Betul News: सीएस और लैब इंचार्ज के रिटायर्ड होने से चरमरा जाएगी व्यवस्था

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अगले महीने डॉ. अशोक बारंगा और डॉ. डब्ल्यूए नागले होंगे सेवानिवृत्त

Betul News:बैतूल। जिला चिकित्सालय पहले से ही डॉक्टरों की कमी से बुरी तरह से जूझ रहा है। तमाम प्रयासों के बावजूद भी यहां पर डॉक्टरों की पदस्थापना नहीं हो पा रही है। विशेषज्ञों का तो कई वर्षों से टोटा बना हुआ है। ऐसे में अगले महीने जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. अशोक बारंगा और पैथालाजी लैब के इंचार्ज डॉ. डब्ल्यूए नागले भी सेवानिवृत्त हो रहे हैं। इन दोनों वरिष्ठ चिकित्सकों के सेवानिवृत्त होने से अस्पताल सहित लैब की व्यवस्था बुरी तरह से चरमरा जाएगी। इस मामले में जनप्रतिनिधियों को प्रयास करते हुए शीघ्र ही चिकित्सालय में डॉक्टरों की पदस्थापना करानी चाहिए ताकि डॉक्टरों की कमियों को दूर किया जाए और सेवाएं प्रभावित होने से बच सकें।


डॉक्टरों के 21 पद हैं खाली


300 बेड के जिला अस्पताल के लिए जिला अस्पताल में पदों के अनुसार कुल 62 डॉक्टर होना चाहिए लेकिन वर्तमान में मात्र 41 डॉक्टर ही काम कर रहे हैं। अभी भी 21 डॉक्टरों के पद खाली पड़े हुए हैं। दो बड़े पदों यानी सिविल सर्जन और इंटीग्रेटेड पैथालॉजी लैब इंचार्ज के पद रिटायरमेंट के बाद 30 नवंबर को खाली हो जाएंगे। वहीं वैकल्पिक इंतजाम स्वास्थ विभाग ने नहीं किए हैं। ऐसे में अगले महीने से अस्पताल की व्यवस्थाएं चरमरा सकती हैं।


किए जा रहे है वैकल्पिक इंतजाम


इधर गर्भवती और बच्चों का 150 बेड के नए अस्पताल भवन में उपचार शुरू किया जाना है। यहां भी डॉक्टर्स वर्तमान अस्पताल से ही शिफ्ट किया जाएगा। सीएमएचओ डॉ रविकांत उइके ने बताया कि जो पद खाली हो रहे हैं उनके वैकल्पिक इंतजाम करने प्रयास किए जा रहे हैं। शासन को भी इस संबंध में लिखा है। वर्तमान में जिला अस्पताल की इंटीग्रेटेड पैथालॉजी लैब में 12 कर्मचारियों का स्टाफ है। पैथालॉजी लैब के संचालन के लिए पैथालॉजी में स्नातकोत्तर की डिग्री होना जरूरी है। वैसे लैब के संचालन के लिए फिलहाल कोई भी स्नातकोत्तर पैथालॉजी की डिग्री वाला कर्मचारी नहीं है।


लंबे समय तक दी सेवाएं


पैथालाजी इंचार्ज डॉ. डब्ल्यूए नागले ने स्वास्थ्य विभाग में लगभग 41 साल तक सेवाएं दी हैं। डॉ. नागले लगभग 28 साल बैतूल जिला चिकित्सालय, 11 साल छिंदवाड़ा जिले में और 2 साल बड़वानी जिले में पदस्थ रहे हैं। डॉ. नागले से दो साल जूनियर डॉ. अशोक बारंगा ने लगभग 39 साल स्वास्थ्य विभाग में सेवाएं दी हैं। कुछ समय तक सेहरा और कुछ समय भोपाल में सेवाएं देने के बाद अधिकांश समय उन्होंने जिला चिकित्सालय में अपनी सेवाएं दी हैं। सबसे खास बात यह है कि एक ही माह में सेवानिवृत्त हो रहे दोनों डॉक्टर पैथालॉजिस्ट हैं।

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