाबालिग जो मजदूरी का काम करती थी। उसके साथ सितंबर-अक्टूबर 2021 में दुराचार किया गया था और गर्भवती होने पर फरवरी 2022 में उसका गर्भपात करूणा हॉस्पिटल में कराया गया।

दूसरा मामला चिचोली थाना क्षेत्र का है, जहां 19 साल की बालिग लड़की के साथ दिसंबर 2021 में दुराचार किया गया था और गर्भवती होने पर मार्च 2022 में इसका भी करूणा हॉस्पिटल में गर्भपात कराया गया।

तीसरा प्रकरण आज ही सामने आया है, जिसमें 13 साल की नाबालिग के साथ दुराचार और उसके बाद उसका भी गर्भपात कराया गया। इस मामलेे में पुलिस जांच कर रही है।

लगभग 500 सोनोग्राफी के संदिग्ध प्रकरण आए सामने

एसपी सिमाला प्रसाद ने बताया कि पुलिस के पत्र देने के बाद सीएमएचओ डॉ. एके तिवारी और तहसीलदार प्रभात मिश्रा ने अस्पताल की जांच कर सील किया था। इसके साथ ही अस्पताल का लायसेंस भी निरस्त कर दिया गया। जांच में डॉ. तिवारी ने अस्पताल में दो सोनोग्राफी मशीन मिलने की पुष्टि की थी, जिसमें एक का लायसेंस था और दूसरी अवैध थी। अवैध सोनोग्राफी मशीन को स्वास्थ्य विभाग ने जब्त कर लिया है। डॉ. तिवारी ने पुलिस को सोनोग्राफी का डाटा सौंपा है, जिसमें 400-500 के लगभग सोनोग्राफी की गई है। इन सोनोग्राफी की भी जांच चल रही है। उन्होंने बताया कि गर्भवती महिलाओं की सोनोग्राफी तीन से चार बार की जाती है, लेकिन जो प्रकरण सामने आए है, उनमें पहली सोनोग्राफी ही ज्यादा बाकी सोनोग्राफी की स्थिति शून्य है।

संपत्ति की हो रही है जांच

एसपी सिमाला प्रसाद ने पत्रकारवार्ता के दौरान बताया कि भ्रूण हत्या मामले में सभी तथ्यों की गंभीरता से जांच की जा रही है। इसके अलावा करूणा हॉस्पिटल की संचालक डॉ. वंदना कापसे की संपत्ति की भी जांच हो रही है। अवैध संपत्ति को गिराया जाएगा। इसके अलावा वैध संपत्ति को लेकर भी जांच हो रही है, उनके ट्रांजेक्शन की भी जांच होगी और यह संपत्ति अवैध गर्भपात से बनाई गई होगी, तो इसकी भी कुर्की की कार्रवाई की जाएगी।

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