Attack : भालू के हमले से घायल की गायों ने बचाई जान

घायल को वन कर्मियों ने जिला अस्पताल में कराया भर्ती
बैतूल
– भालू के हमले से दहशतजदा ग्रामीणों का खौफ कम होने का नाम नहीं ले रहा है। रविवार को चार ग्रामीणों को भालू ने हमला कर घायल कर दिया था। वहीं सोमवार को भी एक ग्रामीण को खेत में अकेला पाकर एक भालू ने हमला कर दिया। भालू ने ग्रामीणों को पंजे से घायल कर रहा था इसी दौरान ग्रामीण की गायों (मवेशी) भालू पर टूट पड़ी और सींगों से भालू पर हमला कर दिया।

गायों के उम्र रूप को देखकर भालू ग्रामीण को छोड़कर जंगल में भाग गया। इस तरह से गायों ने अपने मालिक ग्रामीण की जान बचा ली। घायल ग्रामीण ने बताया कि अगर मौके पर गायें नहीं होती तो भालू उन्हें और अधिक घायल कर देता। भालू के हमले में ग्रामीण के सिर, हाथ और पीठ पर चोटें पहुंची है। घायल ग्रामीण जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

पेड़ पर बैठा जंगल में भागा भालू

रविवार को ग्राम सिवनी में तीन ग्रामीणों पर हमला करने के बाद भालू को जब खदेड़ा गया तो वह जंगल के पास आम के पेड़ पर चढ़कर बैठ गया था। बड़ी संख्या में ग्रामीणों और वन विभाग की टीम पेड़ के आसपास मौजूद रहे। रात के की जगह डीएसपी की पोस्ट अंधेरे में भालू पेड़ से उतरकर जंगल में भाग गया। सुबह ग्रामीणों ने आसपास तलाश भी की लेकिन कहीं नजर नही आया।

खेत में भालू ने किया हमला

प्राप्त जानकारी के अनुसार सोमवार को जिले के भैंसदेही थाना क्षेत्र के ग्राम चिखलाजोडी निवासी विट्ठल पिता गुड्डू कोरकू (35) सुबह अपने खेत पर था। इसी बीच वहां अचानक भालू पहुंच गया और उसने भादू पर हमला कर दिया। विट्ठल भालू से खुद को बचाने के लिए संघर्ष कर रहा था इसी दौरान पास ही चारा चर रही विट्ठल की गायें दौड़ पड़ी और उन्होंने भालू को सींगों से मारना शुरू कर दिया।

गायों के हमले से भालू विट्ठल को छोड़कर जंगल में भाग गया। भालू ने नाखूनों से उसके चेहरे, हाथ और सिर पर नाखूनों से गंभीर चोट पहुंचाई। परिजनों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। इसके बाद वनकर्मी मौके पर पहुंचे और परिजनो के साथ उसे भैंसदेही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे। प्राथमिक उपचार के बाद लाए उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।

इनका कहना…

पानी की तलाश में कई बार वन्य जीव रहवासी इलाके में आ जाते हैं। एक और ग्रामीण पर भालू के हमले की जानकारी मिली है। वन कर्मियों को घायल का उपचार कराने के लिए भेजा गया है। आसपास के इलाके में तलाश प्रारंभ कराई गई है। ग्रामीणों को समझाइश दी गई है कि वे अकेले खेतों की ओर न जाएं। रात में घरों से बाहर न निकलें।
आशीष बंसोड़, एसडीओ, दक्षिण वन मंडल, भैंसदेही

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