Aam Ke Rog – इन दिनों देश में आम की फसल आने का समय हो गया है और ऐसे में सबसे जरुरी है आम के पेड़ पर लगे फलों और आम के पेड़ की देख रेख करना। अब जो समय चल रहा है जब पेड़ों पर कुछ रोगों के लक्षण देखने मिल रहे हैं। जैसे की सबसे आम रोग है गुच्छा रोग।
क्या होता है गुच्छा रोग | Aam Ke Rog
अब अगर हम बात करें गुच्छा रोग की तो आम का यह सबसे अधिक खतरनाक रोग है इसके द्वारा 20-25 प्रतिशत तक क्षति देखी गई है। इस रोग के लक्षण दो तरह से दिखाई देते हैं पुष्पक्रम विकृति तथा गुच्छा शीर्ष विकृति। फूल आने के समय रोग आता है जिसके कारण फूल एवं पत्तियां मिलकर गुच्छा बनाते है तथा कलियां पत्तियों में परिवर्तित हो जाती है । इसके अलावा वृक्ष की टहनियों पर छोटी-छोटी पत्तियां मिलकर गुच्छा बन जाता है।
इस तरह करें रखरखाव | Aam Ke Rog
- नियंत्रण के लिये जरूरी है पौधों का वार्षिक रखरखाव के साथ पोटेशियम खाद भी डालना चाहिये।
- प्रभावित टहनियों को काटकर अलग कर दें।
- केराथियान 1 ग्राम/लीटर पानी में घोल बनाकर 15 दिनों के अंतर से दो छिडक़ाव।
- बोनोमिल 1 मि.ली./ली. पानी में घोल बनाकर दो छिडक़ाव 15 दिनों के अंतर से करें। माईट के नियंत्रण में भी उक्त दवा लाभदायक है।