
दिग्गजों ने प्रतिनिधित्व किया है बैतूल विधानसभा का
Political News – बैतूल – 2019 के लोकसभा चुनाव में कुल उम्मीदवारों में से 341 सीटों पर प्रत्याशी 50 प्रतिशत और उससे अधिक वोट लेकर चुनाव जीते थे। इन 341 में 224 प्रत्याशी भाजपा के हैं। जिस तरह से वर्तमान समय में देश और प्रदेशों में नए-नए राजनैतिक दल बढ़ रहे हैं और हर सीट पर लोकसभा और विधानसभाओं में न्यूनतम 5 से 10 उम्मीदवार मैदान में उतर रहे हैं। उस स्थिति में 50 प्रतिशत मत लेकर चुनाव जीतना उस दल और प्रत्याशी का उसके क्षेत्र में लोकप्रियता का पैमाना साबित करता है। और ऐसी ही उपलब्धि बैतूल विधानसभा सीट से 1952 से 2018 के विधानसभा चुनाव के मध्य 5 प्रत्याशियों के नाम दर्ज है।
90 प्रतिशत मत लेकर जीते थे दीपचंद गोठी

1952, 1957 और 1962 में बैतूल विधानसभा सीट से कांग्रेस के दीपचंद गोठी लगातार तीन बार चुनाव जीते और इनमें से 2 बार उनकी जीत 50 प्रतिशत से अधिक मत लेकर हुई थी। 1952 में जहां दीपचंद गोठी कुल मतदान का 89.42 मत लेकर चुनाव जीते थे। वहीं 1957 श्री गोठी 63.64 प्रतिशत वोट लेकर विजयी हुए थे। 1952 में तो उन्हें 11804 वोट मिले तो उनके प्रतिद्वंदी को मात्र 1478 मिले थे।
1967 में जीडी ने भी बनाया था रिकार्ड

अपने राजनैतिक जीवन में तीन विधानसभा चुनाव लड़ने वाले जीडी खंडेलवाल ने 1967 की विधानसभा में जनसंघ के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा और उन्होंने कुल मतदान का 64.06 प्रतिशत वोट लेकर चुनाव जीता था। उनके निटकतम कांग्रेस प्रतिद्वंदी को 33 प्रतिशत मत प्राप्त हुए थे।
डॉ. साबले ने भी जीते थे दोनों चुनाव

1985 में अपने जीवन का पहला चुनाव डॉ. अशोक साबले ने कांग्रेस सीट से लड़ा और 51.27 प्रतिशत मत लेकर विजयी हुए। उनके निकटतम प्रतिद्वंदी 43.05 मत मिले थे। वहीं 1993 का विधानसभा ुचुनाव डॉ. अशोक साबले 56.42 प्रतिशत वोट लेकर जीते थे। इस चुनाव में उनके प्रतिद्वंदी को 39.58 वोट मिले थे।
हेमंत ने भी विस चुनाव में बनाया था रिकार्ड

1993 में 50 प्रतिशत से ऊपर जीत का रिकार्ड बनाने वाले डॉ. अशोक साबले के चुनाव के बाद बाद 1998, 2003 एवं 2008 सभी प्रत्याशी 50 प्रतिशत से कम वोट लेकर चुनाव जीते थे। लेकिन 2013 के विधानसभा चुनाव में अपने जीवन का पहला विधानसभा चुनाव लड़ने वाले भाजपा के हेमंत खण्डेलवाल ने 54.14 प्रतिशत वोट लेकर चुनाव जीता था। उनके निकटतम कांग्रेस के प्रत्याशी को 38.25 प्रतिशत वोट मिले थे।
निलय ने जीवन के पहले चुनाव में बनाया रिकार्ड

2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी निलय डागा ने भी 50 प्रतिशत से अधिक वोट लेकर अपने जीवन का पहला चुनाव जीता था। श्री डागा को कुल मतदान का 51.94 प्रतिशत मत प्राप्त हुए। वहीं उनके निकटतम प्रतिद्वंदी को 40.27 प्रशित वोट मिले थे।
एक बार फिर 2018 के प्रमुख प्रतिद्वंदियों का 2023 के चुनाव में आमना-सामना होना तय माना जा रहा है। और राजनैतिक हल्को में यह भी माना जा रहा है कि यदि इस बार भी भाजपा के हेमंत खण्डेलवाल और कांग्रेस के निलय डागा के बीच चुनाव होता है तो मुकाबला रोचक होगा और 50 प्रतिशत से अधिक वोट लेकर किसी भी प्रत्याशी के जीतने की संभावना कम होगी। क्योंकि इस बार भी मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा प्रत्याशियों के बीच ही होगा। और अन्य दलों के या निर्दलीय उम्मीदवार सिर्फ वोट काटने तक सीमित रहेंगे।
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