बैतूल – guinness world record – एक शख्स ने मात्र 17 सेकंड में साफा बांधकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए दावा किया है । वही सबसे बड़ा साफा बांधने का रिकॉर्ड बअपने नाम करने का सफल प्रयास किया है ।
बैतूल के छत्रपति शिवाजी महाराज ओपन ऑडिटोरियम में शुक्रवार की सुबह युवा अधिवक्ता आदित्य पचौली ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड बनाने के लिए सबसे बड़ा साफा बांधने का एटेम्पट किया है ।
पिछले 14 साल से साफा बांधने का कार्य कर रहे अधिवक्ता आदित्य पचौली ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए 2020 में अप्लाई किया था । उनकी एप्लीकेशन 2021 में एक्सेप्ट की गई और एटेम्पट के लिए 26 अगस्त 2022 का दिन तय किया गया ।
आदित्य ने ओपन ऑडिटोरियम में शुक्रवार की सुबह सबसे पहले सिर पर सबसे फास्ट साफा बांधने का अटेंप्ट किया। जिसका क्राइटेरिया अधिकतम 20 सेकेंड का था आदित्य ने 4.7 मीटर लंबा कपड़ा ( जिसका साढ़े चार मीटर से ज्यादा क्राइटेरिया था)और 0.84 मीटर चौड़ाई के कपड़े का साफा मात्र 17 सेकेंड 4 माइक्रो सेकेंड में बांध दिया ।
बड़ा साफा बांधने के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड के लिए दिए क्राइटेरिया को ध्यान रखते हुए एटेम्पट किया गया ।
कपड़ा-345.25 स्केवयर मीटर(250 वर्ग मीटर का क्राइटेरिया)132.28 मीटर लंबाई,
2.61 मीटर चौड़ाई का कपड़े का उपयोग किया गया । आदित्य ने इस बड़े साफा को 750 लीटर की पानी की टंकी पर मात्र 49मिनिट 4 सेकेंड के समय मे बांध दिया ।
इस बड़े साफे का साइज है –
साफे की ऊंचाई 0.9मीटर
साफे का व्यास 1.1मीटर
साफे के फर की ऊंचाई 0.35 मीटर
साफे का परिमाप 3.6 मीटर है
साफा के मेज़रमेंट के लिए सर्वेयर के रूप में इंजीनियर प्रखर पगारिया (एमटेक),नीतीश हरोडे,विनोद जयसिंगपुरे (अधिवक्ता)।रिकार्ड बनाने के लिए कितना समय लगा इसके लिए टाइम कीपर के रूप में बलदेव अरोरा,अजय भार्गव ,रानू वर्मा मौजूद थे ।
साफा स्पेशलिस्ट विनोद गावंडे,सागर श्रीवास की उपस्थिति में इस बड़े साफा को बांधा गया ।
पूरे एटेम्पट की वीडियो और फोटोग्राफी जिले के प्रसिद्ध फोटोग्राफर रानू हजारे उनके सहयोगी बादल मोटवानी के साथ पवन पवार ने की ।
आदित्य के उत्साहवर्धन के लिए समाजसेवी प्रमेश शाह,डॉ विनय चौहान,विक्रम मोटवानी,श्रीमती आकांक्षा पचौली (पत्नी),
समक्ष गोठी ,मुकेश खंडेलवाल ,बिट्टू
पलक पगारिया ,संतोष यादव उपस्थित थे ।
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए आदित्य पचोली के द्वारा किए गए प्रयास की सराहना हो रही है । गिनीज बुक के द्वारा दिए गए क्राइटेरिया पर उनका यह प्रयास खरा उतरा तो बैतूल जिले का नाम रोशन हो जाएगा ।