गौवंश तस्करी और धर्मांतरण रोकने की मांग
बैतूल – जिले भर में बेखौफ हो रही गौवंश की तस्करी सहित धर्मांतरण के विरोध को लेकर राष्ट्रीय हिन्दू सेना ने नेहरू पार्क चौक पर आमरण-अनशन प्रारंभ कर दिया है। हिन्दू सेना की मांग की है जिले भर में हो रही गौवंश की तस्करी सहित धर्मांतरण के मामले रोके जाए। इसके अलावा उन्होंने अपनी मांगों से संबंधित एक ज्ञापन भी प्रशासन को सौंपा है।
इनका सौंपा ज्ञापन
आमरण-अनशन राष्ट्रीय हिन्दू सेना के प्रदेश अध्यक्ष दीपक मालवीय के नेतृत्व में यह आमरण-अनशन किया जा रहा है। श्री मालवीय ने कहा कि राष्ट्रीय हिन्दू सेना गौमाता और हिन्दू हित में कई मांगे उठाता रहा है परन्तु इस पर शासन-प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई है। इस लिए मजबूरीवश संगठन के पदाधिकारी और कार्यकर्ता दिनांक 23 मई से आमरण अनशन पर बैठने के लिए बाध्य हैं। संगठन द्वारा जिले के पांचों विधायकों, सांसद, एसपी और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर तत्काल कार्यवाही की मांग की है।
राष्ट्रीय हिन्दू सेना की यह है मांग
राष्ट्रीय हिन्दू सेना के दीपक मालवीय ने बताया कि उनकी मांग है कि बैतूल जिले के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से हो रही गोवंश की तस्करी को तत्काल संपूर्ण रूप से बदं करवाए जाएं। गौ तस्करी में लिप्त वाहन राजसात करते हुए गौतस्करों को जमानत नहीं दी जाए। गौ वंश की गाड़ी भरने वालों को भी गौवंश तस्करी अधिनियम के तहत आरोपी बनाया जाए। सडक़ों पर आवारा गौवंश घूमते रहते हैं जिसके कारण वे दुर्घटना ग्रस्त होकर घायल हो रहे हैं या मर जाते हैं इसे देखते हुए कांजी हाउस बनवाया जाए। गौ वंश तस्करी में जो गाडिय़ां पकड़ती हैं उन्हें बेचानामा के आधार पर आरोपी बनाया जाता है एवं मुख्य आरोपी बच जाता है पकड़ाई गई गाडय़िों की उचित जांच कर मुख्य आरोपियों पर प्रकरण दर्ज किया जाए। जिले में भोले-भाले हिन्दु परिवारों को बहला फुसलाकर लालच देकर धर्मांतरण करवाया जा रहा है जिस संबंध में आरोपियों पर कड़ी कार्यवाही की जाए सहित अन्य मांगें शामिल है।
यह बैठक आमरण-अनशन पर
गौवंश तस्करी सहित धर्मांतरण को रोकने एवं आवारा पशुओं के लिए कांजी हाऊस खोलने की मांग को लेकर नेहरू पार्क के पास आमरण अनशन कर रहे अर्जुन चौहान, अंकित उइके, आशीष विश्वकर्मा, सुनील विश्वकर्मा, श्यामलाल कास्दे, सुनील कास्दे, संजय कास्दे, रमेश तांडिल, दिनेश सेलूकर, सुरेश लोखण्डे, बाबूलाल बारस्कर, अनिल कास्दे सहित राष्ट्रीय हिन्दू सेना के अन्य पदाधिकारी-कार्यकर्ता शामिल है।