बैतूल – Political News – जब से मुलताई नगर पालिका परिषद में भाजपा के तीन पार्षदों द्वारा विद्रोह कर कांग्रेस के समर्थन से नपा की सत्ता हथियाई है तब से मुलताई नगर में भाजपा संगठन से लेकर सत्ता के गलियारों की ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है। कहावत है कि ना ऊगलते बन रहा है ना ही निगलते। पार्षदों के निर्वाचन के बाद मुलताई में भाजपा के 9 और कांग्रेस के 6 पार्षद चुनाव जीते थे। भाजपा से विद्रोह कर नीतू परमार कांग्रेस के 6 और भाजपा के 2 अज्ञात विद्रोहियों के सहयोग से अध्यक्ष निर्वाचित हो गई थीं। इसके बाद भाजपा के 6 असली और 2 नकली सभी 8 पार्षदों ने इस्तीफे का ड्रामा किया।
इसी बीच भाजपा यह दावा करती रही कि नीतू परमार को भाजपा से निष्कासित किया जाएगा। वहीं नीतू परमार भी यह दावा करती रही कि वह सच्ची भाजपाई है। मध्यप्रदेश नगर पालिका अधिनियम 1961 में जो व्यवस्था है उसके अंतर्गत अगले 5 वर्ष तक भाजपा की विद्रोही नीतू परमार का नपाध्यक्ष बना रहना तय है। बशर्ते है वह स्वयं इस्तीफा दे या दो तिहाई 15 में से 12 पार्षद इनके खिलाफ अविश्वास का प्रस्ताव लाए जो वर्तमान परिस्थितियों में संभव नहीं दिख रहा है। इसलिए भाजपा के निष्ठावान पार्षदों में बेचैनी है और वे ना तो अपने को पार्षद मान रहे हैं नाही पूर्व पार्षद।
कल एक बार फिर भाजपा की विद्रोही पार्षद और अब नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती नीतू परमार ने एक और बड़ा दांव खेला है। उन्होंने अपने अधिकारों का उपयोग करते हुए नगर पालिका परिषद में प्रेसीडेंट इन कौंसिल के कामकाज का संचालन तथा प्राधिकारों की शक्तियां तथा कर्त्तव्यों के तहत म.प्र. नगर पालिका अधिनियम की धारा 70 एवं 71 के तहत सलाहकार समितियों में सभापति एवं सदस्यों का मनोनयन किया है। बात यहां तक भी ठीक थी लेकिन नपाध्यक्ष ने भाजपा पार्षदों के जले पर नमक छिड़का है। नपाध्यक्ष ने नपा की सात समितियों में से 5 में कांग्रेस के पार्षदों को सभापति बनाया है। और 2 समितियों में भाजपा के पार्षदों को सभापति बनाकर यह भी स्पष्ट कर दिया है कि उनके साथ 2 और कौन से पार्षदों ने विश्वासघात किया था।
कथित विद्रोही सभापति और निष्ठावान उनके नीचे सदस्य
मुलताई नपा में पीआईसी के गठन के बाद जो स्थिति स्पष्ट हुई है उसमें भाजपा के पार्षद पंजाबराव चिकाने को योजना यातायात एवं परिवहन समिति में सभापति बनाया है। वहीं उनके साथ पांच पार्षदों को इस समिति में सदस्य बनाया गया है। जिनमें भाजपा की ओर से नपाध्यक्ष का चुनाव हारी वर्षा गढ़ेकर को समिति में सदस्य बनाया गया है। इनके अलावा भाजपा के ही पार्षद अजय यादव, कुसुम मारोति पंवार, शिल्पा मनीष शर्मा, महेंद्र पिल्लू जैन भी सदस्य मनोनीत किए हैं। मुलताई के राजनैतिक हलकों में यह चर्चा हो रही है कि जिस भाजपाई पार्षद ने विद्रोह किया उसको तो सभापति बना दिया और निष्ठावान भाजपाई पार्षदों को उसके अंडर में सदस्य बनाकर क्या इन निष्ठावान पार्षदों का अपमान तो नहीं किया गया है?
