School Me Bawaal – टीका-रक्षासूत्र मामले में प्रमाणित हुए आरोप, शिक्षा विभाग सेंट थॉमस स्कूल को थमाएगा नोटिस

बैतूल – School Me Bawaal – मिशनरी स्कूल में बच्चों के माथे पर लगे टीके और हाथों की कलाई पर बांधे गए रक्षासूत्र हटवाने का मामला ठण्डा होता दिखाई नहीं दे रहा है। अब इस मामले में शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने संज्ञान लेेते हुए जांच के बाद सेंट थॉमस स्कूल को नोटिस देने की बात कही है। दरअसल सोमवार को आमला के सेंट थॉमस मिशन हायर सेकेंडरी स्कूल के बच्चों ने अपने परिजनों को बताया था कि स्कूल में उनके माथे पर लगे टीके मिटवा दिए गए और हाथों पर बांधा गया रक्षासूत्र निकलवा दिया गया था। इस मामले में परिजनों और हिन्दू संगठनों ने आपत्ति दर्ज कराते हुए शिकायत दर्ज कराई। साथ ही स्कूल में जाकर विरोध प्रदर्शन किया। इस मामले में शिक्षा विभाग ने टीम भेजकर जांच कराई थी। जिसकी जांच रिपोर्ट बुधवार को जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में जमा हो गई है।

जांच में प्रमाणित हुए आरोप(School Me Bawaal)

जिला शिक्षा अधिकारी अनिल कुशवाह ने बीईओ और बीआरसी आमला को जांच के आदेश दिए थे। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जांच समिति ने 30 बच्चों के बयान दर्ज किए हैं। जिसमें 17 बच्चों ने बताया है कि उनके माथे पर लगे टीके मिटवाए गए। इसके अलावा जांच समिति के पास प्रिंसीपल जीनू प्रकाश का माफी नामा भी आया है जिसमें उन्होंने माफी मांगी है। जांच समिति ने जांच रिपोर्ट बुधवार को जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में जमा कर दी है।

स्कूल को जारी किया जाएगा नोटिस(School Me Bawaal)

निजी स्कूल सेंट थॉमस मिशन हायर सेकेेंडरी स्कूल आमला के खिलाफ हिंदू संगठन के सदस्यों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए स्कूल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी कि यहां पर बच्चों के माथे से टीका मिटवाया जाता है और हाथों पर बंधा हुआ रक्षासूत्र कटवाया जाता है। इस शिकायत को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी अनिल कुशवाह का कहना है कि जांच रिपोर्ट कार्यालय में आ गई है। मैं भीमपुर विकासखंड की बैठक में शामिल होने आ गया हूं इसलिए जांच रिपोर्ट देख नहीं पाया हूं। रिपोर्ट में अगर आरोप प्रमाणित होते हैं तो सेंट थॉमस स्कूल को नोटिस जारी किया जाएगा। जवाब आने के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।

सोमवार को 20 से ज्यादा बच्चे थे टीका लगाकर(School Me Bawaal)

हिंदू संगठन से जुड़े सदस्य और पदाधिकारी पिछले चार माह से इस स्कूल पर नजर रखे हुए थे। उनका कहना है कि लगातार अभिभावकों की शिकायत आ रही थी कि बच्चे घर में पूजा करके माथे पर टीका लगाकर स्कूल जाते हैं लेकिन स्कूल में टीका मिटवा दिया जाता है। एबीवीपी की विभाग छात्रा प्रमुख और शासकीय महाविद्यालय की जनभागीदारी समिति की अध्यक्ष मुक्ता ढोलेकर ने बताया कि सोमवार को 20 से ज्यादा बच्चे टीका लगाकर स्कूल गए थे और जब वह वापस आए तो उन्होंने बताया कि स्कूल में उनका टीका मिटवा दिया गया। इस मामले में मुक्ता ढोलेकर ने बीआरसी आमला, बोडखी पुलिस चौकी और तहसीलदार को लिखित रूप से मंगलवार को शिकायत की थी। मुक्ता का कहना है कि उनकी मांग है कि अगली बार ऐसा होता है तो इस स्कूल की मान्यता खत्म कर देनी चाहिए।

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