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 बैतूल:-खनिज माफिया बेखौफ बेच रहा रेलवे की थर्ड लाइन से निकल रही मुरम, मुरम सहित रायल्टी की चोरी से राजस्व का हो रहा भारी नुकसान…

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सांध्य दैनिक खबरवाणी, बैतूल

बिल्डिंग मटेरियल कांट्रेक्टरों को यूं ही खनिज माफिया नहीं कहा जाता, मरामझिरी से बैतूल निर्माणाधीन रेलवे की तीसरी लाइन का जब से निर्माण कार्य शुरू हुआ है तब से खनिज माफिया की लॉटरी निकली हुई है। चूंकि रेलवे विभाग केंद्र सरकार के अंतर्गत आता है, इसलिए जिला प्रशासन उनके कामकाज में सामान्य तौर पर दखलअंदाजी नहीं करता, इसी का फायदा उठाकर रेलवे संबधित निर्माण की अनियमितिताओं पर जिला प्रशासन कार्रवाई नहीं करता।
1. इसी के चलते मरामझिरी-बैतूल के बीच चल रहे रेलवे के तीसरी लाइन के निर्माण में पहाड़ी इलाका है जिसे काटकर ट्रैक बिछाने के लिए व्यवस्था की जा रही है। जिसके चलते बड़ी मात्रा में गौण खनिज निकल रहा है जिसमें मुख्य रूप से मुरम शामिल है। पूर्व में इसी इलाके से अत्यंत कीमती खनिज के रूप में अभ्रक और ग्रेफाइट भी मिल चुका है।
2. निर्माणाधीन कंपनी के अधिकारियों से चर्चा करने पर उन्होंने बताया कि जो मुरम निकल रही है उसका उपयोग हम स्वयं समतलीकरण और भराव में कर रहे हैं पर यह पूरी सच्चाई नहीं है। पिछले लगभग एक माह से अधिक समय से बैतूल का खनिज माफिया कोसमी इंडस्ट्रियल एरिया और कोसमी डेम के समीप 500 से अधिक डंपर मुरम उठाकर बेच चुका है और आश्चर्य की बात यह है कि मुरम भी रेलवे की और इसको भरने के लिए उपयोग की जाने वाली जेसीबी भी रेलवे की। इस पर जब खनिज विभाग से बात की तो इंस्पेक्टर नागवंशी का कहना है कि आप अपने जासूस लगाकर हमें सबूत दीजिये तब हम इस पर कार्रवाई करेंगे। इस पर जब खनिज अधिकारी मनीष पलेवार से चर्चा की तो उन्होंने माना की खनिज इंस्पेक्टर नागवंशी की भाषा उचित नहीं है, बल्कि आपके माध्यम से तो हमें जानकारी प्राप्त हो रही है। इस संंंबंध में हमारे संवाददाता ने साइट पर जाकर फोटोग्राफ और वीडियोग्राफी की है। इससे ऐसा प्रतीत होता है कि इस पूरे मामले में कहीं न कहीं खनिज विभाग भी लिप्त है। मुरम का एक डंपर रायल्टी समेत लगभग 45 सौ रुपए का बाजार में बिकता है, जबकि खनिज माफिया रेलवे से चोरी की जा रही मुरम को लगभग 1500 रुपए में बेच रहा है।

– इनका कहना है
हमारे पास पूर्व में भी इस संबंध में सूचना मिली थी, मौका मुआयना किया गया, लेकिन तब कुछ मिला नहीं था। पुन: मामले को संज्ञान में लेकर दिखवाया जाएगा।
– मनीष पलेवार, खनिज अधिकारी बैतूल

– इनका कहना है
आपके जासूस से जानकारी निकालो फिर हम कार्रवाई करेंगे।
– नागवंशी, माइनिंग इंस्पेक्टर खनिज विभाग बैतूल

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