MP Election – चार सीट जिताने वाले गुड्डू शर्मा की कांग्रेस में उपेक्षा

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दो जिलाध्यक्ष बनने के बाद बढ़ी गुटबाजी नहीं हो रही कम

MP Electionबैतूल विधानसभा चुनाव को लेकर दोनों ही प्रमुख दल कांग्रेस और भाजपा ने उम्मीदवारों की घोषणा के बाद चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सबसे पहले मुलताई में आमसभा के माध्यम से जिले में चुनाव प्रचार का शंखनाद किया। वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने भी कल शाहपुर में कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में आमसभा ली।

एक तरफ शिवराज सिंह ने मुलताई सीट से टिकट से वंचित अन्य दावेदारों को साधने की कोशिश करी और काफी हद तक गुटबाजी पर विराम लगाने का प्रयास किया। इसके विपरीत कल शाहपुर में क्षेत्र के कांग्रेस विधायक और टिकट कटने से व्यथित ब्रम्हा भलावी कार्यक्रम में ही नहीं आए। साथ ही संगठन के कुछ पदाधिकारियों द्वारा उनकी उपेक्षा को लेकर मंच पर ही कमलनाथ से शिकायत करने की जानकारी भी सार्वजनिक हो रही है।

दो अध्यक्ष बनने के बाद बढ़ी गुटबाजी | MP Election

कांग्रेस के इतिहास में पहली बार जिला कांग्रेस संगठन में दो अध्यक्षों की नियुक्ति हुई। जिसमें 2018 से अभी तक पूर्णकालिक जिलाध्यक्ष सुनील गुड्डू शर्मा को जिला कांग्रेस शहर अध्यक्ष बना दिया गया। और उनके कार्य क्षेत्र को सीमित कर दिया गया।

वहीं जिला कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष बनाए गए हेमंत वागद्रे को जिला कांग्रेस ग्रामीण का अध्यक्ष बना दिया गया। इसके बाद से ही कांग्रेस संगठन में ही अपने वजूद को लेकर दोनों ही अध्यक्षों में समय-समय पर तल्खी और दूरी सार्वजनिक रूप से दिखाई देने लगी। जिले के कांग्रेस के आम कार्यकर्ता भी इस बढ़ती गुटबाजी से परेशान रहे हैं। चूंकि दोनों अध्यक्षों को अलग-अलग दो विधायकों का समर्थन भी है इसलिए यह गुटबाजी और बढ़ रही है।

शर्मा की उपेक्षा, हुए शिकवा-शिकायत

कांग्रेस के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कल शाहपुर में कमलनाथ की आमसभा के दौरान मंच पर ही जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुनील शर्मा अखबार लेकर पहुंचे और चर्चा यह हे कि उनमें प्रकाशित विज्ञापनों को दिखाते हुए उन्होंने कमलनाथ से कहा कि उनकी इन विज्ञापनों में फोटो प्रकाशित ना कर भारी उपेक्षा की गई है।

कमलनाथ को अख़बार दिखाते हुए सुनील शर्मा

इन विज्ञापनों में जिले के सभी कांग्रेस प्रत्याशियों सहित जिला कांग्रेस ग्रामीण अध्यक्ष हेमंत वागद्रे का फोटो था। सिर्फ जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुनील शर्मा की फोटो गायब थी। जिले से प्रदेश कांग्रेस में एकमात्र पदाधिकारी महामंत्री समीर खान का भी इन विज्ञापनों में फोटो नहीं है।

बताया जा रहा है कि इसको लेकर मंच पर उपस्थित कुछ नेताओं ने सफाई दी। गौरतलब है कि सुनील गुड्डू शर्मा मई 2018 में जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष निर्वाचित हुए थे। और उनके निर्वाचित होने के 6 माह के भीतर ही विधानसभा चुनाव हुए थे जिसमें वर्षों बाद कांग्रेस को 5 में से 4 विधानसभा सीटों में भारी जीत हासिल हुई थी। ऐसे जिलाध्यक्ष का फोटो पीसीसी चीफ के जिले में आगमन के दौरान प्रकाशित विज्ञापनों में ना होना निश्चित रूप से कांग्रेस के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है।

अंतिम क्षणों में ब्रम्हा का जुड़ा फोटो | MP Election

कांग्रेस सूत्रों ने यह भी बताया कि इन विज्ञापनों में क्षेत्र के कांग्रेस विधायक ब्रम्हा भलावी का फोटो भी नहीं था। अंतिम क्षणों में कांग्रेस के एक पदाधिकारी ने अखबार के कार्यालयों में फोन करके ब्रम्हा भलावी का फोटो जोड़ने का संदेश दिया। इसके बाद विज्ञापन में ब्रम्हा का फोटो जोड़ा गया।

जबकि 2018 के विधानसभा चुनाव में ब्रम्हा भलावी ने घोड़ाडोंगरी विधानसभा सीट से रिकार्ड मतों से जीतने का पिछले 60 सालों का रिकार्ड तोड़ा था। यह बात अलग है कि रिकार्ड मतों से जितने के बावजूद कांग्रेस ने 2023 के चुनाव में ब्रम्हा की टिकट काटकर नए उम्मीदवार को मौका दिया है।