डॉ. अंबेडकर के विचार आज भी प्रासंगिक – श्री पांसे
मुलताई। संविधान के शिल्पकार बाबा साहेब अंबेडकर ने अपने जीवन में संघर्ष कर शोषित पीडि़त लोगों के उत्थान के लिए जो प्रयास किये थे उसके लिए हम सब उनके ऋणी रहेंगे। डॉ. अंबेडकर के विचार आज भी प्रासंगिक है उक्त बात पूर्व मंत्री एवं म. प्र. कांग्रेस कमेटी उपाध्यक्ष सुखदेव पांसे ने ग्राम सिरडी में आयोजित डॉ. बाबा साहेब की जयंती कार्यक्रम में व्यक्त किये । कार्यक्रम में श्री पांसे ने कहा कि बाबा साहेब ने दलित, पिछड़े और कमजोर वर्ग को उनका हक दिलाकर विकास की मुख्य धारा से जोडऩे में अपना पूरा जीवन समर्पित किया था। हम सब यह संकल्प ले कि डॉ. बाबा साहेब के विचारों को अपनाकर हर बच्चे को शिक्षित करेंगे उनके विचारों को जीवन में अपनाकर उनके सपनों को पूरा करना ही होगा। इसके साथ ही श्री पांसे द्वारा मुलताई में नागपुर नाके पर आयोजित बाबा साहेब अंबेडकर की जयंती कार्यक्रम में भी उपस्थित होकर बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण की l
श्री पांसे ने कहा…
डॉ. भीमराव अम्बेडकर का दृष्टिकोण, उनकी विचारधारा मानववादी रही है। उनका उदेश्य शोषित, पीड़ीत एवं दलित समाज का विकास करना एवं उन्हें उनके मानव अधिकारों से सजग करानाएवं मानवीय अधिकार दिलाना था। उनके चिन्तन में स्वतंत्रता, समानता, बंधुता व न्याय के दर्शन होते है।