लोकप्रिय लोकगायिका मैथिली ठाकुर (Maithili Thakur), जो न केवल बिहार बल्कि पूरे देश में अपनी सुरीली आवाज़ के लिए जानी जाती हैं, अब राजनीति में कदम रखने जा रही हैं। News18 को दिए एक खास इंटरव्यू में मैथिली ने बताया कि वह दरभंगा (Darbhanga) या मधुबनी (Madhubani) से चुनाव लड़ सकती हैं। उन्होंने कहा कि वह पूरी तरह चुनावी मैदान में उतरने के लिए तैयार हैं और अपने क्षेत्र की जनता के लिए काम करना चाहती हैं।
संगीत और राजनीति दोनों साथ-साथ
मैथिली ठाकुर ने कहा कि उनके लिए संगीत और सेवा दोनों ही जीवन के अभिन्न हिस्से हैं। उन्होंने कहा, “भगवान की सेवा और जनता की सेवा दोनों साथ-साथ चलेंगी। राजनीति में आने से मेरे संगीत पर कोई असर नहीं पड़ेगा। मैं अपने लोकगीतों से लोगों के दिलों में जगह बनाती रहूंगी और जनता की सेवा भी करती रहूंगी।”
बीजेपी से जुड़ाव का दिया संकेत
जब मैथिली ठाकुर से पूछा गया कि वह किस पार्टी से चुनाव लड़ेंगी, तो उन्होंने मुस्कुराते हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) की ओर इशारा किया। उन्होंने कहा, “मेरी सोच इस पार्टी से मिलती है। आपने मेरे गाने सुने होंगे, मेरी तस्वीरें देखी होंगी। मेरा गहरा संबंध सनातन धर्म से है, इसलिए आप समझ सकते हैं कि मैं किस दिशा में जा रही हूं। दो दिनों में सब साफ हो जाएगा।”
पीएम मोदी से प्रेरित होकर राजनीति में आने का फैसला
मैथिली ठाकुर ने बताया कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) से बेहद प्रभावित हैं। उन्होंने कहा कि मोदी जी के काम और समर्पण ने उन्हें राजनीति में आने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा, “मोदी जी को देखकर ही मैंने तय किया कि मुझे भी समाज के लिए कुछ करना है। अब संगीत के साथ-साथ राजनीति के माध्यम से भी जनता की सेवा करूंगी।”
दरभंगा या मधुबनी से मिल सकता है टिकट
सूत्रों के मुताबिक, मैथिली ठाकुर को बीजेपी की ओर से अलीनगर सीट से टिकट मिल सकता है, हालांकि इस पर अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। बताया जा रहा है कि मैथिली की हाल ही में बीजेपी चुनाव प्रभारी विनोद तावड़े और केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय से मुलाकात हुई थी, जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं। इसी के बाद से उनके बीजेपी में शामिल होने की चर्चाएं तेज हो गईं।
मिथिला क्षेत्र में एनडीए के लिए गेमचेंजर साबित हो सकती हैं मैथिली
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि मैथिली ठाकुर का राजनीति में आना मिथिला क्षेत्र (Mithila Region) में एनडीए (NDA) के लिए बड़ा गेमचेंजर साबित हो सकता है। मैथिली की लोकप्रियता, लोकसंस्कृति से जुड़ाव और साफ-सुथरी छवि उन्हें जनता के बीच मजबूत उम्मीदवार बनाते हैं। अगर वह बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ती हैं, तो मिथिला की राजनीति में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है।