एक और भाजपाई को बनाया समिति का अध्यक्ष
नपाध्यक्ष ने एक ओर समिति में भाजपा के कथित विद्रोही पार्षद रितेश नारायण विश्वकर्मा को राजस्व, लेखा एवं वित्त जैसी महत्वपूर्ण समिति का सभापति बना दिया। वहीं उस समिति में भाजपा के वरिष्ठ नेता पूर्व नपाध्यक्ष डॉ. जीए बारस्कर, भाजपा की शिल्पा शर्मा, भाजपा के महेंद्र जैन, भाजपा की कुसुम पंवार एवं भाजपा की ओर से नपाध्यक्ष का चुनाव हारी वर्षा गढ़ेकर को सदस्य बनाकर फिर से उनका मजाक बनाने का प्रयास किया गया है। ऐसा राजनैतिक समीक्षकों का मानना है।
निष्ठावान भाजपा पार्षद मौन
9 भाजपा पार्षदों के निर्वाचन होने के बावजूद भाजपा के घोषित उम्मीदवार के नपाध्यक्ष का चुनाव हारने के बाद विद्रोही भाजपाईयों के समिति का अध्यक्ष बनने और उन समितियों में इन निष्ठावान पार्षदों को मात्र सदस्य बनाकर जहां उनका मजाक बनाया गया है वहीं इन निष्ठावान पार्षदों ने इस कथित अपमान को लेकर कोई कथित प्रतिक्रिया सार्वजनिक नहीं की है। जबकि मुलताई नपा सीएमओ ने 16 अगस्त 2022 को ही समिति के सभापति और सदस्यों की नियुक्ति की सूचना सभी समितियों के सभापति एवं पार्षदों को भेज दी थी और इस नियुक्ति को अभी तक 11 दिन हो चुके हैं। मुलताई में भाजपाईयों में एक तरफ जहां निष्ठावान पार्षदों को चिढ़ाने को लेकर जहां रोष व्याप्त है। वहीं नपाध्यक्ष के इस कारनामे को भाजपाई उचित नहीं मान रहे हैं।
त्वरित टिप्पणी….(राकेश अग्रवाल)
मुलताई की राजनीति में जो हलचल मची हुई है, उसे देखकर यह कोई नहीं समझ पा रहा है कि मुलताई में आखिरकार कौन सा नेता और कौन सी पार्टी मुलताई के विकास के लिए काम कर रही है? नगर पालिका चुनाव में जिस तरह भाजपा की फजीहत हुई है वह किसी से छिपी नहीं है। इधर भाजपा से बागी होकर चुनाव लड़ने वाली नीतू परमार के चुनाव जीतने के बाद अप पीआईसी गठन ने साफ कर दिया है कि नगरपालिका में ना तो विपक्ष बचा है और ना ही मुद्दे, क्योंकि नगर पालिका अध्यक्ष नीतू परमार द्वारा अपने आप को भाजपा की कार्यकर्ता बताया जा रहा है। इधर उनके द्वारा जो पीआईसी गठित की गई है, उसमें कांग्रेस के 5 पार्षदों को शामिल किया गया है, वहीं भाजपा के दो पार्षद शामिल किए गए। ऐसे में मुलताई के लोगों को यह समझ नहीं आ रहा है कि जब नपा अध्यक्ष खुद को भाजपा की बता रही है तो उन्होंने कांग्रेस के पार्षदों को पीआईसी में क्यों रखा है? वही दो भाजपा पार्षदों को जगह दी गई है, उन्हें किस बात का पारितोषिक दिया गया है। दोनों दलों की राजनीतिक लड़ाई में मुलताई के विकास की लंका लग गई है,आम आदमी यह समझ नहीं पा रहा है कि उसके काम भाजपा के पार्षद करवाएंगे है कांग्रेस के नेता, ऐसी स्थिति में मुलताई के विकास का नुकसान होता नजर आ रहा है।
इस पूरे प्रकरण में कहीं ना कहीं कांग्रेस की भी फजीहत हुई है, क्योंकि कांग्रेस के पार्षदों द्वारा भाजपा से बागी होकर चुनाव लड़ी नीतू परमार को वोट दिया गया, लेकिन चुनाव जीतने के ठीक बाद कांग्रेस विधायक सुखदेव पांसे के साथ जुलूस निकाला गया और अगले ही दिन उन्होंने यह बयान दे दिया कि वे भाजपा की है। ऐसे में कांग्रेसी नेता भी एक- दूसरे की बगले झांक रहे हैं। कांग्रेस खुलकर यह भी नहीं कह पा रही है कि उन्होंने जिसे जिताया वह उनकी नेता है। इधर नगरपालिका में विपक्ष में भाजपा होगी या नही, विपक्ष होगा ही नहीं क्योंकि अध्यक्ष तो खुद को भाजपा का बता रही है?
मुलताई नगर पालिका में नगर पालिका अध्यक्ष नीतू परमार के अनुमोदन पर पीआईसी समिति का गठन कर दिया गया है। इस समिति में सभापति के तौर पर पांच कांग्रेस के तथा दो भाजपा के पार्षद रखे गए हैं। वही विभिन्न समितियों में सलाहकार भाजपा के पार्षदों को सदस्य के तौर पर रखा गया है।
कौन किस समिति का रहेगा सभापति?
नगर पालिका के सीएमओ नितिन बिजवे के हस्ताक्षर से जारी हुई स प्रेसिडेंट इन काउंसिल में सामान्य प्रशासन विभाग विवेकानन्द वार्ड से पार्षद अंजली सुमित शिवहरे, जलकर एवं सीवरेज विभाग आजाद वार्ड से पार्षद साजिदा बेगम जाकिर, लोक निर्माण उद्यान विद्युत एवं यांत्रिकी विभाग ताप्ती वार्ड से पार्षद निर्मला रामा उबनारे, वित्त एवं लेखा विभाग नेहरू वार्ड से पार्षद रितेश नारायण विश्वकर्मा, स्वच्छता एवं ठोस अपशिष्ट प्रबंधन विभाग पटेल वार्ड से पार्षद सुरेश पौनिकर, योजना यातायात परिवहन एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग सुभाष वार्ड से पार्षद पंजाब चिकाने, शहरी गरीबी उपशमन विभाग महावीर वार्ड पार्षद वंदना नितेश साहू को बनाया गया है। इसमें पंजाब चिकाने एवं रितेश विश्वकर्मा भाजपा से पार्षद है बाकी सभी कांग्रेस के पार्षद है।