पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती रायसेन किले के सोमनाथ मंदिर पहुंचीं। उन्होंने कहा- हम मंदिर का ताला खुलवाना चाहते हैं, तोड़ना नहीं। ये ताला तो बहुत छोटा है, मेरे घूंसे से भी टूट जाएगा।
जब तक ताला नहीं खुलेगा, तब तक के लिए अन्न त्याग कर रही हूं। चार दिन पहले उमा भारती ने रायसेन के शिव मंदिर में जलाभिषेक की घोषणा की थी।
उमा भारती ने ट्वीट में कहा था- मान्यता है कि नवरात्रि के बाद के पहले सोमवार को शिवजी का अभिषेक करना चाहिए। 11 अप्रैल को गंगोत्री से लाए हुए गंगाजल से रायसेन के सोमेश्वर धाम में गंगाजल चढ़ाऊंगी। राजा पूरणमल, उनकी पत्नी रत्नावली, दोनों बेटे व बेटी और सैनिकों का तर्पण करूंगी। अपनी अज्ञानता के लिए क्षमा मांगूंगी।