मुलताई{Sadasyon ki gherabandi} – मुलताई और पटट्न में जनपद के नतीजे आने के बाद अपने-अपने जनपद सदस्यों को सुरक्षित रखने के लिए बाड़ेबंदी शुरू हो गई है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस समर्पित जन समर्थित जनपद सदस्यों को छत्तीसगढ़ भेज दिया गया है। कांग्रेस को जनपद सदस्यों में टूट का डर सता रहा है, ऐसे में जनपद अध्यक्ष के चुनाव तक जनपद सदस्यों को घूमने के नाम पर छत्तीसगढ़ भेजा गया है।
चुनाव वाले दिन लाया जाएगा मुलताई
छत्तीसगढ़ भेजे जाने के पीछे तर्क यह बताया जा रहा है कि वहा कांग्रेस की सरकार है, पहले इन सदस्यों को महाराष्ट्र भेजे जाने का प्लान था, लेकिन वहां पर भाजपा और शिवसेना की सरकार बनने के बाद अब इन सदस्यों को छत्तीसगढ़ भेज दिया गया है। चुनाव वाले दिन इन्हें मुलताई लाया जाएगा। इधर कांग्रेस मुलताई और पटट्न दोनों जगह अपना अध्यक्ष बनाना चाहती है।
कांग्रेस के पास है 10 से 11 सदस्य
मुलताई जनपद में कांग्रेस के पास 10 से 11 जनपद सदस्य कांग्रेस समर्थित है। ऐसे में कांग्रेसी यहां पर अध्यक्ष बनाने की जुगाड़ कर रही है। एक दो निर्दलीय जनपद सदस्य भी यहाँ कांग्रेस के साथ आ सकते है। जनपद सदस्य कहीं पाला ना बदले इसी डर से उनकी बाड़ेे बन्दी की गई है और इन्हें छत्तीसगढ़ भेज दिया गया है ।इधर भाजपा भी अपने जनपद सदस्यों को एकजुट रख रही है, हालांकि जनपद सदस्यों को कही भेजा नही गया है,लेकिन भाजपा की पूरी नजर इन जनपद सदस्यों पर है।
मुलताई और पटट्न में है 24-24 जनपद सदस्य
मुलताई और पट्टन दोनों ही जनपद में 24-24 जनपद सदस्य हैं। ऐसे में भाजपा द्वारा दोनों ही जनपद में अपना अध्यक्ष बनाने की बात कही जा रही है। इधर कांग्रेस का कहना है कि अभी स्थिति साफ नहीं है और कांग्रेस का दावा भी मजबूत है। ऐसे में सभी अपने जनपद सदस्यों पर पूरी नजर बनाए हुए हैं, सभी को टूट का डर सता रहा है।