सेल्फी खिंचवाने के लिए दर्शकों का उमड़ा सैलाब
Peacock Best Out Of Waste – बैतूल – बेस्ट आउट आफ वेस्ट के रूप में मध्य प्रदेश में एक अलग पहचान बनाने वाली बैतूल नगरपालिका परिषद ने गणतंत्र दिवस समारोह में अपनी मनमोहक झांकी से जहां दर्शकों का मन मोह लिया वहीं समाज को एक अच्छा संदेश भी दिया। संदेश यह था कि नागरिक अपने घरों के कचरे को इधर-उधर फेंकने की बजाए उसका उपयोग भी कर सकते हैं। और इसी थीम को लेकर नगरपालिका बैतूल ने झांकी बनाई थी।
नपा अध्यक्ष के मार्गदर्शन में बनी झांकी | Peacock Best Out Of Waste
नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती पार्वती बाई बारस्कर, उपाध्यक्ष महेश राठौर, सीएमओ अक्षत बुंदेला के मार्गदर्शन में नगरपालिका की टीम ने स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 को लेकर बनाई झांकी में सबसे ज्यादा चर्चा वेस्ट मटेरियल से बनाए पीकॉक (मोर)की हुई। इस मोर को बैतूल नगरपालिका की स्वच्छता की ब्रांड एम्बेसेडर श्रीमती नेहा गर्ग और उनकी टीम ने डिजाईन और डेवलप किया था। श्रीमती गर्ग की टीम में श्रेणिक जैन, उमा सोनी, पायल सोलंकी शामिल है।
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नेहा गर्ग को पुनः बनाया गया ब्रांड अम्बेसेडर | Peacock Best Out Of Waste
2022 में बनाई बैतूल की पहली महिला ब्रांड एम्बेसेडर श्रीमती नेहा गर्ग को दोबारा 2023 के लिए भी नपा ने स्वच्छता का ब्रांड एम्बेसेडर बनाया है। उन्होंने बताया कि इस मोर को बनाने में पानी की पुरानी खाली बाटले, पुराने ब्रश, मोटे स्पंज के पुराने अनुपयोगी टूकड़े सहित अन्य वेस्ट मटेरियल का उपयोग किया था। श्रीमती नेहा गर्ग ने बताया कि नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती पार्वती बाई बारस्कर ने इस कार्य के लिए प्रोत्साहित किया और उन्होंने दोबारा 2023 के स्वच्छता सर्वेक्षण में बैतूल को पुन: एक बार अच्छी रैकिंग लाने के लिए वेस्ट मटेरियल से सामग्री निर्माण किए जाने का कार्य किया।
झांकी बनाने के लिए नपा की टीम में थे ये अधिकारी | Peacock Best Out Of Waste
नपा के स्वच्छता निरीक्षक संतोष दनेलिया ने बताया कि नपा की झांकी में प्रधानमंत्री आवास के मॉडल प्रदर्शित किए गए थे। इसके अलावा प्लास्टिक प्रतिबंधित को लेकर एक व्यक्ति को प्लस्टिक बनाकर खड़ा किया गया था और संदेश दिया गया था कि प्लास्टिक का उपयोग न करें।
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इसके अलावा 4 डस्टबिन रखे गए थे जिसमें बताया गया था कि सूखा कचरा नीले डिब्बे में, गीला कचरा हरे डिब्बे में, जैव हानिकारक अवशिष्ट पीले डब्बे में, घरेलू हानिकारक अपशिष्ट काले डस्टबिन में। इसके साथ ही आजादी के अमृत महोत्सव का भी उल्लेख किया गया था। झांकी में सार्वजनिक शौचालय भी दिखाया गया था। इसका उद्देश्य था कि लोग खुले में शौच न जाए शौचालय का उपयोग करें। झांकी निर्माण में स्वच्छता निरीक्षण संतोष धनेलिया, नगरपालिका के एई नीरज धुर्वे, ओम साई टीम ने कड़ी मेहनत करके किया था।