Dengue: डेंगू का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है और इस दौरान सतर्क रहना बेहद जरूरी है। घबराने की बजाय चिकित्सकीय परामर्श लेना और सही इलाज शुरू करना महत्वपूर्ण है, खासकर जब प्लेटलेट्स कम होने लगे। डेंगू के मच्छरों से बचने के लिए घर के आस-पास साफ पानी जमा न होने दें और कूलर, गमले, टायर जैसी जगहों की नियमित सफाई करें।
डेंगू से बचने के उपाय:
- मच्छरों को पनपने से रोकें: घर के आसपास पानी न जमा होने दें। साफ पानी में मच्छर पनपते हैं, इसलिए कूलर, गमले, टायर आदि की नियमित सफाई करें।
- प्लेटलेट्स कम होने पर लापरवाही न करें: डेंगू के दौरान प्लेटलेट्स कम होना आम है, लेकिन इसे नजरअंदाज न करें। डॉक्टर की सलाह लें और शरीर को हाइड्रेट रखें।
- मच्छरों से बचाव करें: मच्छरदानी, मच्छर भगाने वाली क्रीम और लिक्विड का उपयोग करें। मच्छर तीन फुट से ज्यादा ऊंचा नहीं उड़ सकते, इसलिए खासकर निचले हिस्सों को ढक कर रखें।
डेंगू और मलेरिया के लक्षण:
- मलेरिया: ठंड लगकर तेज बुखार आता है।
- डेंगू: हल्का बुखार, सिर दर्द, आंखों के पीछे दर्द और शरीर में चकत्ते।
- चिकनगुनिया: जॉइंट्स में तेज दर्द।
डॉ. विनोद कुमार दौनेरिया द्वारा प्रश्नों के उत्तर:
- डेंगू और मलेरिया से बचाव:
- घर के आसपास पानी जमा न होने दें और कूलर, टायर, गमले जैसी जगहों पर नजर रखें।
- डेंगू और मलेरिया की पहचान:
- मलेरिया में ठंड के साथ तेज बुखार आता है, जबकि डेंगू में बुखार की तीव्रता कम होती है, पर सिरदर्द और बदन दर्द होता है।
- जॉइंट्स में दर्द:
- यह चिकनगुनिया का संकेत हो सकता है। विशेषज्ञ डॉक्टर से सलाह लें, क्योंकि इसमें जॉइंट पेन का खास ध्यान रखना होता है।
- सिर में भारीपन और थकान:
- डेंगू और प्लेटलेट्स की जांच कराएं। अगर रिपोर्ट पॉजिटिव हो, तो विशेषज्ञ से सलाह लें। घबराएं नहीं, सही इलाज से डेंगू ठीक हो सकता है।
- प्लेटलेट्स कम होने पर:
- खूब पानी पिएं, शरीर को हाइड्रेट रखें। ओआरएस और नारियल पानी से प्लेटलेट्स बढ़ाने में मदद मिलती है।
- सर्दी-खांसी और बुखार:
- डेंगू का सीजन है, इसलिए खुद से दवाएं न लें, खासकर दर्द निवारक दवाओं से बचें। डॉक्टर की सलाह लें और प्लेटलेट्स का ध्यान रखें।
डेंगू के इस मौसम में सतर्कता बरतें और लक्षणों को नजरअंदाज न करें।
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