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बैतूल:- जिले में भी घुसपैठ की आहट!, समय रहते संभलना जरूरी : पहचान छुपाकर रह रहे लोग बन सकते हैं बड़ा खतरा

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सांध्य दैनिक खबरवाणी, बैतूल:-
पहलगाम हमले के बाद देश में सीमा पर से रिश्तों में बहुत बदलाव आया है अघोषित युद्ध जैसे हालात बन गए हैं इसके चलते ही केंद्र सरकार ने जितने भी पाकिस्तानी नागरिक वीजा लेकर भारत में रह रहे थे या आए हुए थे सभी को वापस भेजने का आदेश जारी कर दिया है कुछ लोग चले गए और कुछ अवैध रूप से अभी भी रहे हैं जिसमें हो सकता है कुछ पाकिस्तान के गुप्तचर हो या स्लीपर सेल के सदस्य हों।
1. पिछले कुछ समय से भारत और बांग्लादेश के रिश्ते भी सामान्य नहीं है और नई अंतरिम सरकार आने के बाद से बांग्लादेश और पाकिस्तान के रिश्ते बेहतर हो गए और भारत के रिश्ते पाकिस्तान और बांग्लादेश दोनों से फिलहाल बहुत खराब हैं। सर्व विदित है कि बांग्लादेशी घुसपैठिए बहुत बड़ी संख्या में पूरे देश में फैल गए हैं और आज के परिपेक्ष में यह पूरी तरह पाकिस्तान के पक्ष में जाता है जहां पर पाकिस्तानी नागरिक नहीं है वहां पर बांग्लादेशी घुसपैठिए मौजूद है जो निश्चित तौर पर युद्ध के हालात में पाकिस्तान को समर्थन देंगे और यह भारत के लिए बहुत घातक होगा। बात करें बैतूल कि और मध्य प्रदेश के परिपेक्ष में बात करें पिछले कुछ समय से बैतूल में बड़ी संख्या में इस तरह के लोग देखे जा रहे हैं जो पहले कभी बैतूल में नहीं देखे गए चाहे उनका रंग रूप हो या उनके कपड़े पहनने का तरीका दोनों ही बैतूल के दृष्टिकोण से अनोखे नजर आते हैं और इस तरह के लोगों को वर्ग विशेष के अलावा बैतूल का जनसामान्य पहचानता भी नहीं है।
2. इस खबर के पीछे की कहानी वास्तव में यह है कि नाम न छापने की शर्त पर मेडिकल व्यवसाय से जुड़े व्यक्ति ने बताया कि पिछले दो-तीन माह से अस्पतालों में समाज विशेष के लोगों की संख्या बहुत बढ़ गई है और जिन बीमारियों के इलाज के लिए वह आते हैं वह बहुत ही सामान्य है और जब उनसे उनका पता, मोबाइल नंबर जानने का प्रयास किया जाता है तो वह बताने से इनकार कर देते हैं और नाम के साथ उपनाम यानी सरनेम नहीं बताते हैं सिर्फ पहला नाम बताते हैं। आधार कार्ड या पहचान पत्र मांगने पर भी नहीं दिखाते हैं। उनका यह रवैया बड़ी आशंका को जन्म देता है। वैसे भी सामान्य तौर पर यह नियम है कि यदि कोई विदेशी किसी जिले में अस्थायी, स्थायी तौर पर निवास कर रहा है तो उसे समय-समय पर थाने में अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होती है।

– इनका कहना है:- 
इस बारे में समय-समय पर जानकारी एकत्रित करने का नियम है। जिसका पालन किया जाता है।
– रविकान्त डेहरिया, टीआई कोतवाली
– निर्देश दिए हैं
इस बारे में जानकारी एकत्रित करने के लिए जिले के सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया जा रहा है और विशेष कर महाराष्ट्र से लगी जिले के सीमावर्ती थानों को कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए हैं।
– निश्चल एन झारिया, एसपी बैतूल

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