Search ई-पेपर ई-पेपर WhatsApp

बैतूल:- छात्रवृत्ति घोटाले में आरोपी बनाए गए कॉलेज के तीन कर्मचारी 6 माह बाद भी फरार…

By
On:

सांध्य दैनिक खबरवाणी, बैतूल:- जिले के सबसे बड़े लीड कॉलेज पीएमश्री जयंवती हॉक्सर शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में हुए गांव की बेटी और प्रतिभा किरण योजना के लगभग 2 करोड़ 22 लाख रुपए के घोटाले में बनाए गए 3 आरोपी मामला उजागर होने के 7 माह बाद भी फरार हैं, वहीं पूरी जांच ठंडे बस्ते में है। इस बहुचर्चित छात्रवृत्ति घोटाले में वैसे तो दो पूर्व प्राचार्य डॉ. राकेश तिवारी और डॉ. विजेता चौबे के नाम भी सामने आए थे, जिन पर जांच चल रही है। जबकि तीन मुख्य आरोपी फरार हैं। चूंकि दोनों प्राचार्य संस्था प्रमुख थे इसलिए इनकी जांच चल रही है।
1. गौरतलब है कि जेएच कॉलेज आदिवासी बाहुल्य बैतूल जिले का सबसे बड़ा सरकारी लीड कॉलेज है और यहां पर अधिकतर संख्या में एससी-एसटी वर्ग के छात्र-छात्राएं अध्ययन करते हैं, इन्हीं छात्र-छात्राओं को दी जाने वाली विभिन्न योजनाओं की छात्रवृत्ति में लंबे समय से घोटाला किया जा रहा था, इसका खुलासा हुआ और परतदर परत मामला खुलता गया और गांव की बेटी योजना के बाद प्रतिभा किरण योजना छात्रवृत्ति में भी घोटला सामने आया है। गांव की बेटी योजना की छात्रवृत्ति में घोटाले के बाद प्रतिभा किरण योजना में भी 45 लाख रुपए के घोटाले का मामला सामने आया था

2. जिसके बाद दोनों छात्रवृत्ति की राशि लगभग 2 करोड़ 22 लाख रुपए हो गई। सबसे बड़ी बात यह है कि मामले में बनाए गए तीन आरोपी पिछले सात माह से फरार चल रहे हैं, लेकिन पुलिस इन आरोपियों तक नहीं पहुंच सकी है। मामले में जेएच कॉलेज के पिलिप प्रकाश वंजारे, रिंकू पाटिल और ऑपरेटर दीपेश डहेरिया आरोप बनाए गए हैं,वहीं उस समय मामले में दोषी पाए जाने पर पूर्व प्राचार्य डॉ. विजेता चौबे को सस्पेंड कर नर्मदापुरम क्षेत्रीय अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा में अटैच कर दिया गया था।

फर्जी खातों में ट्रांसफर किए थे 2 करोड़ 22 लाख:-

बैतूल के जेएच कॉलेज में 2 करोड़ 22 लाख के छात्रवृत्ति घोटाले में पूर्व प्राचार्य डॉ. विजेता चौबे को सस्पेंड कर दिया गया था। उच्च शिक्षा विभाग के अपर सचिव वीरन सिंह भलावी ने 6 जनवरी को इस संबंध में आदेश जारी किए थे। सस्पेंड की गई प्राचार्य विजेता चौबे ने कई छात्रवृत्ति योजनाओं की राशि कॉलेज के लिपिक प्रकाश वंजारे, रिंकू पाटिल और ऑपरेटर दीपेश डहेरिया के फर्जी खातों में डालकर गबन किया था। जांच में दोषी पाए जाने पर डॉ. विजेता चौबे को सस्पेंड कर नर्मदापुरम में क्षेत्रीय अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा में अटैच किया गया है। घोटालेबाजों ने प्रतिभा किरण योजना के 347 हितग्राहियों के हिस्से की 17 लाख 35 हजार की रकम अपने परिचितों के खातों में ट्रांसफर किए थे। इन्होंने उन्हीं 95 खातों में राशि भेजी है, जिसमें गांव की बेटी योजना के 2893 हितग्राहियों के 1 करोड़ 44 लाख 65 हजार ट्रांसफर किए थे। करोड़ों की राशि के हेरफेर में 3240 बार पेमेंट हुआ है।

