उड़ीसा में ट्रैन दुर्घटना का बड़ा हादसा 239 लोगो की मौत 900 घायल जाने पूरी खबर ओडिशा के बालासोर ज़िले के पास शुक्रवार की शाम करीब सात बजे भीषण ट्रेन हादसा हुआ जिसकी चपेट में तीन ट्रेनें आई हैं और अब तक 238 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है और करीब 900 लोग घायल हुए हैं.
उड़ीसा में ट्रैन दुर्घटना का बड़ा हादसा 239 लोगो की मौत 900 घायल जाने पूरी खबर
- कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन (12841)- शालीमार (हावड़ा के नज़दीक) से चेन्नई जा रही थी.
- सर एम. विश्वेश्वरैया-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन (12864)- यशवंतपुर से हावड़ा जा रही थी.
- मालगाड़ी- बाहानगा बाज़ार स्टेशन पर खड़ी थी.
ईस्ट कोस्ट रेलवे के अधिकारी अमिताभ शर्मा ने सुब्रत कुमार पति को बताया, “पहले कोरोमंडल एक्सप्रेस पटरी से उतरी. ये गाड़ी दूसरी तरफ से आ रही यशवंतपुर हावड़ा एक्सप्रेस से टकराई. इसके बाद कोरोमंडल एक्सप्रेस के कुछ डिब्बे पटरी से उतरे. इसी दौरान कोरोमंडल एक्सप्रेस स्टेशन पर खड़ी मालगाड़ी से टकराई.”
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि पहले सर एम. विश्वेश्वरैया-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन के डिब्बे पटरी से उतरे और वे कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन से टकराए और आखिर में ये मालगाड़ी की चपेट में आए.
ये हादसा बालासोर के पास बाहानगा बाज़ार स्टेशन के नज़दीक हुआ है.

रेल मंत्री ने क्या कहा?
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दुर्घटनास्थल पर पहुंच कर रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लिया.
अश्विनी वैष्णव ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ”ये बड़ा हादसा है. सभी दिवंगत आत्माओं के साथ हमारी प्रार्थनाएं हैं. शुक्रवार रात से लगातार रेलवे, एनडीआरएफ, राज्य सरकार मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन कर रहे हैं.”
सब जगह से लोग बुलाए गए हैं ताकि इस तरह के बड़े हादसे में जिस तरह की कोशिशें होनी चाहिए, वो की जा रही हैं.’
वैष्णव से सवाल किया गया कि हादसे की वजह क्या रही? इस पर वो बोले, ”एक हाई लेवल कमेटी बना दी गई है. इस हादसे की जड़ में जाएंगे. हादसा क्यों हुआ, ये समझा जाएगा. किसी भी जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा. जांच होने दीजिए. अभी सारा ध्यान लोगों के इलाज और रेस्क्यू ऑपरेशन पर है.”
ट्रेन हादसे के बाद टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी ने रेल मंत्री से इस्तीफ़े की मांग की.
अश्विनी वैष्णव से भी यही सवाल पूछा गया कि आपके इस्तीफ़ें की मांग हो रही है, इस पर क्या कहेंगे?
जवाब में अश्विनी वैष्णव बोले, ”मैं यही कहूंगा कि सबसे पहला फोकस लोगों की जान बचाने और राहत कार्य पर रखें.”
अस्पताल के बाहर लोगों का हुजूम

ओडिशा के चीफ़ सेक्रेटरी प्रदीप जेना ने कहा है कि ट्रेन हादसे में घायल हुए लोगों को गोपालपुर के एक अस्पताल में भर्ती किया गया है. इसके अलावा कुछ घायलों को बालासोर के मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया है.
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, देर रात पटरी से उतरी बोगियों में फंसे लोगों को निकालने की कोशिश की जा रही थी. बालासोर अस्पताल के पोस्टमार्टम सेंटर के बाहर लोगों की भीड़ लगी हुई है.
ओडिशा के चीफ सेक्रेटरी प्रदीप जेना ने बताया कि रात को बालासोर में 500 यूनिट ब्लड इकट्ठा किया गया है और लोगों ने आकर रक्त दान किया है.
शनिवार सुबह ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने घटनास्थल पर पहुंचकर जायजा लिया.
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि युद्ध स्तर पर राहत और बचाव कार्य चल रहा है लेकिन अभी भी पटरी से उतरी बोगियों में लोग फंसे होने की आशंका है.
आपात हेल्पलाइन नंबर जारी
ओडिशा राज्य आपदा प्रबंधन ऑथोरिटी के प्रबंध निदेशक ज्ञान रंजन दास ने कहा है कि राज्य सरकार ने आदेश दिया है कि पास के जिलों से भी एंबुलेंस घटनास्थल के लिए रवाना किए जाएं.
दक्षिण रेलवे ने एक ट्ववीट कर जानकारी दी है कि रेलवे की तरफ से लोगों की मदद के लिए अस्थायी हेल्पलाइन नंबर 044- 2535 4771 चालू किया गया है.
जीआरएम खड़गपुर ने भी कहा है कि हावड़ा, खड़गपुर, बालासोर और शालीमार स्टेशनों पर हेल्पलाइन नंबर चालू कर दिए गए हैं. उन्होंने बताया है कि एनडीआरएफ़ की टीमें हादसे की जगह पर पहुंच चुकी हैं.