Multai Nagarpalika Vivad – मुलताई नगर पालिका विवाद में नपाध्यक्ष और सीएमओ आमने सामने

खर्च का ब्यौरा नही दिखा रहे सीएमओ – नपाध्यक्ष, पीआईसी बैठक के लिए लिखित एजेंडा नही दे रही है नपाध्यक्ष – सीएमओ

बैतूल – Multai Nagarpalika Vivad – कल मुलताई नगर पालिका अध्यक्ष नीतू परमार ने बैतूल पहुचकर कलेक्टर अमनबीर सिंह बैस से मुलताई सीएमओ नितिन बिजवे की विवादित कार्यप्रणाली के बारे में शिकायत । जिस पर कलेक्टर श्री बैस ने उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया है।

हालाकि नगर पालिका मुलताई में अधिकारी, कर्मचारीयों और जनप्रतिनिधियों के बीच चुनाव होने के बाद से लगातार नूरा कुश्ती देखने में आ रही है। पिछले माह में अध्यक्ष पति प्रह्लाद सिंह परमार द्वारा आदिवासी समुदाय के कर्मचारी से अभद्र व्यवहार कर सार्वजनिक रूप से प्रताडि़त करने का मामला तूल पकड़ता हुआ नजर आया था। जिसमें आदिवासी समाज द्वारा अध्यक्ष पति के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर नगर पालिका, थाना मुलताई एवं तहसील कार्यालय में ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की गई थी।

हाल में हुए घटनाक्रम के चलते एक बार फिर नगर पालिका परिषद मुलताई की अध्यक्ष और सीएमओ के बीच फिर से विवाद होने से मामला सुर्खियो में है। इधर नगर के जागरूक लोगो का मत है कि सारे फसाद कुर्सी को लेकर चल रहें है । सब अपना-अपना देख रहे है जबकि मुलताई नगर की जनता के हितों के लिए सभी को एकजुट होकर कार्य करने की आश्यकता है।

उक्त पूरे घटनाक्रम में मुलताई नगर पालिका सीएमओ नितिन बिजवे से चर्चा में उन्होंने बताया कि अध्यक्ष के पति द्वारा नगर पालिका में तीन दैनिक वेतन भोगियों को बिना परिषद की जानकारी के रख लिए थे । नियम विरूध्द नियुक्ति की जानकारी मिलने पर तीनों कर्मचारियों को हटा दिए जाने से नाराज अध्यक्ष द्वारा इस तरह के आरोप लगाए जा रहें। पीआईसी की बैठक के लिए अध्यक्ष द्वारा मौखिक तौर बुलाने के लिए कहा जा रहा है जबकि पीआईसी की बैठक के लिए लिखित एजेंडा जरूरी होता है । जिसे अध्यक्ष द्वारा दिया जाता है। नियमानुसार अध्यक्ष द्वारा लिखित एजेंडा देने पर बैठक निश्चित समय पर की जा सकेगी। शहर के विकास कार्यो पर खर्च की जाने वाली राशि के हिसाब किताब का अवलोकन पर किसी को भी कोई मनाही नही है।

नपाध्यक्ष के कमरे से क्यो हटाए सीसीटीवी कैमरे ?(Multai Nagarpalika Vivad)

यह भी जानकारी मिली है कि हिसाब किताब दिखाने को लेकर नपाध्यक्ष के बुलाने पर उनके कमरे में न जाने के मामले में सीएमओ ने साफ-साफ कहा कि वहॉ से सीसीटीवी कैमरे क्यो हटा दिए गए इसकी वजह क्या है? इन परिस्थियों में उन पर दूसरे आरोप भी लगाए जा सकते है। आगे किसी प्रकार के वैचारिक मतभेद पैदा न हो इसके लिए जब तक सीसीटीवी कैमरे नही लगाए जाते वे नपाध्यक्ष के कमरे में नही जाऐंगे। इधर सूत्रो के अनुसार नपाध्यक्ष के कमरे में अध्यक्षपति, पार्षदपति का जमावड़ा लगा होने की वजह से भी सीएमओ वहॉ जाना पसंद नही करते है।

नपा की 50 से 60 लाख की सालाना बचत बढ़ी(Multai Nagarpalika Vivad)

बताया जा रहा है कि जब मुलताई नगर में पानी सप्लाई में प्राइवेट लोग जमकर चांदी काट रहे थे। इस दौरान शहर वासियों को पेयजल की व्यवस्था करने हेतू बाहर के टेंकरो से पानी लाकर शहर में पेजजल की व्यवस्था बनाई जाती थी जिसके नाम पर नगर पालिका को प्रतिवर्ष 50 से 60 रूपयों का अतिरिक्त भुगतान पानी खरीदने के लिए करना पड़ता था। सीएमओ श्री बिजवे के द्वारा चार्ज लेने के बाद इस राशि के अपव्यय को रोकने के ठोस कदम उठाते हुए नगर पालिका द्वारा खुद के टेंकरो से पानी की व्यवस्था बहाल कर फिजूल खर्चो पर रोक लगााई गई । जिसके लिए विरोध भी झेलना पड़ा लेकिन जनता के हितो को ध्यान में रखते हुए कार्य करने में कोई बुराई नही है।

डीजल खपत बढने की वजह(Multai Nagarpalika Vivad)

भीषण गर्मी के समय नगर पालिका के पानी के टेंकरो के फेरे बढ जाते है इसके साथ ही गर्मी के मौसम में आग लगने की घटनाओं की जानकारी मिलने पर मुलताई की फायर गाड़ी को पूरे सर्कल में भेजना पड़ता है । जिसमें डीजल की खपत ज्यादा होती है। हालाकि इस पर 3 से 4 चार लाख रूपये का ही बजट बढ़ा किंतू नगर पालिका मुलताई द्वारा बाहर के टेंकरो से बुलवाए जा रहे पानी खर्च पर लाखों रूपये की बचत भी हुई है ।जिससे नगर के विकास कार्यो में व्यय किया जा रहा है। ज्यादा डीजल खपत के बिल सिर्फ गर्मी के मौसम मार्च,अप्रैल,मई,जून माह के है जो स्वाभाविक है पेयजल और आग बुझाने जैसी मानवीय आवश्यकताओं पर नियमानुसार व्यय किया गया है। इस संबंध में मुलताई नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती नीतू परमार से उनका पक्ष जानने की कौशिश की गई लेकिन उनसे संपर्क नही हो पाया ।

इनका कहना

कोई आपसी विवाद नही है नियमानुसार कार्य किए जा रहे है सभी के सहयोग से मुलताई नगर मे विकास कार्यो को प्राथमिकता दी जा रही है।

नितिन बिजवे, सीएमओ, मुलताई

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