छोटे पाइप होने की वजह से पानी और कचरा हो रहा जमा
बैतूल{Betul me Flood ka bada kaaran} – शहर का प्रसिद्ध हाथी नाला शहर के खंजनपुर क्षेत्र से होते हुए शहर के बीचोबीच से निकलकर गंज मोक्षधाम के पास माचना नदी में मिलता है। इसी दौरान यह नाला लीला बाबा मंदिर, आकाशवाणी, जयवंती हाक्सर कालेज, संजय कालोनी, न्यू बैतूल स्कूल गंज, आभाश्री होटल, बसंत होटल, कांतिशिवा टाकिज, शाहनी मॉल , गुरुद्वारे के पास से निकलते हुए मुले नर्सिंग होम के पास बने पुल से होकर निकलता है।

हाथी नाले पर अंग्रेजों के जमाने के बने तीन पुराने पुलों को विगत तीन-चार वर्षों के दौरान नए बनाए दिए गए हैं। जो ऊंचे होने के साथ काफी चौड़े बनाए गए हैं। इसके अलावा इसी नाले पर शहर में कई जगह छोटी-छोटी पुलियाएं और पुल भी बनाए गए थे।
गंज क्षेत्र में स्थित जिला भाजपा कार्यालय से डॉ. मुले नर्सिंग होम होकर गांधी नगर कालोनी की ओर जाने वाले मार्ग पर नगर पालिका परिषद ने वर्ष 2000 के दौरान पुलिया बनाई थी। जिसको कुछ सालों बाद ऊंचा किया गया था लेकिन ऊंचा किए जाने के दौरान एक फुट वृत्त के पाइप के साथ-साथ अन्य पाइप भी डाल दिए गए हैं। जो अब बरसात के दौरान शहर में नाले का पानी फैलने का सबसे बड़ा कारण बन रहे हैं। क्योंकि छोटे पाइप होने के कारण खंजनपुर क्षेत्र से नाले में आने वाला पानी और कचरा इस पुल पर आकर थम रहा है इस कारण पाइप भी चोक हो जा रहे हैं और पानी पीछे की ओर फैल रहा है।
नगर पालिका को इस पुलिया पर बढ़ाई ऊंचाई में लगे छोटे-छोटे पाइप तत्काल हटाना चाहिए ताकि इस नाले में आ रहा इस बाढ़ का पानी तेजी से बहकर माचना नदी में मिल जाए जिससे शहर में बाढ़ की स्थिति पर काफी हद तक काबू पाया जा सकता है।