जिले की बिजली कंपनी में जंगल राज जैसा माहौल
Electricity Company – बैतूल – बिजली कंपनी के अधिकारियों की मेहरबानी कहें या लापरवाही कहें जिले में बिजली कंपनी में जंगलराज जैसा माहौल दिख रहा है। गंभीर मामलों में धीमी गति से हो रही जांच से अंदाजा लगाया जा सकता है कि दोषी अधिकारियों और ठेकेदारों को कंपनी बचाने की कोशिश कर रही है।
उत्तर संभाग के बोरदेही के बामला गांव में बिना अनुमति के लगाए गए ट्रांसफार्मर का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि आमला ग्रामीण में भी ऐसा ही मामला सामने आया है। यहां पर बिना अनुमति के लाइन खींचने की जानकारी जेई को मिली तो उन्होंने तत्काल ही लाइन हटवा दी।
नहीं हुई एफआईआर | Electricity Company
बोरदेही क्षेत्र के बामला गांव में बिना अनुमति के ट्रांसफार्मर लगाने और चार दिन चालू रखने के बाद ट्रांसफार्मर बंद कर देने के मामले को सांध्य दैनिक खबरवाणी ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसके बाद बिजली कंपनी एक्शन में आई और इस मामले की जांच की गई।
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मध्यप्रदेश मध्यक्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी उत्तर संभाग के डीजीएम हितेश सिंह वशिष्ट इस मामले की जांच कर रहे हैं। उन्होंने बताया था कि प्रथम दृष्टया इस मामले में पेटी कांट्रेक्टर रूपेश गव्हाड़े दोषी है और उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के लिए बोरदेही पुलिस थाने में आवेदन भिजवाया गया है।
थाना प्रभारी मुकेश सिंह ठाकुर का कहना है कि आवेदन आया है लेकिन बिजली कंपनी ने अभी तक जांच प्रतिवेदन और उससे संबंधित दस्तावेज पुलिस को उपलब्ध नहीं कराए हैं जिससे एफआईआर नहीं हो सकी है।
बिना अनुमति के खींच दी लाइन | Electricity Company
बोरदेही के मामले के बाद एक नया मामला आमला ग्रामीण में सामने आया है। इस मामले में जानकारी मिली है कि बिना अनुमति के यहां भी लाइन खींच दी गई थी जिसकी जानकारी मिलने के बाद आमला ग्रामीण के जेई ने इस लाइन को हटवा दिया है।
जेई लक्ष्मण राव पंवार ने बताया कि उनके अधिनस्थ कर्मचारी ने बताया कि बिना अनुमति के लाइन खींची गई है। इस संबंध में उनके कार्यालय में कोई आवेदन नहीं आया है। सर्वप्रथम लाइन को हटवाकर जांच की जा रही है कि यह लाइन किसके द्वारा खींची गई है? जांच के बाद ही संबंधित के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।