Side Effects of Peanut – आज के समय में जिस तरह से सब कुछ तरक्की की ओर है तो वहीं दूसरी ओर खान पान को लेकर कोई भी सिरियस नहीं है ऐसे में स्नैक्स के कारण लोग कुछ भी खा लेते हैं। जिसमे सबसे अच्छा स्नैक है मूंगफल्ली .वैसे तो सभी लोग मूंगफल्ली सभी खा लेते हैं। लेकिन फिर कुछ ऐसे जिन्हे मूंग फल्ली नहीं खाना चाहिए नहीं शरीर पर बुरा असर पड़ेगा।
मूंगफल्ली के ऐसे फायदे है लेकिन मूंगफली के नुकसान (Side Effects Of Peanut) भी बहुत हैं. कई लोगों को इसके सेवन से बिल्कुल परहेज करना चाहिए. आप सोच रहे होंगे कि ऐसे लोगों की क्या पहचान है जिन्हें इस नट को नहीं खाना चाहिए. अगर आप भी उस ग्रुप में आते हैं जिन्हें मूंगफली नहीं खानी हैं, तो जान लीजिए आपको कौन से नुकसान हो सकते हैं. जानिए किस तरह के लोगों को मूंगफली नहीं खानी चाहिए?
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सर्दियों में मूंगफली खाने के नुकसान | Side Effects Of Eating Peanuts In Winter
1) गाउट से पीड़ित रोगी
गाउट प्यूरीन मेटाबॉलिज्म विकार के कारण होने वाली बीमारी है. सभी गाउट रोगी हाइपरयूरिसीमिया से पीड़ित होंगे क्योंकि हाई फैटी डाइट यूरिक एसिड के स्राव को कम करेगा और रोग को बढ़ाएगा, इसलिए गठिया के रोगियों को मूंगफली नहीं खानी चाहिए.
2) पित्ताशय-उच्छेदन (कोलेसिस्टेक्टोमी) वाले रोगी
शरीर में फैट के पाचन और अवशोषण के लिए पित्त बहुत जरूरी है. भोजन करने के बाद पित्ताशय पित्त को पाचन और अवशोषण की सुविधा के लिए ग्रहणी में स्रावित करता है. हाई-प्रोटीन और हाई फैट वाले फूड्स पित्ताशय पर तीव्र उत्तेजना पैदा करेंगे, जो पित्त के स्राव को बढ़ावा देगा. मूंगफली में निहित तेल वसा के पाचन को प्रभावित करेगा.
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3) गैस्ट्रिक अल्सर, क्रोनिक गैस्ट्रिक रोगी
इनमें से कई रोगी पुराने पेट दर्द, दस्त या अपच और अन्य लक्षणों से पीड़ित होते हैं. इसलिए उन्हें अपनी डेली डाइट में ऑयल और फैटी भोजन कम करना चाहिए. जबकि मूंगफली में प्रोटीन और वसा की मात्रा अधिक होती है, जिसे शरीर द्वारा पचाना और अवशोषित करना मुश्किल होता है, इसलिए यह इन रोगियों के लिए उपयुक्त नहीं है.
4) वजन कम करने वाले लोग
मूंगफली कैलोरी और वसा से भरपूर होती है. तली हुई मूंगफली खाने का मतलब है कि आपके शरीर में काफी कैलोरी जमा हो जाती है. इसलिए जो लोग अपना वजन कम करना चाहते हैं उन्हें मूंगफली से दूर रहना चाहिए.
5) हाइपरलिपोप्रोटीनेमिया वाले रोगी
हाइपरलिपोप्रोटीनेमिया रोगियों के लिए डाइट थेरेपी में कैलोरी, सेचुरेटेड फैटी एसिड और कोलेस्ट्रॉल का सेवन कम करना है. मूंगफली एक प्रकार का हाई फैट और हाई कैलोरी वाला भोजन है, जो बहुत अधिक खाने से रोग को बढ़ा देगा, जिससे कोरोनरी हृदय रोग और अन्य हृदय रोग हो सकते हैं.