दस्तावेज रखे हुए कमरे किए थे सील:-

महालेखाकार की ओर से नर्मदापुरम संभाग आयुक्त, बैतूल कलेक्टर, प्रिंसिपल जेएच कॉलेज को लिखे पत्र के बाद कॉलेज प्रबंधन को इस फर्जीवाड़े की भनक लगी थी। पत्र मिलने के बाद प्रिंसिपल ने उन 2 कमरों को सील करवा दिया, जिनमें योजना से जुड़े दस्तावेज रखे थे। इसके बाद कलेक्टर की ओर से जिला ट्रेजरी ऑफिसर के नेतृत्व में 5 सदस्यीय दल को जांच के लिए भेजा था।
घोटाले की हो रही जांच: गांव की बेटी और प्रतिभा किरण योजना में 1 करोड़ 62 लाख 5 हजार का घोटाले की जांच के दौरान सहायक आयुक्त आदिवासी विकास और पिछड़ा वर्ग अल्पसंख्यक कार्यालय द्वारा दी जाने वाली छात्रवृत्ति में भी संदिग्ध भुगतान होना पकड़ा था। कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी ने 23 दिसंबर को जांच करने ट्रेजरी अफसर अरुण वर्मा के नेतृत्व में टीम को जांच का जिम्मा सौंपा था। जांच टीम ने सहायक आयुक्त कार्यालय और पिछड़ा वर्ग अल्पसंख्यक कार्यालय में जांच की। उस समय ट्रेजरी अधिकारी अरूण वर्मा ने बताया था कि शुरुआती जांच में 65 खाते संदिग्ध मिले थे। वर्ष 2019 से 2022 तक गड़बड़ी होने की आशंका है।

2 कर्मचारियों ने छात्रवृत्ति के 45 लाख दूसरे खातों में डाले थे:-

गांव की बेटी और प्रतिभा किरण योजना के बाद एससी, एसटी और ओबीसी की पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति में भी घोटाले का खुलासा हुआ था। शुरुआती जांच में वित्तीय वर्ष 2019 से 2022 तक 65 फर्जी खाते में 45 लाख रुपए डालकर गबन करना पकड़ा था। गांव की बेटी और प्रतिभा किरण योजना की राशि में घोटाला करने जिन 95 खातों का उपयोग किया था, ये उन्हीं में से हैं। अधिकांश खाते प्रभातपट्टन ब्लॉक के हैं। छात्रवृत्ति में भी कॉलेज के छात्रवृत्ति प्रभारी रिंकू पाटिल, कम्प्यूटर ऑपरेटर दीपेश डेहरिया ने वित्तीय वर्ष 2019-20, 20220-21 और 2021-22 में गोलमाल किया।

आरोपियों की तलाश जारी है: सरविंद्र धुर्वे:-

जेएच कॉलेज में हुए छात्रवृत्ति घोटाले के मामले में तीन प्रमुख आरोपी हैं, इनमें प्रकाश वंजारे, रिंकू पाटिल और दीपेश डेहरिया शामिल हैं। मामले में आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस टीम लगातार आरोपियों की तलाश की जा रही है। इधर इस मामले में वर्तमान स्थिति जानने के लिए जेएच कॉलेज की प्राचार्य डॉ. मीनाक्षी चौबे के मोबाइल नंबर पर उन्हें फोन किया गया, लेकिन लगातार रिंग बजने के बाद भी उन्होंने फोन रिसवी नहीं किया। आपको बता दें कि जिले के सबसे बड़े लीड जेएच कॉलेज में लगभग 14 हजार से ज्यादा छात्र-छात्राएं अध्ययन करते हैं ऐसे में इतने बड़े कॉलेज में हुए करोड़ों रुपए के छात्रवृत्ति घोटाले की जांच कछुआ चाल से होने के कारण पूरी जांच पर ही सवालिया निशान लग रहे हैं।

For Feedback - feedback@example.com
Home Icon Home E-Paper Icon E-Paper Facebook Icon Facebook Google News Icon Google News