Doctor Ki Hadtal – डॉक्टरों ने की सांकेतिक हड़ताल, कल से अनिश्चितकालीन

विभिन्न मांगों को लेकर चिकित्सकों का विरोध प्रदर्शन

Doctor Ki Hadtal – बैतूल – मध्यप्रदेश शासकीय, स्वशासी चिकित्सक महासंघ के आव्हान पर आज जिला चिकित्सालय के चिकित्सकों ने दो घंटे की सांकेतिक हड़ताल कर धरने पर बैठे। डॉक्टरों ने अपनी मांगें पूरी न होने पर कल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की बात की है। इस दौरान इमरजेंसी सेवाएं भी प्रभावित होंगी।

इन मांगों को लेकर दिया धरना | Doctor Ki Hadtal

आज जिला चिकित्सालय में पदस्थ सभी चिकित्सकों ने मुख्यद्वार पर धरना देकर दो घंटे हड़ताल पर रहे। संघ के जिलाध्यक्ष डॉ. रूपेश पद्माकर ने बताया कि दो दिन पहले सीएमएचओ बैतूल को ज्ञापन सौंपकर सरकार से विभिन्न मांगें रखी थी जिसमें डायनेमिक एश्योर्ड कैरियर प्रोग्रेशन आदेश जारी किया जाए।

सभी चिकित्सकों की पुरानी पेंशन योजना लागू की जाए। प्रशासनिक अधिकारियों की दखल अंदाजी रोकी जाए। उच्चतम पदों पर चिकित्सकों की पदस्थापना के बारे में निर्णय लिया जाए। ये मांगें पूरी नहीं होने पर चिकित्सकों ने कल काली पट्टी बांधकर अपना विरोध जताया था आज दो घंटे की हड़ताल की और अगर आज शाम तक मांगें नहीं हुई तो कल से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू हो जाएगी।

सरकार की होगी जिम्मेदारी

जिला चिकित्सालय के आरएमओ डॉ. रानू वर्मा ने हड़ताल को लेकर कहा कि उनकी मांगें पूरी नहीं होती तो अनिश्चितकालीन हड़ताल के साथ ही इमरजेंसी सेवाएं भी बंद कर दी जाएगी। इस दौरान मरीजों को होने वाली परेशानी के लिए सरकार पूर्ण रूप से जिम्मेदार होगी। उन्होंने कहा कि चिकित्सक लगातार सेवाएं देते हैं, उनके लिए सरकार को सोचना चाहिए और उनकी मांगें पूरी होना चाहिए।

38 साल से नहीं हुआ प्रमोशन | Doctor Ki Hadtal

चिकित्सकों की हड़ताल के दौरान प्रमोशन का मामला भी सामने आया। बैतूल में पदस्थ जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. अरविंद्र भट्ट 38 साल से सेवाएं दे रहे हैं और अभी भी वह सेकेंड क्लास डॉक्टर हैं, उनका प्रमोशन नहीं हुआ है। डॉ. भट्ट का कहना है कि उनकी नियुक्ति 1986 में हुई थी। और वे रेग्यूलर चिकित्सक है। सरकार ने उन्हें अभी तक प्रमोशन नहीं दिया है।

20 साल में नहीं मिली पदोन्नति

जिला चिकित्सालय में पदस्थ सेकेंड क्लास डॉक्टर अशोक उइके को भी 20 साल होने के बाद भी पदोन्नति नहीं मिली है। डॉक्टर अशोक उइके जिले में चल रहे पोषण पुर्नवास केंद्र के जिला प्रभारी है। और जिला चिकित्सालय में हमेशा इमरजेंसी ड्यूटी करते हैं। डॉक्टर उइके का कहना है कि 20 साल की सेवाओं के बाद नियमानुसार उनका प्रमोशन हो जाना चाहिए था लेकिन अभी तक उनका प्रमोशन नहीं हुआ है।

यह थे धरने में शामिल | Doctor Ki Hadtal

जिला अस्पताल के प्रवेशद्वार पर डॉक्टरों के धरने में संघ के जिलाध्यक्ष डॉ. रूपेश पद्माकर, डॉ. डब्ल्यूए नागले, डॉ. प्रमोद मालवीय, डॉ. अरविंद्र भट्ट, डॉ. अशोक उइके, डॉ. कृतिका सिंह परिहार, डॉ. संध्या गोगू, डॉ. रामलखन प्रजापति, डॉ. तरूण साहू, डॉ. विनोद बर्डे, डॉ. रानू वर्मा, डॉ. जगदीश घोरे, डॉ. अनवर गिगानी, डॉ. प्रतिभा रघुवंशी, डॉ. चित्रकला पाटिल, डॉ. ओपी यादव, डॉ. ईशा डेनियल, डॉ. रेणुका गोहिया सहित अन्य डॉक्टर मौजूद थे।

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