बैतूल{Highprofile Chunav} – नगर पालिका परिषद बैतूल के 33 वार्डों में चुनाव प्रचार शबाब पर है। सभी वार्डों में जहां कांग्रेस एवं भाजपा के उम्मीदवार पार्टी के सिंबाल के साथ चुनाव में उतरे हैं वहीं आम आदमी पार्टी 15 वार्डों में तथा कई वार्डों में निर्दलीय उमीदवार भी डटे हुए हैं। इन सब के बीच कुछ वार्डों में वरिष्ठ नेताओं के चुनाव लड़ने से उन वार्डों में सभी की नजरें जमी हुई हैं।
तीन उम्मीदवार है मैदान में
शहर के टिकारी क्षेत्र के वार्ड नं. 14 प्रताप वार्ड से वैसे तो तीन उमीदवार मैदान में हैं जिनमें भाजपा की ओर से पूर्व नगर पालिका उपाध्यक्ष श्रीमती रजनी राजेश वर्मा फिर से चुनाव लड़ रही हैं। 2015 में कांग्रेस की टिकट पर नगर पालिका चुनाव लड़ चुके उमेश डैनी भावसार की पत्नी श्रीमती सारिका भावसार कांग्रेस की टिकट पर पार्षद का चुनाव लड़ रही हैं। वैसे इस वार्ड से सदर क्षेत्र के यशवंत बबलू साहूू भी सिलाई मशीन चुनाव चिन्ह पर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं।
अंतिम समय में दिया टिकट
राजनीति के जानकारों का कहना है कि प्रताप वार्ड से भाजपा कुंबी समाज से जुड़ी राने परिवार की बहू को उम्मीदवार बनाना चाह रही थी। और उन्होंने नामांकन फार्म भी भरा था, लेकिन इसी बीच वार्ड के कुर्मी समाज का एक प्रतिनिधि मंडल भाजपा के पूर्व सांसद हेमंत खण्डेलवाल से मिला और उसने श्रीमती रजनी वर्मा को टिकट देने की मांग की थी।
भाजपा को जारी करना पड़ा था तीसरी सूची
भाजपा द्वारा 33 वार्डों के लिए उम्मीदवार घोषित करने में तीन सूची का सहारा लेना पड़ा। भाजपा ने पहली सूची में 21 वार्डों के उम्मीदवार कर पाई। इसके बाद दूसरी सूची में 8 और अंतिम सूची में 4 उम्मीदवार घोषित हुए। और अंतिम सूची में घोषित एक उम्मीदवार को नामांकन वापसी के अंतिम दिन बदल दिया गया। इस तरह से उम्मीदवारों की घोषणा में भाजपा को काफी पसीना बहाना पड़ा। यही स्थिति प्रताप वार्ड के उम्मीदवार की घोषणा करने में बनी रही। और अंतिम सूची में प्रताप वार्ड से श्रीमती रजनी राजेश वर्मा को टिकट मिली।
वार्ड में मतदाताओं का ऐसा हैं जातिगत समीकरण
गौरतलब है कि 2015 के नगर पालिका चुनाव में प्रताप वार्ड से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में निशांत वर्मा चुनाव जीते थे और भाजपा उम्मीदवार दूसरे स्थान पर रहा था। लेकिन इस बार इस वार्ड में चुनावी संघर्ष कांग्रेस-भाजपा उम्मीदवारों के बीच में है। इस वार्ड में कुंबी मतदाता सर्वाधिक संख्या में है। प्रताप वार्ड में कुल मतदाताओं की संख्या 3624 बताई जा रही है। इनमें कुुंबी समाज से जुड़े लगभग 1300 मतदाता हैं। जो चुनाव परिणाम को प्रभावित कर सकते हैं। भाजपा उम्मीदवार के कुर्मी समाज के मतदाताओं की संख्या वार्ड में दूसरे नंबर पर है। जो लगभग 450 से 500 है। वार्ड में अन्य जाति के मतदाताओं को देखे तो इनमें अनुसूचित जाति संख्या में तीसरे नंबर पर है और इनके मतदाताओं की संख्या 400 से 425 है।
इसी तरह से आदिवासी समाज भी इस वार्ड में बड़ी संख्या में है और उनके भी मतदाता 200 से अधिक ही हैं। इसके अलावा रजक समाज के 200, विश्वकर्मा बढ़ई समाज से लगभग 150, राठौर, साहू समाज से 220 के अलावा अन्य पिछड़ा वर्ग के स्वर्णकार समाज के 100 और पंवार भी 50 की संख्या में मतदाता माने जा रहे हैं। सामान्य वर्ग के मतदाताओं की बात करें तो इस वार्ड में ब्राम्हण मतदाता भी अच्छी संख्या में है। लगभग 100 ब्राम्हण मतदाता हैं। इसी तरह से राजपूत समाज/ ठाकुर समाज के भी कुछ घर हैं। इनकी संख्या मतदाता के रूप में 30 से 50 है।
दोनों हो सकते हैं अध्यक्ष के दावेदार
यदि इस वार्ड का चुनाव परिणाम भाजपा के पक्ष में गया तो पूर्व नपा उपाध्यक्ष रजनी वर्मा परिषद में भाजपा का बहुमत आने पर नपाध्यक्ष की गंभीर दावेदार रहेंगी। इसी तरह से कांग्रेस में स्थिति है। यदि वार्ड का चुनाव परिणाम कांग्रेस के पक्ष में गया और परिषद में कांग्रेस की स्थिति अध्यक्ष बनाने की आई तो इस वार्ड से कांग्रेस की तरफ से चुनाव लड़ रही श्रीमती सारिका डैनी भावसार भी अध्यक्ष पद की प्रबल दावेदार होंगी। वैसे भाजपा से पूर्व नपाध्यक्ष पार्वती बाई बारस्कर, जिला भाजपा महिला मोर्चा अध्यक्ष ममता मालवी, पूर्व पार्षद बंडू धोटे की पत्नी कल्पना धोटे के अलावा कांग्रेस से जमुना पंडाग्रे, निर्मला सोनी भी जीतने पर नपा अध्यक्ष की दावेदार हो सकती हैं।