टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर के बच रही है मेहनत
AI KHETI KISANI – कृषि प्रधान देशों में भारत का नाम भी शुमार है यहाँ कई तरह की खेती की जाती है जिनमे अलग अलग तकनीकों का भी इस्तेमाल किया जाता है मगर आस पड़ोस के देश में अब खेती किसानी के लिए रोबोट और आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल किया जा रहा है जिससे जुड़ा वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
डेवेलोप किया रोबोट | AI KHETI KISANI
इज़राइली स्टार्टअप Tevel Aerobotics Technologies ने फ्लाइंग ऑटोनॉमस रोबोट्स (FARs) को डेवलप किया है. ये पेड़ से केवल पका हुआ फल ही तोड़ते हैं और कलेक्ट कर धीरे से नीचे ट्रे में रखते हैं. चूंकि, ये कोई इंसान नहीं हैं इसलिए ये 24/7 काम कर सकते हैं. ये फल तोड़ने वाले ड्रोन थकते भी नहीं हैं और इन्हें कॉफी ब्रेक या वॉशरूम जाने की भी जरूरत नहीं पड़ती।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस रोबोट
ये रोबोट गैस और बिजली से चलते हैं और कनेक्टेड रहते हैं. इसलिए इन्हें रिचार्ज होने के लिए उतरने की भी जरूरत नहीं पड़ती. हर FAR एंडवांस्ड आर्टिफिशियल इंटेलिडजेंस (AI) से लैस होता है. जो यह निर्धारित करने में मदद करता है कि कोई विशेष फल तोड़ने के लिए तैयार है या नहीं. साथ ही कोई खराबी पाए जाने पर ये उसे छोड़ भी देता है।
फलों की डिटेल करता है एकत्रित | AI KHETI KISANI
ये फल तोड़ने वाले ड्रोन रियल टाइम डेटा भी उपलब्ध करते हैं. जैसे- तोड़े गए फलों की कुल संख्या, हर फल की साइज और वजन, कलर और जियोलोकेशन आदि. कैलिफोर्निया, इटली और चिली में कुछ फार्म्स में इन ड्रोन्स को इस्तेमाल में लाया भी जा रहा है।