सांध्य दैनिक खबरवाणी, बैतूल:- नर्मदापुरम संभाग के डिविजनल कमिश्नर केजी तिवारी ने 11 जुलाई को बैतूल में अधिकारियों की बैठक लेकर बारिश में किसी भी तरह की जन-धन हानि को लेकर सभी अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए थी। उन्होंने कहा था कि वर्षा ऋतु के दौरान सभी एसडीएम, जनपद सीईओ, सीएमओ और संबंधित विभागों के अधिकारी सतर्क रहें।
1. सुरक्षा के सभी पूर्व आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। सार्वजनिक इमारतों, स्कूल भवनों, आंगनवाडिय़ों, स्वास्थ्य केन्द्रों पर सतत नजर बनाएं रखें। जर्जर भवनों को तत्काल डिस्मेंटल कराएं। किसी भी प्रकार की जनहानि और धन हानि न हो यह सुनिश्चित किया जाएं। इस बैठक में कलेक्टर नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी, वन मंडल अधिकारी उत्तर नवीन गर्ग, वन मंडल अधिकारी वरुण यादव, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अक्षत जैन, सुंदर निवेदन, उपायुक्त नर्मदापुरम श्रीगणेश, अपर कलेक्टर राजीव नंदन श्रीवास्तव सहित जिले के सभी वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
33 जर्जर भवनों को थमाए नोटिस
बैतूल शहर में खतरा बनकर खड़े जर्जर भवनों को नपा ने नोटिस थमाए है, इन्हें डिस्मेंटल करने के लिए कहा गया है, लेकिन 33 में केवल 8 जर्जर भवनों को ही डिस्मेंटल कियाग या है। 33 में से 8 डिस्मेंटल होने के बाद अब भी 25 जर्जर भवन शहर और शहर की जनता के लिए खतरा बनकर खड़े हैं।
और इधर जर्जर दीवार गिरने बुजुर्ग महिला की दबने से मौत
बैतूल बाजार में रविवार दोपहर एक दर्दनाक हादसे में 65 वर्षीय बुजुर्ग महिला की मौत हो गई। घटना बाजार चौक की है, जहां अचानक एक पुराने मकान के बाथरूम की जर्जर दीवार भरभराकर गिर गई। दीवार के मलबे में दबने से महिला की मौके पर ही मौत हो गई। मृतक महिला पंचफुला पति शंकरराव बसले अपने पुराने मकान के दरवाजे के पास बैठी हुई थीं। दोपहर करीब तीन बजे अचानक बाथरूम की जर्जर दीवार उनके ऊपर गिर गई। चीख-पुकार सुनकर पास ही चाय की दुकान पर खड़े समाजसेवी आशीष राठौर और अन्य लोग मौके पर पहुंचे। उन्होंने मलबा हटाकर महिला को बाहर निकाला, लेकिन तब तक उसकी सांसें थम चुकी थीं। घटना की सूचना मिलते ही बैतूल बाजार पुलिस मौके पर पहुंची और पंचनामा कार्रवाई कर महिला का शव पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। बताया जा रहा है कि महिला का परिवार महाराष्ट्र में रहता है। मृतका का बेटा उमेश बसले एक होटल में काम करता है।
खुद नगरपालिका का भवन ही जर्जर, लटक रहे टीन, पॉलीथिन
जर्जर भवनों की बात की जाए तो खुद नगरपालिका का भवन ही अंग्रेजों के जमाने का है जो अब जर्जर हालत में है। हालंाकि यह बैतूल की शान और पहचान भी है, लेकिन इसके रखरखाव में कमी के कारण इसकी हालत भी खस्ता हो गई है। बारिश का पानी अंदर न जाए इसलिए छत पर पॉलीथिन डाली गई तो वहीं टीन भी डाले गए हैं, लेकिन तेज हवा के कारण छत से टीन लटके हुए दिखाई दे रहे हैं, जो तेज हवा के कारण नीचे गिर सकते हैं और यदि कोई नीचे आता-जाता रहा तो घायल भी हो सकता है।
नोटिस दिए हैं
नगर के 33 जर्जर भवनों को डिस्मेंटल के लिए नोटिस जारी किए गए हैं, जिनमें से 8 डिस्मेंटल किए गए हैं, बाकी 25 भवनों का डिस्मेंटर किया जा रहा है।
सतीश मटसेनिया, नपा सीएमओ, बैतूल