Docotro Me Marpeet – डॉक्टरों में जूतम-पैजार, चले लात घूसे, आईएमए की मीटिंग में हुआ हंगामा

जबलपुर-Docotro Me Marpeet – धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर को बड़े ही सम्मान की नजर से देखा जाता है, लेकिन आज इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की एक बैठक में जिस तरह से डॉक्टरों का एक समूह दूसरे समूह से भिड़ गया उससे यह स्पष्ट हो गया कि इनमें और आम लोगों में कोई अंतर नहीं है। ऐसा ही एक मामला जबलपुर में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन मध्य प्रदेश की वार्षिक बैठक ने अखाड़े का रूप ले लिया। यहां मीटिंग के दौरान डॉक्टर आपस में भिड़ गए और जमकर लात-घूंसे चलाए। यह सबकुछ हुआ स्वागत भाषण के दौरान। मारपीट का वीडियो सोमवार को सामने आया है।

आईएमए के प्रदेश सचिव और जबलपुर अध्यक्ष डॉ. पांडे से बात की। उन्होंने बताया कि डॉ. राकेश पाठक को एसोसिएशन का प्रदेश अध्यक्ष एक साल पहले बना दिया गया था। यहां उनका सम्मान किया जा रहा था। इसी दौरान अचानक इंदौर-ग्वालियर के कुछ डॉक्टर आईएमए का हेड क्वार्टर इंदौर या ग्वालियर में शिफ्ट करने की मांग करते हुए हंगामा करने लगे। मैंने हंगामे का विरोध किया तो वे लोग मंच पर आ गए। बदसलूकी करते हुए मेरे साथ हाथापाई की। मैंने तो बस अपना बचाव किया।

अध्यक्ष के उबाऊ भाषण से बिगड़ा मामला(Docotro Me Marpeet)

बताया जा रहा है कि जबलपुर आईएमए के अध्यक्ष डॉ. अमरेंद्र पांडे बैठक के शुभारंभ अवसर पर स्वागत भाषण दे रहे थे। भाषण लंबा होने पर भोपाल, उज्जैन, इंदौर और ग्वालियर से आए डॉक्टरों ने इसका विरोध किया। डॉ. पांडे ने भी मंच से जवाब दिया। इस दौरान ग्वालियर आईएमए के सदस्यों को बाहर निकालने के साथ ही अपशब्द कहे गए। इस पर वे भड़क गए। वे मंच पर पहुंचे और डॉक्टर पांडे से बहस करने लगे। इस दौरान दोनों ओर से धक्का-मुक्की हुई। फिर लात-घूंसे बरसने लगे। विवाद बढ़ता देख आईएमए जबलपुर के पदाधिकारियों ने पुलिस को कॉल कर दिया। हालांकि पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन शिकायत नहीं होने पर समझाइश देकर वापस लौट गई।

अध्यक्ष आरके पांडे ने पदभार ग्रहण किया(Docotro Me Marpeet)

रविवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन मध्य प्रदेश की बैठक आईएमए हॉल राइट टाउन में चल रही थी। प्रदेश अध्यक्ष इंदौर के डॉक्टर अनिल भाटिया के स्थान पर जबलपुर के नवनिर्वाचित अध्यक्ष डॉक्टर आरके पाठक ने पदभार ग्रहण किया। बैठक में जबलपुर के अलावा इंदौर, ग्वालियर, भोपाल, सागर, सतना समेत प्रदेश के अन्य जिलों से पदाधिकारी डॉक्टर आए थे।

Source – Internet

Leave a Comment