अजगर को मारने का प्रयास, घायल अवथा मे मिला
Ajgar Ka Rescue – बैतूल : अजगर सांप को मारने का प्रयास किया गया ।घायल अवस्था में अजगर मिलने पर उसका प्राथमिक उपचार कराने के बाद इलाज के लिए भोपाल भेजा गया है ।मामला सारणी के पास बाकूद गांव का है
बताया जा रहा है की बाकुड़ गांव निवासी मनोज नागवंशी द्वारा सतपुड़ा बायोडायवर्सिटी कंजर्वेशन सोसायटी के अध्यक्ष आदिल खान को जानकारी दी गई की गांव में नदी के पास घास में एक बड़ा अजगर सांप काफी समय से पड़ा हुआ है। गांव के बच्चे खेल रहे थे जब उनकी गेंद वहां गई तब उन्हें अजगर दिखाई दिया।
गंभीर रूप से घायल था अजगर | Ajgar Ka Rescue
इसके बाद आदिल खान मौका स्थल पर पहुंचे और जब उन्होंने अजगर सांप को घास हटाकर देखा तो अजगर का व्यवहार असमान्य नज़र आया। आदिल ने बताया कि अजगर गंभीर रूप से घायल था, उसके शरीर पर घाव के गहरे निशान देखने पर प्रतित हो रहा था की किसी अज्ञात व्यक्ति के माध्यम से अजगर को मारने का असफल प्रयास किया गया था परंतु अजगर मरा नहीं था और घायल अवस्था में घास के बीच में पड़ा हुआ था। अजगर के शरीर में एक लोहे का तार भी बंधा हुआ था।
इसके बाद आदिल खान द्वारा मौका स्थल से ही वन विभाग के सारनी एसडीओ सारनी अजय वहाने को मामले की जानकारी दी एवं अजगर का रेस्क्यू कर उसका उपचार कराया।
अवकाश का दिन होने के चलते अजगर का प्राथमिक उपचार सतपुड़ा बायोडायवर्सिटी कंजर्वेशन सोसायटी के अध्यक्ष आदिल के घर पर ही किया गया जहां पर निलेश झरबड़े, दीपक पटेल द्वारा भी उपचार हेतु विशेष सहयोग प्रदान किया गया। सहायक पशु चिकित्सा रूपेश उबनारे द्वारा पशु चिकित्सक अंकित मेश्राम एवं पशु चिकित्सक श्रीमती कीर्ति ठाकरे के मार्गदर्शन में अजगर का प्राथमिक उपचार किया गया। अजगर के गहरे घाव की साफ-सफाई कर उसे एंटीबायोटिक इंजेक्शन दिए गए। जानकारी के मुताबिक अजगर के शरीर पर गहरे घाव थे एवं उसकी कुछ पसलियां भी टूटी हुई थी, घाव लगभग तीन से चार दिन पुराने थे।
इलाज करवाने हेतु रेफर किया गया | Ajgar Ka Rescue
अजगर की स्थिति अत्यधिक गंभीर होने पर आदिल के माध्यम से भोपाल निवासी स्वाति गौरव स्टेट कोऑर्डिनेटर पीपल फॉर एनिमल्स को मामले की संपूर्ण गंभीरता की जानकारी दी गई, इसके बाद स्वाति गौरव के माध्यम से भोपाल में मौजूद वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा कर अजगर को भोपाल लाने हेतु सहमति ली गई एवं रात को 10 बजे अजगर को सारनी से वन्यप्राणियों का इलाज करने वाले सर्जन से इलाज करवाने हेतु रेफर किया गया, जिसके लिए सतपुड़ा बायोडायवर्सिटी कंजर्वेशन सोसायटी के अध्यक्ष आदिल खान एवं वन परिक्षेत्र अधिकारी सारनी भी रात में ही पशु चिकित्सालय सारनी पहुंचे थे।
इनका कहना:-
डॉ कीर्ति ठाकरे के मार्गदर्शन में अजगर को प्राथमिक उपचार दिया गया एवं हालात गंभीर होने पर रात में ही अजगर को बेहतर उपचार के लिए रेफर कर दिया गया।
रुपेश उबनारे, सहायक पशु चिकित्सक, सारनी।
बाकुड़ गांव में अजगर गंभीर अवस्था में हमारे माध्यम से रेस्क्यू किया गया एवं पशु चिकित्सकों के मार्गदर्शन में अजगर को प्राथमिक उपचार देने के बाद वन विभाग को सौंप दिया गया। जहां से उसे बेहतर उपचार के लिए भोपाल भेजा गया है।