आमला विधानसभा पर कईयों की पैनी नजर, हुए सक्रिय
Politcial News –आमला(पंकज अग्रवाल)– इसी वर्ष नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए आमला- सारणी विधानसभा सीट पर राजनैतिक सरगर्मी शुरू हो गई है। कांग्रेस भाजपा गोंडवाना समेत अन्य दलों के दावेदार सक्रिय हो गए है। आमला सीट पर हार की हैट्रिक झेल चुकी कांग्रेस कर्नाटक चुनाव में पार्टी की सरकार बनने और मध्य प्रदेश में कांग्रेस के पक्ष में दिख रहे माहौल के चलते उत्साहित है। टिकट पाने के लिए कांग्रेस में सबसे ज्यादा दावेदार दिखाई दे रहे है।
प्रमुख नामों में पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष मनोज मालवे, महिला कांग्रेस जिला अध्यक्ष मोनिका मनोज निरापुरे, जिला पंचायत सदस्य हितेश निरापुरे, नगरपालिका अध्यक्ष नितिन गाडरे, मनोज डेहरिया, महेंद्र भारती, सीमा अतुलकर, छन्नू बेले सहित लंबी कतार है। वहीं भाजपा में विधायक डॉक्टर योगेश पंडाग्रे के अलावा अशोक नागले, जितेंद्र बेले सहित आधा दर्जन दावेदार भाजपा की रीतिनीती से टिकट के लिए प्रयासरत है। राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा प्राप्त कर चुकी आम आदमी पार्टी भी अच्छे उम्मीदवार की तलाश में है।
कांग्रेस से ऑफिसर, इंजीनियर भी मांग रहे टिकट|Politcial News

डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे की आमला सीट पर चुनाव लडऩे की संभावना और उनके क्षेत्र में लगातार लोगो के संपर्क में होने से इस क्षेत्र में नया राजनैतिक समीकरण बनने लगा है। वह किस दल से चुनाव लड़ेगी यह स्पष्ट नहीं है। लेकिन राजनीति के जानकार मानते है की उनके कांग्रेस से चुनाव लडऩे की ज्यादा संभावना है। लेकिन लोग उनको भाजपा उम्मीदवार के रूप में देखना चाहते है। चर्चा है कि अजाक्स संगठन उनके लिए लॉबिंग कर रहा है। निशा अजाक्स की प्रदेश उपाध्यक्ष भी है। कांग्रेस से टिकट के लिए शासकीय कर्मचारियों में डिमांड देखी जा रही है।
कांग्रेस से दावेदारों में एक नाम इंजीनियर रमेश बेले का भी सामने आया है। जिला पंचायत में पदस्थ इंजीनियर श्री बेले वैसे तो शासकीय सेवा के दौरान राजनीति से दूर रहते है। लेकिन उनकी पृष्ठभूमि पूरी तरह राजनीतिक ही है। उनकी पत्नी श्रीमती सुनीता बेले को जिला पंचायत अध्यक्ष से लेकर विधायक बनाने ने उनकी महती भूमिका रही है। सुनीता बेले के विधायक निर्वाचित होने के बाद बेले दंपति ने आमला को स्थाई घर बना लिया।
20 वर्षो से आमला में बेले परिवार निवासरत है। सहज सरल मिलनसार रमेश बेले सामाजिक धार्मिक कार्यक्रमों और लोगो के सुख दुख में शामिल होते है। रमेश बेले ने बताया की राजनीति सेवा का बड़ा माध्यम है अवसर मिला तो नौकरी से इस्तीफा देकर चुनाव लडूंगा। कांग्रेस से टिकट की चाह रखने वालों में क्षेत्र में पदस्थ अन्य शासकीय अधिकारी कर्मचारी भी शामिल है। वन विभाग से सेवानिवृत कर्मचारी करणलाल चंदेलकर भी कांग्रेस से दावेदार है।
भाजपा से रिटायर्ड कर्मचारी भी दावेदार|Politcial News

वैसे तो आमला विधानसभा सीट पर विधायक डॉक्टर योगेश पंडाग्रे भाजपा से मजबूत दावेदार है। उनको टिकट मिलना तय बताया जा रहा है। लेकिन भाजपा में दबी जुबान से स्थानीय मुद्दा चल रहा है। सेवानिवृत कर्मचारी भाजपा से टिकट मांग रहे है। उत्कृष्ट स्कूल से रिटायर्ड शिक्षक और खेल के क्षेत्र में जाना पहचाना नाम अशोक झा टिकट की दौड़ में शामिल है। इनकी पत्नी केंद्रीय विद्यालय में शिक्षिका है।
श्री झा भाजपा नगर मंडल में उपाध्यक्ष का दायित्व निभा रहे है। इनके अनुज राजेश झा आमला नगर पालिका के अध्यक्ष रह चुके है। भाजपा से टिकट मांगने वालो में सेवानिवृत रेलवे वाणिज्य पर्यवेक्षक राजेश ढोलेकर का भी नाम है। मिलनसार स्वभाव के राजेश ढोलेकर के बड़े भाई स्व.कन्हैयालाल ढोलेकर भाजपा से आमला के दो बार विधायक रहे है। श्री ढोलेकर भाजपा जिला अनुसूचित जाति मोर्चा में सह कोषा अध्यक्ष है।