अब सरपंच के लिए तीन उम्मीदवार हैं मैदान में
Betul News – आठनेर(निखिल सोनी) – सरपंच बनने के लिए लोग क्या नहीं करते हैं? यह किसी से छिपा नहीं है। यहां तक लोग चुनाव जीतने के लिए साम-दाम-दण्ड- भेद की नीति अपनाने से भी परहेज नहीं करते हैं। लेकिन आपको यह जानकार बेहद ताज्जुब होगा कि एक महिला ने शिक्षिका वर्ग तीन बनने के लिए सरपंच पद की कुर्सी छोड़ दी है। इस महिला शिक्षिका की चहुंओर चर्चा हो रही है।
एक साल बाद ही दिया त्याग पत्र | Betul News
प्राप्त जानकारी के अनुसार क्षेत्र की ग्राम पंचायत मांडवी संरपच सपना विजेन्द्र ईवने ने 1 वर्ष बाद पद से त्यागपत्र दिया है। मांडवी संरपच पद के लिए 13 जून को दोबारा मतदान प्रक्रिया की जा रही है। सपना उईके का चिचोली ब्लाक क्षेत्र में शिक्षक वर्ग 3 के लिए चयन हुआ है। संरपची छोडऩे का मुख्य उद्देश्य भविष्य उज्जवल करना बताया है। मांडवी के ग्रामीणों ने सपना की योग्यता के आधार पर ही उन्हें सरपंच पद के चुनाव में जिताया था।
शिक्षक बनकर पूरा किया सपना
सपना विजेन्द्र ईवने से इस संबंध में उनकी राय जानी गई जिसमें उनके द्वारा बताया है कि उनकी दिलचस्पी शिक्षक बनने की थी जो पूरी हुई। एमएससी करने बाद लगातार मेहनत करने का फल उन्हें मिला है। शिक्षक की बेटी होने के नाते शिक्षा विभाग में सेवा देना उनका सपना था जो पूरा हुआ है। मांडवी में सरपंच पद के लिए 3 उम्मीदवार मैदान में हैं जिसमें चंद्रकला मरकाम सुनीता धुर्वे रामरती के बीच मुख्य मुकाबला है । योग्य उम्मीदवार के चयन के लिए ग्रामीण जनता का सहयोग किसी मिलेगा ईवीएम मशीन तय करेगी।
योग्यता के आधार पर ही बनी थी सपना संरपच | Betul News
मांडवी के ग्रामीणों ने सपना विजेन्द्र ईवने को ऊनकी योग्यता के आधार पर ही 1 वर्ष पुर्व हुए चुनाव में भारी मतों से विजयी श्री दिलाई थी उनके पति विजेंद्र भी सरपंच का 5 वर्षों का सफल कार्यकाल किया गया था उनके बाद पत्नी सपना संरपच बनी थी।