शिक्षा विभाग संचालित करेगा स्कूल
Recognition: भोपाल(ई-न्यूज)। राजधानी के जिस स्कूल में 3 साल की बच्ची के साथ टीचर ने रेप किया था उस स्कूल की मान्यता रिन्यू नहीं होगी। अब इस स्कूल को शिक्षा विभाग द्वारा संचालित किया जाएगा। भोपाल में पहली बार ऐसी त्वरित कार्यवाही की गई है। स्कूल में 324 बच्चे पढ़ते हैं। स्कूल की मान्यता अगले सत्र से रिन्यू नहीं की जाएगी।
कलेक्टर ने भेजा प्रस्ताव
टीचर द्वारा बच्ची से रेप के मामले में हंगामे के बाद स्कूल को सील कर दिया गया था। 6 सदस्यीय जांच कमेटी की रिपोर्ट मिलने के बाद कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने सरकार को प्रस्ताव भेजा है कि स्कूल का संचालन डीईओ करें। जांच के लिए दो टीमें बनाई गई थीं। पहली जांच रिपोर्ट में बच्चियों की सुरक्षा को लेकर स्कूल प्रबंधन की ब?ी लापरवाही सामने आई थी। वहीं, दूसरी 7 सदस्यीय कमेटी ने स्कूल के संचालन को लेकर अपनी रिपोर्ट कलेक्टर को दी।
एक-दो दिनों में सौंप दी जाएगी व्यवस्था
डीईओ (जिला शिक्षा अधिकारी) नरेंद्र अहिरवार ने बताया कि भोपाल में पहली बार कोई प्राइवेट स्कूल की कमान सरकारी हाथ में लेंगे। हालांकि, नियम है कि यदि किसी प्राइवेट स्कूल में ऐसा होता है तो उसके संचालन की कमान हम ले सकते हैं। उन्होंने बताया, संकुल प्राचार्य या किसी सरकारी स्कूल के प्राचार्य एक-दो दिन में ही संचालन की व्यवस्था सौंप देंगे। स्कूल प्रबंधन से चर्चा कर रहे हैं। इसके बाद स्कूल खोला जाएगा।
अगले साल नहीं होगी मान्यता रिन्यू
इस टीम में अफसर और शिक्षाविद शामिल थे। स्कूल की मान्यता को लेकर टीम ने मंथन किया। आखिरकार टीम इस नतीजे पर पहुंची कि अभी स्कूल को खोल दिया जाए, लेकिन अगले शिक्षण सत्र से मान्यता रिन्यू न हो। कलेक्टर सिंह ने बताया, जांच कमेटी की रिपोर्ट मिलने के बाद सरकार को प्रस्ताव भेजा है। इसमें मौजूदा शिक्षा सत्र में बच्चों की पढ़ाई जारी रखने की बात कही गई है। संकुल प्राचार्य या सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल को मॉनिटरिंग का जिम्मा सौंपेंगे। अगले सत्र से स्कूल की मान्यता रिन्यू नहीं करने दी जाएगी। साभार…
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